जीएमसीएच में आइसोलेशन वार्ड शुरू
कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर जिले के स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। जीके में एक भी मामला नहीं मिला है। जीएमसीएच में 30 बेड का आइसोलेशन वार्ड और 500 जांच किट...

देश में कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 के बढ़ते मामले को लेकर जिले के स्वास्थ्य विभाग ने आवश्यक तैयारियाँ शुरू कर दी हैं । सिविल सर्जन डॉक्टर विजय कुमार ने बताया कि कोरोना का एक भी मामला जीके में नहीं मिला है । कोरोना संक्रमण की जांच गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के लैब में होता है । कॉलेज प्रशासन जांच में प्रयोग होने वाले किट की खरीदारी की कवायद में जुटा है । जीएमसीएच की अधीक्षक डॉ सुधा भारती ने बताया कि जीएमसीएच के सी-ब्लॉक में प्रथम फ्लोर पर 30 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। जांच के लिए 500 किट भी उपलब्ध है।
मेडिसिन विभाग के वरीय चिकित्सक डॉ सुमित कुमार को वार्ड का नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। अस्पताल प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है । स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जीएमसीएच में एक एलएमओ,तीन पीएसए व एक 280 पीएसए प्लांट पूरी तरह से फंक्शनल है । इधर नरकटियागंज व बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में लगा ऑक्सीजन प्लांट ठप है। नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल प्रशासन का कहना है कि प्लांट चालू करने के लिए इंजीनियरिंग की टीम जांच की है,जल्द ही चालू कर दिया जाएगा। जबकि बगहा अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में लगा प्लांट अब तक चालू नहीं हो सका है । सिविल सर्जन ने कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर जिले के सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड में रखा गया है। बगहा में 30 बेड व नरकटियागंज में 8 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। अनुमंडलीय अस्पताल से लेकर सीएचसी तक में प्रर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है।
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