सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अभय एस.ओका ने अपने आखिरी कार्य दिवस पर ताबड़तोड़ फैसले लिए.अपनी फेयरवेल स्पीच में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में सुधारों की आवश्यकता पर जोर दिया.उन्होंने उच्च न्यायालयों की अधिक लोकतांत्रिक कार्यप्रणाली की प्रशंसा की.मुख्य न्यायाधीश गवई ने उनके योगदान,नैतिक मूल्यों की सराहना की