बोले मुजफ्फरनगर : आशंकाओं से घिरा सरकुलर रोड मार्केट
Muzaffar-nagar News - बोले मुजफ्फरनगर : आशंकाओं से घिरा सरकुलर रोड मार्केट

सरकुलर रोड मार्केट क्षेत्र में सुरक्षा और मूलभूत सुविधाओं की कमी है। पार्किंग और वॉशरूम की अनुपलब्धता से ग्राहकों और राहगीरों को परेशानी होती है। समय पर सफाई न होने से सड़कों पर कूड़ा और गोबर जमा होता है। तेज रफ्तार बसों और डग्गामार वाहनों से स्कूली बच्चों की सुरक्षा खतरे में है। असामाजिक तत्वों का जमावड़ा और घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे व्यापारी स्थायी पुलिस पिकेट या चौकी की मांग कर रहे हैं। --------- मुजफ्फरनगर। शहर का सरकुलर रोड कई पॉश कॉलोनियों के साथ ही दस से अधिक स्कूल-कॉलेज और बीएसए, श्रम विभाग व गन्ना विभाग समेत कई सरकारी दफ्तर होने के चलते वीआईपी क्षेत्र में शुमार है।
शिक्षकों को प्रशिक्षण देने वाला डायट और केंद्रीय विद्यालय भी सरकुलर रोड पर ही स्थित है। इसके साथ ही यहां 500 से अधिक दुकान व शोरूम के साथ ही जज कॉलोनी, एक दर्जन से अधिक नर्सिंग होम व होटल-रेस्टोरेंट्स भी स्थित हैं। वहीं, एक दर्जन से अधिक पॉश कॉलोनियां भी सरकुलर रोड का हिस्सा हैं। इसके चलते यहां हर समय राहगीरों के साथ ही अफसरों का भी आवागमन लगा रहता है। बावजूद इसके यह क्षेत्र सुरक्षा, साफ-सफाई, पार्किंग स्थल और वॉशरूम आदि मूलभूत सुविधाओं की कमी से जूझ रहा है। सरकुलर रोड स्थित मीनाक्षी एसोसिएट्स के संचालक अमित तोमर ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से यह क्षेत्र काफी संवेदनशील है। इस मार्ग पर तीन मुख्य मार्केट हैं, जिनमें चरणसिंह मार्केट और छोटूराम इंटर कॉलेज मार्केट मुख्य हैं। इस मार्ग पर पांच सौ से अधिक दुकानें और शोरूम हैं, जबकि दस से अधिक स्कूल-कॉलेज हैं। सरकुलर रोड पर ही जज कॉलोनी भी है, जिसमें कई न्यायाधीश निवास करते हैं। सबसे बड़ी समस्या यहां सुरक्षा को लेकर है, क्योंकि स्कूल-कॉलेज की छुट्टी होने पर यहां बड़ी संख्या में असामाजिक तत्व एकत्रित हो जाते हैं, जो भीड़ का फायदा उठाकर छात्राओं से छेड़छाड़ करते हैं। इसे लेकर कई बार यहां छात्र गुटों में मारपीट के साथ ही फायरिंग जैसी घटनाएं भी कई बार हो चुकी हैं, जो कभी भी बड़ी घटना का रूप ले सकती हैं। इस संबंध में कई बार पुलिस-प्रशासन से शिकायत करते हुए केनरा बैंक चौराहे पर नियमित रूप से पुलिस पिकेट लगाने अथवा पुलिस चौकी स्थापित किए जाने की मांग की जा चुकी है, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं होती। इसके साथ ही इस क्षेत्र में महावीर चौक से सुजड़ू चुंगी तक बड़ी संख्या में व्यवसायिक गतिविधियां होने के बावजूद एक भी वॉशरूम नहीं है। पूर्व में स्थानीय व्यापारियों की मांग पर नगरपालिका ने यहां सार्वजनिक शौचालय स्वीकृत किया था, जिसका टेंडर निकलने के बाद निर्माण सामग्री भी आ गई थी, लेकिन निर्माण शुरू होते ही जज कॉलोनी में रहने वाले परिवारों ने इस पर आपत्ति जता दी। इसके चलते शौचालय का निर्माण शुरू होने के साथ ही रूक गया, जो आज तक शुरू नहीं हो पाया है। इसके चलते यहां आने वाले राहगीरों और ग्राहकों, विशेषकर महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वीआईपी क्षेत्र होने और कई हॉस्पिटल व नर्सिंग होने होने के साथ ही होटल व रेस्टोरेंट स्थित होने के बावजूद इस मार्ग पर एक भी पार्किंग स्थल नहीं है, जिससे यहां के व्यापारी व ग्राहक अपनी गाड़ी व दुपहिया वाहनों को सड़क किनारे ही लगाने के लिए मजबूर हैं, जो बार-बार जाम की भी वजह बनता है। इससे राहगीरों के साथ ही व्यापारियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। --------- गंदगी व कूड़े से लोग त्रस्त मुजफ्फरनगर। सरकुलर रोड पर ही महावीर चौक से आगे निकलते ही राजकीय इंटर कॉलेज स्थित है, जिसके ठीक सामने कॉलेज का खेल मैदान भी है, जिसके सौंदर्यीकरण के बाद यहां बड़ी संख्या में सुबह-शाम लोग घूमने और बच्चे खेलने के लिए आते हैं। विनीत चौधरी ने बताया कि राजकीय इंटर कॉलेज में भी काफी बड़ी संख्या में बच्चे अध्ययनरत हैं, लेकिन इसके बावजूद कॉलेज के गेट नंबर दो के बाहर पूरे क्षेत्र का कूड़ा, गंदगी व गोबर आदि डाला जाता है, जिससे पूरे क्षेत्र में बदबू रहती है। इसके साथ ही छोटूराम डिग्री कॉलेज के सामने स्थित एक नर्सिंग होम के बाहर भी काफी मात्रा में कूड़ा-करकट व गंदगी फेंकी जाती है, जिससे नर्सिंग होम में आने वाले मरीज व तिमारदारों के साथ ही राहगीर भी बदबू से परेशान रहते हैं। कई बार शिकायत के बावजूद नगरपालिका प्रशासन इन स्थलों से कूड़ा डलावघर नहीं हटवा सका है। -------- तेज रफ्तार से गुजरती बसें, खतरे में नौनिहाल मुजफ्फरनगर। सरकुलर रोड पूर्व में रिंग रोड नाम से जाना जाता था और यहीं से मेरठ-दिल्ली, शामली व बड़ौत-बागपत जाने वाली रोडवेज बसें हर तीन से पांच मिनट में तेज रफ्तार से आती-जाती हैं। वहीं, महावीर चौक से बड़ी संख्या में डग्गामार इस मार्ग पर केंद्रीय विद्यालय के साथ ही एमजी पब्लिक स्कूल, मदर्स प्राइड स्कूल, दून वैली और जेवी पब्लिक स्कूल हैं, जिनमें हजारों की संख्या में छोटे बच्चे पढ़ते हैं। छुट्टी के समय इस मार्ग पर छोटे बच्चों को लाने-ले जाने वाले स्कूल वाहनों के साथ ही छोटे बच्चों को लाने-ले जाने वाले अभिभावक भी बड़ी संख्या में मौजूद रहते हैं, जिनकी जान को इन तेज रफ्तार बसों व डग्गामार वाहनों से हर समय हादसे का खतरा बना रहता है। इस संबंध में प्रशासन को अवगत कराया गया, लेकिन बसों की रफ्तार पर अंकुश नहीं लग सका है। -------- दो साल में तीन बार धंस चुकी सड़क मुजफ्फरनगर। सरकुलर रोड पर सुजड़ू चुंगी से राजकीय इंटर कॉलेज तक करीब दो साल पूर्व सीवर लाइन डाली गई थी। सीवर लाइन डालने के बाद सड़क का निर्माण करा दिया गया, लेकिन क्वालिटी के अभाव में यह सड़क दो साल के भीतर तीन बार धंस चुकी है। सड़क धंसने के कारण इस मार्ग पर वाहनों को डायवर्ट करते हुए कई बार आवागमन भी बंद कराया जा चुका है, जिससे स्कूली बच्चों के साथ ही स्थानीय लोगों और राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। प्रशासन को इस सड़क का निर्माण अपनी देखरेख में कराना चाहिए, ताकि लोगों को बार-बार सरकुलर रोड पर आवागमन बंद किए जाने से होने वाली परेशानियों से जूझना न पड़े। ------- --- शिकायतें और सुझाव --- शिकायतें --- - सरकुलर रोड पर स्कूल-कॉलेज की छुट्टी के समय असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है, जिससे कई बार अप्रिय घटनाएं हो चुकी हैं। - पार्किंग स्थल न होने के कारण व्यापारियों व ग्राहकों को अपने वाहन सड़क पर ही खड़े करने पड़ते हैं, जिससे जाम की स्थिति बनती है। - मार्ग पर इंटर व डिग्री कॉलेज के बाहर अवैध कूड़ा डलावघर बन गए हैं, जहां बड़ी मात्रा में कूड़ा-गोबर व गंदगी फेंकने से बदबू रहती है। - यहां कई स्कूल होने के बावजूद रोडवेज बसें व डग्गामार वाहन तेज रफ्तार से गुजरते हैं, जिनसे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। - सीवर लाइन डालने के बाद महज दो साल में सरकुलर रोड तीन बार धंस चुका है, जिससे कई बार मार्ग पर आवागमन बंद करना पड़ा है। -------- सुझाव --- - असामाजिक तत्वों की रोकथाम के लिए सरकुलर रोड के केनरा बैंक चौराहे पर पुलिस चौकी या पुलिस पिकेट की स्थापना करनी चाहिए। - सरकुलर रोड पर कई नर्सिंग होम व होटल-रेस्टोरेंट होने के कारण पालिका को मल्टी स्टोरी पार्किंग स्थल का निर्माण कराना चाहिए। - राजकीय इंटर कॉलेज व छोटूराम डिग्री कॉलेज के सामने बने अवैध कूड़ा डलावघर को तत्काल प्रभाव से बंद कराया जाना चाहिए। - सरकुलर रोड पर रोडवेज बसों की तेज रफ्तार पर अंकुश लगाए जाने के साथ ही डग्गामार वाहनों का संचालन बंद कराया जाना चाहिए। - सीवर लाइन डलने के बाद सड़क का निर्माण प्रशासन को अपनी देखरेख में उच्च क्वालिटी मेटीरियल के साथ कराना चाहिए। --------- इन्होंने कहा --- - सरकुलर रोड की समस्याएं पहली बार हिन्दुस्तान समाचार पत्र के कॉलम बोले मुजफ्फरनगर के जरिए सामने आ रही है। इस समस्याओं का निस्तारण के लिए भरसक प्रयास किया जाएगा। रहा सवाल सड़कों पर असमाजिक तत्वों का तो इसके लिए व्यापारियों, आसपास के रहने वालों को पुलिस के उच्चाधिकारियों से शिकायत करनी होगी। मीनाक्षी स्वरूप, चेयरपर्सन, नगरपालिका ------ बोले लोग - स्कूल-कॉलेजों की छुट्टी के समय असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है, जो छात्राओं से छेड़छाड़ करते हैं। इसके चलते कई बार यहां छात्र गुटों में मारपीट तक हो चुकी है। इससे बचने के लिए यहां पुलिस पिकेट अथवा पुलिस चौकी की स्थापना की जानी चाहिए। अमित तोमर ------ - सरकुलर रोड पर कई हॉस्पिटल व नर्सिंग होम के साथ ही होटल-रेस्टोरेंट भी होने के बावजूद मार्ग पर एक भी पार्किंग स्थल नहीं है, जिससे वाहनों को सड़क पर खड़ा करना पड़ता है, जिससे बार-बार जाम की स्थिति बनती है। राहुल पंवार ------ - सुरक्षा की दृष्टि से केनरा बैंक चौराहे पर पुलिस को सीसीटीवी कैमरे लगवाने के साथ ही पुलिस चौकी अथवा पुलिस पिकेट की स्थायी स्थापना कराई जानी चाहिए। राहुल कुमार ------ - सरकुलर रोड पर राहगीरों की सुविधा के लिए वॉशरूम की स्थापना होनी चाहिए, वहीं गर्मियों में प्यास बुझाने के लिए कई स्थानों पर वाटर कूलर लगाए जाने चाहिए। अंकित कुमार ------ - सरकुलर रोड पर राजकीय इंटर कॉलेज के बाहर सड़क किनारे अवैध कूड़ा डलावघर बनाए गए हैं, जहां बड़ी संख्या में लोग कूड़ा-गोबर व गंदगी आदि फेंकते है, जिससे इनमें पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को परेशानी होती है। सुबोध तोमर ------ - सरकुलर रोड पर नगरपालिका द्वारा नाले की समय से साफ-सफाई समय से नहीं कराई जाती, जिससे नाले गंदगी से अटे पड़े हैं। इससे बरसात के समय पूरे क्षेत्र में जलभराव की स्थिति बन जाती है। विनीत चौधरी ------ - छोटूराम डिग्री कॉलेज के सामने स्थित नर्सिंग होम के बाहर भी अवैध रूप से सड़क किनारे कूड़ा-करकट डाला जाता है, जिससे पूरे क्षेत्र में बदबू फैली रहती है और मरीजों के साथ तिमारदारों को भी परेशानी होती है। सत्यवान मलिक ------ - महावीर चौक से सुजड़ू चुंगी तक पूरे सरकुलर रोड पर एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है, जिससे राहगीरों के साथ ही व्यापारियों को भी काफी अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। आरजू ------ - सरकुलर रोड पर स्थित नालों की समय से साफ-सफाई नहीं होने से नाले पूरी तरह गंदगी से अटे पड़े हैं, जिससे बरसात के समय पूरे क्षेत्र में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। अमित वत्स ------ - इस मार्ग पर एक दर्जन से अधिक नर्सिंग होम व हॉस्पिटल संचालित हैं, इसके बावजूद यहां सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं है, जिससे इन हॉस्पिटल्स में आने वाले मरीज व तिमारदार परेशान होते हैं। डॉ सत्यपाल ------ - सुरक्षा की दृष्टि से सरकुलर रोड पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाने के साथ ही पुलिस पिकेट की भी स्थायी रूप से स्थापना कराई जानी चाहिए, ताकि अप्रिय घटनाएं न हों। अभिनव वर्मा ------ - सरकुलर रोड पर पूरे मार्ग में एक भी वॉशरूम नहीं है, जिससे राहगीरों के साथ ही विशेषकर महिलाओं व व्यापारियों को भी काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। प्रवीण कुमार ------ - वीआईपी क्षेत्र होने के बावजूद सरकुलर रोड पर सीवर डाले जाने के बाद तीन बार सड़क धंस चुकी है, जिससे बार-बार इस मार्ग पर आवागमन बंद होने से व्यापार प्रभावित होता है। लोकेश गुप्ता ------------
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