सहारनपुर : बिजली न आने पर दो अवर अभियंताओं को रात भर बिजली घर में बनाया बंधक
Saharanpur News - बुधवार रात को सैकड़ों लोगों ने बिजली घर पर प्रदर्शन किया। दो दिनों से बिजली कटौती से परेशान लोग इंजीनियरों को रात भर अपने बीच बैठाए रहे। भारतीय किसान यूनियन ने अधिकारियों पर आरोप लगाया कि बार-बार...

बिजली घर पर बुधवार देर रात सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया। दो दिन से बिजली आपूर्ति बाधित होने से नाराज लोगों ने पावर हाउस का घेराव कर दिया। गुस्साए लोगों ने दो बिजली घरों के दो अवर अभियंताओं को रात भर अपने बीच बैठाए रखा। बुधवार देर रात त्रिवेणी विहार, कश्मीरी गार्डन, शास्त्री विहार आदि कॉलोनी के लोग बिजली घर पर इकट्ठा हुए। यहां उन्होंने सरसावा व गदरहेड़ी उपकेंद्र के अभियंताओं को पकड़ लिया। दोनों को अपने बीच रात भर बैठाये रखा। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) नकुड तहसील अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह लाडी ने पावर कारपोरेशन के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले दो दिनों से हमारी कॉलोनी में बिजली नहीं है।
इसके लिए बार-बार बिजली घर पर शिकायत की गई। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में बिजली कटौती से बच्चे, बुजुर्ग, और बीमार लोग सबसे ज्यादा परेशान हैं। बिजली के सभी उपकरण ठप हो गए हैं, यहां तक की मोबाइल भी चार्ज नहीं हो पा रहा हैं, पेयजल की समस्या बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि केवल गर्मी के मौसम में इस तरह की समस्या आती है। उन्होंने पावर कारपोरेशन के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हमारी समस्या का एक-दो दिन में समाधान नहीं हुआ तो हम आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पावर कॉरपोरेशन के अधिकारियों और उपभोक्ताओं के बीच की बहस हुई। एसडीओ सुंदर पाल ने बताया कि कॉलोनी वासियों की समस्या का समाधान कर दिया गया था। फिर भी उन्होंने बिजली घर पर आकर दो अवर अभियंताओं बृजेश कुमार यादव व आनंद प्रकाश को रात भर अपने बीच बैठाए रखा, जो गलत है। उन्होंने कहा कि ओवर लोड की समस्या है, सभी उपभोक्ता संयम बनाए रखें, इस तरह से बिजली घर का घेराव ना करें। इससे कर्मचारियों को अपने कार्य करने में परेशानी उठानी पड़ती है। सभासद तरुण चौधरी, देव वधवा, चौधरी यशपाल सिंह, बबलू धीमान, विक्रम सिंह, देवेंद्र सिंह, जगदीप आदि मौजूद रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।