Shani : शनि के राशि परिवर्तन से मेष राशि पर शुरू हुई साढ़ेसाती, सिंह, धनु पर ढैय्या, जानें कब तक रहेगा शनि का प्रभाव
- शनिदेव ने आज 29 मार्च को राशि परिवर्तन कर लिया है। शनिदेव कुंभ राशि से मीन राशि में प्रवेश कर गए है। शनिदेव के मीन राशि में प्रवेश करते ही मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो गई है।

Shani Sade Sati And Dhaiya : शनिदेव ने आज 29 मार्च को राशि परिवर्तन कर लिया है। शनिदेव कुंभ राशि से मीन राशि में प्रवेश कर गए है। शनि सभी ग्रहों में सबसे धीमी चाल चलते हैं और ढाई साल में एक बार राशि परिवर्तन करते हैं, जिस वजह से शनि के राशि परिवर्तन को ज्योतिष में बहुत अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। शनि के राशि परिवर्तन करने से किसी राशि पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या शुरू हो जाती है तो किसी राशि से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव खत्म हो जाता है।
शनि की साढ़ेसाती कब लगती है?
जब शनि राशि परिवर्तन करते हैं तब तीन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और दो राशियों पर शनि की ढैय्या लग जाती है। शनि जिस राशि में राशि परिवर्तन करते हैं उस पर और उससे एक राशि आगे और एक राशि पीछे पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाती है। शनि की साढ़ेसाती साढ़े सात साल की होती है।
शनि की ढैय्या कब लगती है?
शनि ढाई साल में एक बार राशि परिवर्तन करते हैं। शनि के राशि परिवर्तन के समय शनि जिस राशि से चौथे या आठवें भाव में होते हैं, तब उस राशि पर शनि की ढैय्या शुरू हो जाती है। शनि की ढैय्या ढाई साल की होती है।
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार हर व्यक्ति पर जीवन में एक न एक बार शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या जरूर लगती है।
मेष राशि पर शुरू हुई शनि की साढ़ेसाती-
शनिदेव के मीन राशि में प्रवेश करते ही मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो गई है। मेष राशि पर 2032 तक शनि की साढ़ेसाती रहेगी। 2032 तक मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती रहेगी। 2032 में जब शनि राशि परिवर्तन करेंगे, तब मेष राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी।
सिंह और धनु राशि पर शुरू हुई ढैय्या
शनि के कुंभ राशि से मीन राशि में प्रवेश करने से सिंह और धनु राशि वालों पर शनि की ढैय्या प्रारंभ हो जाएगी। ढाई साल तक सिंह और धनु राशि पर शनि की ढैय्या का प्रभाव रहेगा। ढाई साल बाद जब शनि गोचर करेंगे तब सिंह, धनु राशि वालों को ढैय्या से मुक्ति मिलेगी।