लेप्रोस्कोपी मरीजों के लिए साबित हो रहा वरदान
बेतिया में जीएमसीएच में लेप्रोस्कोपी सर्जरी की सुविधा शुरू हो गई है। यह पेट की बीमारियों के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो रही है। हर महीने 10 से 12 सर्जरी जीएमसीएच में और निजी अस्पतालों में एक हजार से...

बेतिया, एक संवाददाता। लेप्रोस्कोपी सर्जरी मेडिकल साइंस में सर्जरी के लिए लेप्रोस्कोपी मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है। खासकर पेट की बीमारी में ऑपरेशन की जरूरत पड़ने पर सबसे बेहतर विकल्प साबित हो रहा है। अब जीएमसीएच में भी इसकी सुविधा उपलब्ध हो गई है। यहां सबसे अधिक पित्त की थैली, अपेंडिस व गोल ब्लॉडर की सर्जरी लेप्रोस्कोपी से हो रही है। प्रत्येक महीने अकेले जीएमसीएच में 10 से 12 सर्जरी लेप्रोस्कोपी से हो रही है। निजी की बात करें तो एक हजार से अधिक सर्जरी प्रत्येक महीने लेप्रोस्कोपी से हो रही है। जीएमसीएच के लेप्रोस्कोपी सर्जरी के सीनियर रेजीडेंट डॉ. शुभम ने बताया कि जीएमसीएच में सुविधाएं बढ़ने के साथ लोगों का इलाज के प्रति विश्वास भी बढ़ा है।
यहां पेट से संबंधी बीमारी के मरीज सर्जरी कराने के लिए पहुंच रहे हैं। मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ रही है। लेप्रोस्कोपी से सर्जरी से मरीजों को अधिक कष्ट नहीं उठाना पड़ता है। वे जल्दी ठीक होते हैं। इधर, सिन्हा मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के डॉ. मोहनीश सिन्हा ने बताया कि 80 फीसदी से अधिक मरीज लेप्रोस्कोपी को प्रेफर कर रहे हैं। इस विधि से ऑपरेशन के बाद वे तुरंत काम पर लौट सकते हैं। उन्हें अधिक तकलीफ नहीं होती है। इस विधि से बड़े से बड़ा ऑपरेशन हो रहा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।