NCR के इस शहर में बनाया जाएगा नया टूरिस्ट प्लेस, क्या-क्या होगा खास
एनसीआर के शहर गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम योजना की 2700 वर्गमीटर जमीन पर जंगल विकसित किया जाएगा। जीडीए ने शनिवार को योजना के एसटीपी परिसर की खाली जमीन को समतल करना शुरू कर दिया है। फिर यहां मियावकी पद्धति से पौधरोपण होगा।

एनसीआर के शहर गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम योजना की 2700 वर्गमीटर जमीन पर जंगल विकसित किया जाएगा। जीडीए ने शनिवार को योजना के एसटीपी परिसर की खाली जमीन को समतल करना शुरू कर दिया है। फिर यहां मियावकी पद्धति से पौधरोपण होगा। इसमें घने, छायादार और फलदार पौधे लगेंगे।
गाजियाबाद में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए जीडीए हरियाली पर जोर दे रहा है। पिछले दिनों जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने निर्माणाधीन योजनाओं में पर्यटन स्थल, पार्क और हरित पट्टियों पर छायादार और फलदार पौधे लगाने के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में अब जीडीए मधुबन बापूधाम स्थित एसटीपी परिसर की करीब 2700 वर्गमीटर जमीन को घने जंगल के रूप में विकसित करेगा, जो पर्यटन स्थल के रूप में होगा। जीडीए के अधिकारी बताते हैं कि यहां पौधरोपण मियावाकी पद्धति से किया जाएगा, ताकि भविष्य में लोगों को इनका लाभ और ताजी हवा मिल सके। अधिकारी बताते हैं कि शनिवार को प्राधिकरण के उद्यान अनुभाग ने जमीन को समतल करने का काम शुरू कर दिया है, जिससे बरसात के मौसम में यहां पौधरोपण कर इसे विकसित किया जा सके। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 27 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
पर्यटन स्थल के रूप में बनेगा : अधिकारी बताते हैं कि यहां घूमने की व्यवस्था होगी। इसके लिए चारों ओर अलग से फुटपाथ तैयार करने की योजना है, ताकि लोग सुबह-शाम घूम सकें। साथ ही, बैठने के लिए भी बेंच लगाई जाएंगी। इसे पर्यटन स्थल के रूप में बनाया जाएगा।
ये पौधे रोपे जाएंगे
जीडीए जमीन पर पीपल, नीम, सहजन, लाल कनेर, आम, कटहल, जामुन, अमरूद, आंवला, केला, खजूर, आम, बेल, अमरूद, अनार, नींबू, शहतूत, बेर, केला, अंजीर, फालसा, कदम, अमलतास, कचनार, चॉदनी, टिकोमा, गुडहल, आदि फलदार और छायादार पौधे लगाने पर विचार कर रहा है।
घूमने की व्यवस्था होगी
अधिकारी बताते हैं कि यहां घूमने की व्यवस्था होगी। इसके लिए चारों ओर अलग से फुटपाथ तैयार करने की योजना है, ताकि लोग सुबह-शाम घूम सकें। साथ ही, बैठने के लिए भी बेंच लगाई जाएंगी। इसे पर्यटन स्थल के रूप में बनाया जाएगा। इसके लिए पशु-पक्षियों की आकृति लगाने पर भी विचार चल रहा।
अतुल वत्स, उपाध्यक्ष, जीडीए, ''मधुबन बापूधाम में एसटीपी परिसर की जमीन पर जंगल बसाने की योजना है। काम शुरू कर दिया गया है। ये स्थान पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा।''