Relief from Heatwave as Rain Brings Change in Weather in Araria District मौसम ने फिर बदला मिजाज, बूंदाबांदी बारिश के साथ भीषण गर्मी से मिली राहत, Araria Hindi News - Hindustan
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मौसम ने फिर बदला मिजाज, बूंदाबांदी बारिश के साथ भीषण गर्मी से मिली राहत

अररिया जिले में पिछले कुछ दिनों से चल रही भीषण गर्मी के बीच मौसम ने अचानक अपना मिजाज बदला। हल्की बारिश के बाद तापमान में गिरावट आई, जिससे लोगों को राहत मिली। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में मानसून की...

Newswrap हिन्दुस्तान, अररियाSun, 15 June 2025 11:19 PM
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मौसम ने फिर बदला मिजाज, बूंदाबांदी बारिश के साथ भीषण गर्मी से मिली राहत

अररिया, निज प्रतिनिधि। पिछले कई दिनों से जारी भीषण गर्मी के बीच जिले में मौसम ने एक बार फिर अपना मिजाज बदल दिया। मौसम के बदले मिजाज ने लोगों को भीषण गर्मी से राहत पहुंचाया है। जिले में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच बारिश होने के बाद लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली। जिलेभर में मौसम सुहाना हो गया। आसमान में उमड़ते घुमड़ते बादल के बीच जिले के कई इलाकों में बूंदाबांदी बारिश होने से भीषण गर्मी से परेशान लोगों ने राहत की सांस ली। इसी के साथ जिले के तापमान छह डिग्री सेल्सियस लुढ़ककर अधिकतम तापमान का पर 32 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जबकि न्यूनतम पारा 26 डीसे दर्ज की गई।

तापमान में आई इस गिरावट से लोगों को काफी राहत मिली है। मौसम के बदले मिजाज से एक तरफ जहां लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली वहीं दूसरी ओर धान के खेतिहर किसानों के चेहरे पर भी खुशी दिख रही है। अब इन किसानों को लगता है कि जिले में मानसून के प्रवेश के साथ ही अच्छी खासी बारिश होने से धान का बिचड़ा गिराने में काफी सहूलियत होगी। खेतों में नमी की मात्रा बढ़ने से मूंग फसल को भी फायदा होगा। हालांकि जोरदार बारिश नहीं होने के कारण किसानों को कोई खास फायदा नहीं पहुंचा है। रविवार को दिनभर आसमान में बादल उमड़ते घुमड़ते रहे। दोपहर तक मौसम को देखकर लगता था कि जिले में जोरदार बारिश होगी लेकिन जिले के किसी भी इलाके में जोरदार बारिश की सूचना नहीं है। दोपहर के बाद धूप खिलने के के साथ मौसम में उमस बढ़ गई। हालांकि रुक-रुक कर हवा चलने के कारण लोगों को गर्मी से राहत मिलती रही। इधर मौसम विभाग के मुताबिक जिले आसमान में बादल छाए रहेंगे और बारिश की संभावना बनी हुई रहेगी। अगले तीन-चार दिनों में तापमान का पारा में दो से तीन डिग्री सेल्सियस और गिरने की संभावना है। आसमान में छाये काले बादल, मौसम हुआ सुहाना : फारबिसगंज में बीते एक पखवाड़े से जारी हिटवेव व चिलचिलाती गर्मी के बाद शनिवार की देर रात से मौसम में परिवर्तन दिखने लगा है। आसमान में काले-काले बादल मंडराने लगे है। जिससे तापमान में भी काफी गिरावट हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक आगामी एक-दो दिनों में मानसून की बारिश शुरू हो जायेगी। जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिल सकेगी। हालांकि शनिवार की देर रात हल्की बूंदाबांदी होने से भी लोगों को काफी राहत मिली है। बंगाल-बिहार की किशनगंज सीमा से प्रवेश होने वाला मानसून इस बार बिलंब से पहुंच रहा है। जिसके चलते इस बार ज्यादा गर्मी पड़ रही है। लोगों का कहना है कि मानसून की आहट मात्र से मौसम में खासा परिवर्तन दिखाई पड़ रहा है। 7-8 डिग्री तक तापमान में गिरावट हो गई है। जिससे लोगों का काफी हद तक राहत मिली है। इधर रविवार की अहले सुबह से ही आसमान में काले काले बादलों का नज़ारा साफ साफ दिखाई देने लगा है। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि कुछ घंटों में मानसून सक्रिय हो जाएगा,साथ ही झमाझम बारिश का आनंद भी लोग जमकर उठा पायेंगे। भरगामा में पिछल एक पखवाड़े से प्रचंड गर्मी का सामना कर रहे लोगो पर आज पहली बार मौसम मेहरवान हुआ । रविवार को प्रखंड क्षेत्र के कई हिस्सो मे हल्की फुल्की बारिश के बाद थोडी राहत मिली । इसके कारण मौसम भी खुशगवार हो गया । वही सूखे का सामना कर रहे किसानो इससे राहत नही मिली है । लेकिन इस हल्की बारिश से अब आशा जरूर जगी है कि एक दो दिनो मे झमाझम बारिश जरूर होगा । बताया जा रहा है कि पिछले एक पखवारे से चिलचिलाती धूप के कारण लोग परेशान थे । दिन मे लोग अपने घरो से नही निकल पा रहे थे । लेकिन रविवार सुबह हल्की बूंदा-बांदी के साथ आसमान मे बादलों के बीच सूर्य ढकी रही । इससे लोगो को प्रचंड गर्मी से राहत मिली । इधर प्रचंड गर्मी के चलते खेतो से नमी गायव हो जाने से खेतो मे दरारे पडनी शुरू हो गयी है । वही किसानो को मानसून की सुस्ती के कारण धान की खेती पर विपरीत प्रभाव पडने की आशंका सताने लगी थी । क्योंकि जानकार कृषक बन्टी सिह , बबलू सिंह , राजेश झा , ललित सिंह, अमर चौहान , रघुनंदन साह , मुन्ना यादव बताते है कि मानसून बाली बारिश नही होने से धान का बिचड़ा कमजोर होगा । इससे फसल और उत्पादन पर बुरा असर पडने की आशंका है । इनलोगो ने बताया पहली जुलाई से किसान धान की रोपनी शुरू कर देते है । इससे पहले किसान धान का बिचडा तैयार करते है । अमूमन 15 जून तक धान का बीज गिराने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है । तभी पहली जुलाई से रोपनी शुरू होती है । लेकिन इसी समय मे इस बार बेतहासा गर्मी के चलते किसान परेशान व हताश थे । किसानों का मानना था कि अगर अब भी अच्छी बारिश नही होगी तो बिचडा का गुणवत्ता अच्छी नही हो सकेगी। लेकिन आज हुई हल्कि बारिश ने धान के बिचडे को संजीवनी प्रदान करने का काम किया है । वही किसान अब आशान्वित है कि एक दो दिनो मे आसमानी बारिश जरूर होगी।

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