एडीटीसी शुरु, अब प्रशिक्षण के बाद ही बनेगा पक्का डीएल
Sitapur News - खैराबाद के एआरटीओ कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की मैनुअल प्रक्रिया समाप्त कर दी गई है। अब आवेदकों को एडवांस ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर में 21 घंटे की ट्रेनिंग लेनी होगी। लाइसेंस के लिए शुल्क भी...

खैराबाद, संवाददाता। एआरटीओ कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) बनवाने के लिए मैनुअल व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है। अब एडवांस ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर (एडीटीसी) में 21 घंटे की ट्रेनिंग लेनी होगी। मंगलवार को आरटीओ संजय तिवारी ने एडीटीसी का उद्घाटन किया। एआरटीओ प्रशासन माला वाजपेई ने बताया कि मंगलवार को एआरटीओ संजय तिवारी के द्वारा नवनिर्मित एडीटीसी सेंटर का उद्घाटन किया गया। उन्होंने केंद्र पर रखी गई चौपाहियां वाहन पर आवेदक को बैठाकर टेस्ट भी लिया तथा होने वाली नवीन प्रक्रिया से भी सभी को अवगत कराया। आरआई संजय कुमार ने बताया कि किया लाइसेंस का शुल्क भी परिवर्तित हो गया है।
हल्के वाहन का लाइसेंस बनाने वाले आवेदकों को अब रुपया 6000 जमा करना होगा तथा उन्हें नई व्यवस्था के अनुसार ड्राइविंग प्रक्रिया तथा लिखित प्रक्रिया से भी गुजरना होगा। जबकि ट्रांसपोर्ट में प्रयुक्त होने वाले भारी हैं हैवी वाहनों हेतु शुल्क रुपया 10000 कर दिया गया है। इस केंद्र से प्रशिक्षण लेने के बाद एक प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा, जिसके बाद डीएल परमानेंट हो जाएगा। इसके साथ ही आरटीओ कार्यालय में मैन्युअल टेस्ट के जरिए लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया जो कई दशको पुरानी है वह पूर्ण रूप से समाप्त हो गई है। एआरटीओ माला वाजपेई ने बताया कि प्रत्येक दिन ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया तीन चरणों में 48-48 के स्लॉट बनाकर 144 स्थाई लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया निर्धारित की गई है। अब एडीटीसी के जरिए ड्राइविंग प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले आवेदक ही स्थाई लाइसेंस पाने के पात्र होंगे। उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा नियम के अंतर्गत दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतु इस नवीन प्रक्रिया को लागू किया गया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।