बोले मुजफ्फरनगर : बिजली तारों के जंजाल में उलझा मोतीमहल बाजार का कारोबार
Muzaffar-nagar News - बोले मुजफ्फरनगर : बिजली तारों के जंजाल में उलझा मोतीमहल बाजार का कारोबार
मोतीमहल बाजार शहर का सबसे पुराना बाजार है, जो करीब 150 साल पुराना है। बाजार में आज भी लाखौरी ईंटों से बनी प्राचीन इमारतों के अवशेष इसके पुरातनकाल की गवाही देते हैं। इस बाजार में करीब 1500 दुकानें हैं, जिनसे चार हजार से अधिक परिवारों की आजीविका चलती है। पुरातन बाजार का महत्व इसी से जाना जा सकता है कि शहर क्षेत्र की सभी शोभायात्राएं संकरे मार्ग होने के बावजूद आज भी इसी क्षेत्र से होकर निकलती हैं, जिन्हें देखने के लिए पूरा शहर उमड़ता है। इसके बावजूद यह बाजार जनसुविधाओं समेत विभिन्न समस्याओं से जूझ रहा है। बिजली के खंभों पर तारों का जंजाल, अवैध होर्डिंग्स की भरमार, टूटी सड़कें, जनसुविधाओं के साथ पार्किंग स्थल की भी कमी यहां के निवासियों और व्यापारियों को कचोटती हैं, जिनके समाधान के लिए फिलहाल तो कोई योजना नगरपालिका प्रशासन के पास नहीं है।
------ मुजफ्फरनगर। शहर के भगतसिंह रोड से शुरू होकर आबकारी रोड के नॉवल्टी चौक तक जाने वाला मोतीमहल बाजार शहर का सबसे पुराना बाजार है, जो करीब डेढ़ सौ साल पुराना है। बाजार का मुख्य मार्ग काफी संकरा है तो इसकी गलियां भी महज छह से आठ फीट तक चौड़ी हैं, जहां बड़ी संख्या में स्वर्णकारों के साथ ही चूड़ियों की भी दुकानें हैं। बाजार का महत्व इसी से माना जा सकता है कि शहर की सभी भव्य शोभायात्राएं संकरा होने के बावजूद मोतीमहल बाजार से ही होकर निकलती हैं, जहां बड़ी संख्या में शहर के साथ ही देहात क्षेत्र के श्रद्धालु भाव-विभोर होकर इनमें शामिल होते हैं। पुरातन बाजार होने के बावजूद मोतीमहल आज भी सुनियोजित विकास से अछूता है, जहां जनसुविधाओं के साथ ही पार्किंग स्थल का भी पूरी तरह अभाव है। मोतीमहल व्यापार संगठन के अध्यक्ष सुरेंद्र वर्मा का कहना है कि मोतीमहल बाजार करीब डेढ़ सौ साल पुराना है, जिसमें डेढ़ हजार से अधिक दुकानें हैं। इनमें मुख्यत: स्वर्णकार के साथ ही चूड़ियां, गिफ्ट आइट्म्स, कैंची निर्माण समेत कॉस्मेटिक आदि की दुकानें हैं। इन दुकानों पर चार हजार से अधिक लोग काम करते हैं और यहां प्रतिदिन एक करोड़ से भी अधिक का कारोबार होता है। इसके बावजूद इस बाजार में जनसुविधाओं के साथ ही पार्किंग स्थल का भी पूरी तरह अभाव है। संकरा मार्ग होने के बावजूद बाजार क्षेत्र में टेलीफोन के खंभे लगे हैं, जो अनुपयोगी होने के कारण मार्ग को ओर अधिक संकरा कर रहे हैं। इसके साथ ही बिजली के खंभों पर तारों का जंजाल है, जिनमें कभी भी शॉर्ट सर्किट होने से आग लगने की आशंका बनी रहती है। घना बाजार होने और दुकानें एक-दूसरे से सटी होने के कारण आग लगने की स्थिति में भयंकर नुकसान होने की आशंका हमेशा रहती है। इसके साथ ही इन खंभों से जा रहे बिजली के तारों के साथ ही केबल भी काफी ढीले होकर सड़क में नीचे तक लटके हुए हैं, जो सामान लाने-ले जाने के समय वाहनों में उलझते हैं और इनसे हमेशा हादसा होने की आशंका बनी रहती है। वहीं, इस बाजार में अवैध होर्डिंग्स की भी भरमार है, जो पूरे बाजार की गलियों में भरे पड़े हैं। कई बार शिकायत करने के बावजूद आज तक इन होर्डिंग्स के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसका खामियाजा शोभायात्रा निकलने के समय भुगतना पड़ता है, जब इन होर्डिंग्स और लटके हुए तारों में बैंड-बाजे की ठेलियां और बड़ी शोभायात्राओं के रथ फंस जाते हैं। इससे कई बार तो यहां घंटों तक जाम लग जाते हैं, जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही प्राचीन बाजार होने के बावजूद यहां किसी तरह की जनसुविधाएं नहीं हैं, जिससे गांव-देहात से आने वाले ग्राहकों विशेषकर महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही बाजार में एक भी पार्किंग स्थल नहीं है, जिससे यहां आने वाले ग्राहकों और व्यापारियों को अपने वाहन दुकानों के बाहर खड़े करने पड़ते हैं, जिससे संकरे मार्ग ओर अधिक संकरे होकर जाम की समस्या उत्पन्न करते हैं, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। व्यापारी नेता का कहना है कि इनके अलावा, यहां मूलभूत सुविधाओं की भी कमी है, जिनमें टूटी सड़कें और समय से साफ-सफाई नहीं होना भी शामिल है। बाजार में पूरी सड़क जगह-जगह से टूटी है और सफाई कर्मचारी नियमित रूप से नहीं आने के कारण साफ-सफाई समय से नहीं हो पाती और न ही कूड़ा समय से उठता है। इससे पूरे बाजार में काफी गंदगी व्याप्त रहती है, जिससे व्यापारियों के साथ ही ग्राहकों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस संबंध में कई बार स्थानीय सभासद के साथ ही नगरपालिका चेयरपर्सन से भी शिकायत कर कार्रवाई की मांग की जा चुकी है, लेकिन इसके समाधान के लिए कोई योजना फिलहाल अमल में नहीं लाई गई है। --------- प्राचीन इमारतों के अवशेष देते हैं पुरातन काल की गवाही मुजफ्फरनगर। शहर का मोतीमहल बाजार करीब डेढ़ सौ साल पुराना है। यहां आज भी लाखौरी ईंटों से बनी प्राचीन इमारतों के भव्य अवशेष मौजूद हैं, जो इस बाजार के भव्य पुरातन काल की गवाही देते हैं। बाजार में आज भी बड़े-बड़े खंडहर हो चुके हवेलियों के गेट मोतीमहल बाजार के प्राचीन और भव्य इतिहास की गवाही देते हैं। हालांकि वर्तमान में आधुनिकीकरण की दौड़ में इन हवेलियां को ध्वस्त कर छोटे-छोटे मार्केट बना दिए गए हैं, लेकिन कई स्थानों पर आज भी इनके अवशेष मौजूद हैं, जिन्हें प्रशासन द्वारा सहेजने की आवश्यकता है। व्यापारियों का कहना है कि यहां कई हवेलीनुमा इमारतें तो दो सौ साल से भी अधिक पुरानी हैं, जिनमें से कुछ में आज भी परिवार रहते हैं, जबकि व्यवसायिक गतिविधियां बढ़ने के कारण बड़ी संख्या में इस तरह की इमारतों को अब तोड़कर छोटे-छोटे मार्केट का रूप दे दिया गया है। --------- --- शिकायतें और सुझाव --- शिकायतें --- - शहर का करीब डेढ़ सौ साल पुराना बाजार होने के बावजूद मोतीमहल में जनसुविधाओं व पार्किंग स्थल का पूरी तरह से अभाव है। - बाजार की सड़क कई जगह से टूट चुकी है, जहां ई-रिक्शा व अन्य छोटे वाहन पलटने से आए दिन हादसों में लोग चोटिल होते हैं। - बिजली के खंभों पर तारों का जंजाल है और तार व केबल ढीले होकर काफी नीचे तक लटके हुए हैं, जिनमें वाहन फंसते रहते हैं। - मोतीमहल बाजार का मुख्य मार्ग संकरा है, जिसे अनुपयोगी होने के बावजूद खड़े दूरसंचार विभाग के खंभे ओर भी संकरा कर रहे हैं। --- सुझाव --- - मोतीमहल मार्केट में पार्किंग स्थलों के साथ ही जनसुविधाओं की भी व्यवस्था की जानी चाहिए, ताकि ग्राहक व व्यापारी परेशान न हों। - जगह-जगह से टूट चुकी सड़का का जल्द से जल्द पुननिर्माण कराया जाना चाहिए, ताकि आए दिन होने वाले हादसों पर रोक लग सके। - बिजली के खंभों पर लगे तारों को हटाते हुए ढीले होकर लटक रहे तारों व केबलों को बदला जाना चाहिए, ताकि हादसे की आशंका न रहे। - संकरे बाजार में जगह-जगह अनुपयोगी खड़े दूरसंचार विभाग के खंभों को हटाया जाना चाहिए, ताकि मार्ग चौड़ा हो सके। ------ इन्होंने कहा --- - मोती महल बाजार में जो सड़कें टूटी हुई है, उनका एस्टीमेट तैयार कर मरम्मत या फिर नए सिरे से निर्माण कराने का काम किया जाएगा। रहा सवाल बिजली की तारों की, उसके लिए व्यापारियों को विद्युत विभाग के अधिकारियों से शिकायत कर समस्याओं का निस्तारण कराना होगा। अन्य जो भी समस्याएं हैं, उन समस्याओं के बारे में पालिका की टीम को बाजार में भेजकर निदान कराया जाएगा। मीनाक्षी स्वरूप, चेयरपर्सन नगरपालिका ----- -मोती महल बाजार की समस्याएं अभी तक सामने नहीं लाई गई है। नगर पालिका प्रशासन के स्तर पर जो भी समस्याएं संज्ञान में लाई जाती है , उसका शीघ्र निस्तारण कराया जाएगा। प्रज्ञा सिंह, ईओ नगरपालिका ----- - डेढ़ सौ साल पुराना होने के बावजूद मोतीमहल बाजार में जनसुविधाओं के साथ ही पार्किंग स्थल समेत अन्य सुविधाओं का अभाव है। प्रशासन को पुरातन बाजार का सुनियोजित विकास कराना चाहिए। सुरेंद्र वर्मा, अध्यक्ष मोतीमहल व्यापार संगठन ----- - मोतीमहल बाजार में खंभों पर तारों का जंजाल है। बिजली के तार ढीले होकर नीचे लटक रहे हैं, जिससे हर समय इनमें शार्टसर्किट से आग लगने का खतरा बना रहता है। नीटू वर्मा ----- - बाजार में एक भी जनसुविधा स्थल नहीं है, जिससे व्यापारियों के साथ ही यहां आने वाले ग्राहकों, विशेषकर महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अंकित कुमार ----- - मोतीमहल बाजार में एक भी पार्किंग स्थल नहीं है, जिससे वाहनों को दुकानों के बाहर खड़े करना पड़ता है और संकरा बाजार होने से दिन भर जाम लगता रहता है। संजीव ----- - मोतीमहल बाजार शहर का सबसे पुराना बाजार है, इसके बावजूद यहां की सड़क कई जगह से टूट चुकी है। बार-बार शिकायतों के बावजूद जर्जर हो चुकी सड़क बनवाई नहीं गई है। राजेश वर्मा ----- - बाजार में जगह-जगह अवैध होर्डिंग्स की भरमार है, जो पूरे बाजार के मुख्य मार्गों पर लटके हुए हैं। इनमें बाजार में आने वाले वाहन फंसने के साथ ही हादसे की भी आशंका रहती है। विशाल अरोड़ा ----- - बाजार की साफ-सफाई संतोषजनक नहीं है। पुरातन बाजार होने के बावजूद यहां सफाई समय से नहीं होती और न ही कूड़ा समय से उठाया जाता है, जिससे गंदगी फैली रहती है। तुषार ----- - बाजार में जगह-जगह दूरसंचार विभाग के पुराने खंभे खड़े हैं, जिनका कोई इस्तेमाल वर्तमान में नहीं होता है। ये खंभे संकरे बाजार को ओर अधिक संकरा करते हैं, जिससे जाम लगता है। राहुल कुमार ----- - बाजार में एक भी पार्किंग स्थल नहीं होने के कारण ग्राहकों व व्यापारियों को अपने वाहन दुकानों के बाहर खड़े करने पड़ते हैं, जिससे जाम की समस्या गंभीर होती जा रही है। स्पर्श वर्मा ----- - पूरे मोतीमहल बाजार में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है, जिससे लोग मुख्य मार्ग पर ही लघुशंका करते हैं, जिससे बाजार में आने वाली महिलाओं को काफी असहजता का सामना करना पड़ता है। शहजाद ----- - बाजार में बिजली के खंभों पर तारों का जंजाल है, जिससे हर समय उनमें शार्ट सर्किट होकर आग लगने का खतरा बना रहता है। ये तार बदले जाने चाहिए। नंदकिशोर --------------
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