जवाब से सीएमओ असंतुष्ट, कार्रवाई के संकेत मिले
Pilibhit News - पीलीभीत में पांच वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म और अस्पताल में चिकित्सीय लापरवाही के मामले में सीएमओ संतुष्ट नहीं हैं। कार्यवाही के संकेत मिले हैं और रिपोर्ट डीएम को भेजी जा रही है। चिकित्सकों के जवाबों...

पीलीभीत। पांच वर्षीय मासूम से दुष्कर्म के बाद अस्पताल में चिकित्सीय लापरवाही के मामले में आए जवाब से सीएमओ संतुष्ट नहीं है। मामले में कार्रवाई के संकेत मिले हैं जबकि पूरे मामले की रिपोर्ट डीएम को दी जा रही है। ताकि मिले निर्देशों के क्रम में अग्रिम कार्रवाई को अमल में लाया जा सके। बीते दिनों न्यूरिया थाना अंतर्गत एक दुकान पर माचिस लेने गई पांच साल की बालिका से गांव के ही 19 वर्षीय युवक ने दुराचार किया था। बाद में उसे जब अस्पताल लाया गया तो चिकित्सीय लापरवाही सामने आई थी। एसपी तक मामला पहुंचने के बाद इसे डीएम के संज्ञान में लाया गया था।
डीएम ने मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. संगीता अनेजा और सीएमओ डॉ. आलोक कुमार को बुला कर लापरवाही रिपोर्ट मांगी थी। साथ ही दोनों से समन्वय से काम करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद सीएमएस डॉ. राजेश कुमार व डॉ. स्वाति श्रीवास्तव से जवाब-तलब किया गया था। दोनों ही चिकित्सकों ने अपने-अपने जवाब दाखिल कर दिए हैं। जिम्मेदारी से नहीं बच सकता कोई सीएमएस और चिकित्सक के आए जवाब से अफसर संतुष्ट नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि कार्यवाही होगी और शासन को रिपोर्ट जाएगी। फिलहाल चेतावनी भी जारी हो सकती है। चिकित्सक ने पारिवारिक परिस्थितियों के चलते अचानक तबीयत खराब होने और दिल्ली जाने के साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए अपनी बात रखी है। चिकित्सक ने पक्ष में कहा कि अचानक से परिस्थितियां बनी तो इसकी सूचना नहीं दी जा सकी। वहीं सीएमएस ने भी अपने बचाव में हर संभव संसाधनों की मौजूदगी में दायित्व निभाने का दावा जवाब में किया है। क्या बोले सीएमओ सीएमओ डॉ. आलोक कुमार ने बताया कि दोनों ही जवाब मिल गए हैं। संवेदशील मामले पर तथ्यों का परीक्षण कर रहे हैं। जिम्मेदारी से कोई बच नहीं सकता। रिपोर्ट जिला प्रशासन को देंगे। इसके बाद मिले निर्देशों पर अमल किया जाएगा। स्लाइड फेल होने पर दोबारा भेजी दुष्कर्म पीडिता पांच साल की मासूम का मेडीकोलीगल होने के बाद मुरादाबाद में जांच को भेजी गई स्लाइड की गुणवत्ता ठीक न होने पर इसे दोबारा मांगा गया। सैंपल फेल होने की जानकारी मिलने पर महिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश कुमार ने बरखेड़ा से डॉ. मनीषा चौरसिया को बुलवाया। उपरांत डॉ. रुपल खरे और डॉ. मनीषा ने संयुक्त तौर पर मेडीकोलीगल कर स्लाइड बनाई। सीएमएस डॉ. राजेश ने बताया कि स्लाइड तैयार कर भेजी जा रही है। मतभेद को लेकर उड़ी चर्चाएं मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. संगीता अनेजा ने शनिवार को अस्पताल में निरीक्षण किया। अव्यवस्थाएं देखकर नाराजगी जताई। पर्चा कांउटर से लेकर दवा कांउटर तक की अव्यवस्था के लिए नाराजगी जाहिर की तो जानकारी पर डॉ. रमाकांत सागर भी पहुंच गए। व्यवस्था और जिम्मेदारियों को लेकर दोनों में बातचीत हुई। सीमित स्टाफ और संसाधनों को लेकर भी बात हुई। इसके बाद सीएमएस अपने घर चले गए। प्राचार्य डॉ. संगीता अनेजा ने बताया कि व्यवस्थाएं बनाने के दौरान आपस में चर्चा होती है। कुछ मतभेद हो सकते हैं लेकिन हम एक परिवार हैं।
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