भगवान बुद्ध की क्रीड़ास्थली कपिलवस्तु से जल्द मिलेगी हेलीकॉप्टर सुविधा, हेलीपैड बनकर तैयार
भगवान बुद्ध की क्रीड़ास्थली कपिलवस्तु जल्द ही हेली सर्विसेज से जुड़ सकता है। बुद्ध सर्किट के सभी स्थलों को हेली सर्विसेज से जोड़ने की योजना के तहत कपिलवस्तु में हेलीपैड बनकर लगभग तैयार हो चुका है।

भगवान बुद्ध की क्रीड़ास्थली कपिलवस्तु जल्द ही हेली सर्विसेज से जुड़ सकता है। बुद्ध सर्किट के सभी स्थलों को हेली सर्विसेज से जोड़ने की योजना के तहत कपिलवस्तु में हेलीपैड बनकर लगभग तैयार हो चुका है। हेली सर्विसेज शुरू होने से सात-आठ सीटर के हेलीकॉप्टर से पयर्टक यहां पहुंच सकेंगे। यह सुविधा शुरू होने से सरकार के खजाने तो भरेंगे ही रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर नेपाल सीमा के करीब स्थित कपिलवस्तु में भगवान बुद्ध ने राजकुमार सिद्धार्थ के रूप में अपने जीवन के प्रथम 29 साल गुजारे थे। निर्वाण के बाद उनकी अस्थि का अष्टम भाग यहीं दफन किया गया था। यहां बने स्तूप पर माथा टेकने हर साल हजारों की संख्या में देशी-विदेशी पयर्टक आते हैं। हेली सर्विजस शुरू होने से सात-आठ सीटर वाले हेलीकॉप्टर लैंड कर सकेंगे। इसका सर्वाधिक लाभ उन पयर्टकों को होगा, जो एक ही दिन में सारनाथ, कुशीनगर, कपिलवस्तु, श्रावस्ती की यात्रा करना चाहते हैं। केंद्र सरकार की यह योजना अमल में आने से कुछ कदम ही दूर है। हेलीपैड बनकर लगभग तैयार है। हैंडओवर होना बाकी है।