प्रभु की बाललीला की कथा सुन भाव विभोर हो गए श्रद्धालु
Siddhart-nagar News - डुमरियागंज के बनगवां नानकार गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में पंडित विजय राघव दास ने भगवान श्रीकृष्ण की बाललीला सुनाई। कथा सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। उन्होंने बताया कि कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत...

डुमरियागंज, हिन्दुस्तान संवाद। डुमरियागंज क्षेत्र के बनगवां नानकार गांव में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा में रविवार की रात अयोध्या से आए कथावाचक पंडित विजय राघव दास रामायणी ने प्रभु श्रीकृष्ण की बाललीला की कथा सुनाई। कथा सुन श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। कथावाचक ने कहा कि भगवान की लीला हम सभी के लिए अनुकरणीय हैं। उन्होंने बताया कि भगवान कृष्ण ने बचपन में कई लीला की। बाल कृष्ण सभी का मनमोह लिया करते थे। नटखट स्वभाव के चलते यशोदा मां के पास उनकी हर रोज शिकायत आती थी। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण अपनी सखाओं और गोप-ग्वालों के साथ गोवर्धन पर्वत पर गए थे। वहां पर गोपिकाएं 56 प्रकार का भोजन रखकर नाच गाने के साथ उत्सव मना रही थीं। कृष्ण के पूछने पर उन्होंने बताया कि आज के ही दिन देवों के स्वामी इंद्र का पूजन होता है। इससे प्रसन्न होकर इंद्र व्रज में वर्षा करते हैं। कृष्ण ने कहा कि इंद्र में क्या शक्ति है उनसे अधिक शक्तिशाली तो हमारा गोवर्धन पर्वत है। इसके कारण ही वर्षा होती है। हमें गोवर्धन की पूजा करनी चाहिए। इसके बाद व्रज में गोवर्धन पूजा की तैयारियां शुरू हो गईं। इस दौरान राजेन्द्र पांडेय, अरविंद पांडेय, महेन्द्र पांडेय, वीरेंद्र कुमार, गोविंद, डॉ.राहुल पाण्डेय आदि मौजूद रहे।
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