By Dheeraj Pal
PUBLISHED February 3, 2025

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शिव पूजा के 5 नियम, जिनसे महादेव होते हैं प्रसन्न!

समर्पित

सोमवार का दिन भगवान शिव शंकर को समर्पित होता है और इस दिन उनकी पूजा का विशेष महत्व भी होता है। 

नियम

शिव कृपा से जीवन के हर संकट और कष्ट दूर होते हैं और मन की मुराद पुरी होती है। लेकिन शिव जी की पूजा के कुछ नियम हैं, जिसका पालन करना जरूरी है। 

जब भी शिव जी की पूजा करें, तो शिवलिंग पर गंगाजल, साफ पानी या फिर गाय के दूध से अभिषेक करें। तीव्र गति के साथ जलाभिषेक न करें।

जलाभिषेक की सही विधि 

नियम

जलाभिषेक हमेशा पूर्व दिशा की ओर मुख करके ही करें और ध्यान रखें कि शिवलिंग का जलाभिषेक बैठकर या झुककर करें।

बेलपत्र अर्पण

बेलपत्र के बिना शिव जी की पूजा अधूरी है। 3 पत्तों वाला साबुत बेलपत्र भगवान ​शिव को ​अर्पित करें। 

शिव पूजा के दौरान कभी भी शिवलिंग की पूरी परिक्रमा नहीं करनी चाहिए। क्योंकि जलाभिषेक के दौरान जहां से जल नीचे की तरफ गिरता है, उसे लांघते नहीं हैं।

शिवलिंग की परिक्रमा

जब भी आप शिव मंदिर जाएं, सबसे पहले आचमन आदि से शुद्धि जरूर कर लें। स्वयं को शुद्ध करने के बाद ही पूजन करें।

शुद्धि के बाद करें पूजा

शिव पूजा में ध्यान रखें कि तुलसी, सिंदूर, हल्दी, नारियल, शंख, केतकी का फूल आदि का उपयोग नहीं करना है।

क्या न चढ़ाएं

यह जानकारी सिर्फ मान्यताओं, धर्मग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी जानकारी को मानने से पहले विशेषज्ञों से सलाह लें।

नोट

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