वाराणसी में स्मृति द्वार से राजभर शब्द हटाने को लेकर हंगामा, समाज के लोगों ने किया विरोध
वाराणसी स्थित सारनाथ में स्मृति द्वार से राजभर शब्द हटाने को लेकर हंगामा हो गया। राजभर समाज के लोगों ने ही इसका विरोध किया। हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

यूपी के वाराणसी स्थित सारनाथ में स्मृति द्वार से राजभर शब्द हटाने को लेकर हंगामा हो गया। राजभर समाज के लोगों ने ही इसका विरोध किया। हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। हंगामा का नेतृत्व राजभर युवा महासमिति के अध्यक्ष फागू लाल राजभर ने किया। पुलिस ने नगर निगम के अधिकारियों को हंगामे की सूचना दी। लोगों के कहने पर राजभर शब्द हटाने के लिए एक पुलिस कर्मी को सीढ़ी के सहारे चढ़ाया। लेकिन राजभर शब्द के ऊपर चिपकाया गया रैपर नहीं हटा सके। इसके बाद राजभर समाज के लोगों को सीढ़ी के सहारे बोर्ड से रैपर हटाने के लिए चढ़ाया, लेकिन रैपर नहीं हट पाया।
उल्लेखनीय है कि 10 जून को महाराजा सुहेलदेव राजभर विजय दिवस के अवसर पर विधायक फंड से आकाशवाणी तिराहा के पास राष्ट्रवीर महाराजा सुहेलदेव राजभर स्मृति द्वार का निर्माण किया गया। इस बीच किसी अराजक तत्व में महाराजा सुहेलदेव राजभर स्मृति द्वार के बोर्ड पर राजभर शब्द पर एक हरा रंग का रैपर चिपका दिया। सुबह समिति के अध्यक्ष फागू लाल राजभर ने देखा। इसकी सूचना उन्होंने राजभर समाज के लोगों को दी।
मौके पर पहुंचे लोगों ने राजभर शब्द से रैपर हटाने को लेकर हंगामा कर दिया। पुलिस ने दो बार रैपर हटाने का प्रयास किया। लेकिन असफल रहा। सूबे के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर के प्रतिनिधि संजय सिंह ने कहा कि जब तक स्मृति द्वार के बोर्ड पर राजभर शब्द से रैपर नहीं हटाया जाएगा। लोग यहां बैठे रहेंगे। इस मौके पर सुभासपा के प्रदेश उपाध्यक्ष नित्यानंद पाण्डेय, भाजपा महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष ममता पटेल, सोनू राजभर, राजेंद्र राजभर, गोलू राजभर, शिवम राजभर, दीपक राजभर, शिवकुमार राजभर सहित आदि उपस्थित थे।