जलजमाव के समाधान के लिए नालियों की उड़ाही जरूरी
मंझौल में जल जमाव की समस्या को हल करने के लिए नालियों की उड़ाही आवश्यक है। बरसात के समय जल जमाव एक प्रमुख समस्या बन जाती है। अगर चौड़ी नालियों का निर्माण किया जाए और पानी को कावर झील की तरफ मोड़ा जाए, तो...

मंझौल। मंझौल में जल जमाव की समस्या से निपटने के लिए नालियों की उड़ाही आवश्यक है। बरसात के समय में मंझौल में जल जमाव एक प्रमुख समस्या बन जाती है। लोगों के अनुसार मंझौल के मैदानी क्षेत्र का ढ़ाल उत्तर दिशा कावर झील की तरफ है। दक्षिण दिशा का पानी बस स्टैंड के पास मोइन में जाता है। चौड़ी नालियों का निर्माण कर अगर कावर झील की तरफ पहुंचा दिया जाए तो मंझौल में जल जमाव की समस्या से स्थाई रूप से निपटा जा सकता है। साथ ही नालियों की उड़ाही कर दक्षिण दिशा का पानी अगर बस स्टैंड के पास मोइन में गिरा दिया जाता है तो जल जमाब की समस्या के समाधान के साथ ही मत्स्य पालन में सहूलियत होगा।
प्रायः हर वर्ष मानसून शुरू होने के बाद नालियों की उड़ाही शुरू होती है।
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