बरौनी नगर परिषद: जलजमाव के संकट से लोगों को नहीं मिली निजात
लीड पेज 5::::::साल बाद भी आज तक बरौनीवासियों को जलजमाव की समस्या से आज तक निजात नहीं मिल सकी है। नप क्षेत्र में जल निकासी के नाम पर हर साल लाखों रुपए खर्च होते है लेकिन जलजमाव की समस्या का स्थायी...

बरौनी,निज संवाददाता। बरौनी नगर परिषद के गठन के लगभग दो साल बाद भी आज तक बरौनीवासियों को जलजमाव की समस्या से आज तक निजात नहीं मिल सकी है। नप क्षेत्र में जल निकासी के नाम पर हर साल लाखों रुपए खर्च होते है लेकिन जलजमाव की समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो पा रहा है। बरौनी नगर परिषद में 31 वार्ड हैं। कमोबेश सभी वार्डों में लोग जलजमाव की समस्या से कराह रहे हैं। बरौनी नगर परिषद वार्ड 15 काली स्थान मुहल्ले की स्थिति काफी दयनीय है। यहां के वाशिंदे लगभग 15 वर्षों से जलजमाव की समस्या से लगातार जूझ रहे हैं। फिलवक्त स्थिति यह है कि लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। जानकारी के मुताबिक काली स्थान मुहल्ले में ग्राम पंचायत राज में लगभग चार बार नाला निर्माण किया जा चुका है। आखिर बार 2014 में लगभग 1300 फ़ीट लंबा और 3 फ़ीट चौड़ा नाला का निर्माण कराया गया था। उस समय नाले का पानी आसपास के खाली डोभे में भी जाता थाऔर स्थिति नियंत्रण में थी। लेकिन, अब न तो पानी निकासी की ही बंदोबस्त है और न ही नाला की नियमित सफाई ही होती है। नाला सिकुड़ कर तीन फीट से डेढ़ फीट का हो गया है। वार्ड 15 की आबादी 2014 में लगभग 22 सौ के करीब थी। अब लगभग 5 हजार की घनी आबादी है। कालीस्थान मुहल्ले की बात करें तो इस मुहल्ले में लगभग 200 घर व लगभग आधे दर्जन दुकानें भी हैं। इसके साथ काली मंदिर होने के कारण अहले सुबह से ही भक्तों का आना-जाना लग जाता है। ऐसी स्थिति में सड़क पर लगातार जलजमाव रहने से लोगों को कितनी फ़जीहत झेलनी पड़ती होगी, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। जलजमाव का खिंचाव कर नप कार्यालय का बन जाता है बिल बरौनी नगर परिषद के गठन के बाद नगर परिषद द्वारा लोगों को जलजमाव से निजात दिलाने के लिए मशीन वाली गाड़ी से पानी का खिंचाव कर अपना बिल तो बना लिया जाता है लेकिन इस समस्या का स्थायी समाधान के दिशा में कोई पहल करना मुनासिब नहीं समझा जा रहा है। चार दिन पूर्व बरौनी नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी व मुख्य पार्षद द्वारा इस मुहल्ले में बनी जलजमाव की समस्या की शिकायत पर निरीक्षण किया गया था और लोगों को आश्वासन दिया गया कि डेढ़ महीने में इस समस्या का हल मास्टर नाला का निर्माण कर पूरा किया जाएगा। राजेश राम, पवन राम, दिलीप कुमार, संगीता, सल्लो ठाकुर आदि स्थानीय लोगों ने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती है कि नाले की पानी की निकासी कहां की जाएगी। इसकी अभी तक कोई बेहतर प्लान तैयार नहीं है। फिलवक्त जलजमाव के कारण मोहल्लेवासियों को घर से निकलना मुश्किल साबित हो रहा है। स्कूली बच्चों को घर से स्कूल जाने के लिए हाथ में जूते लेकर मुख्य सड़क तक जाने की विवशता बनी है। इतना ही नहीं बारिश के मौसम में लोगों के घर में पानी घुस जाता है। लोग चौकी पर खाना बनाने को विवश बने रहते हैं। वार्डों में जलजमाव की समस्या को लेकर मुख्य पार्षद से कई बार मिल चुके हैं नगरवासी बरौनी नगर परिषद बरौनी क्षेत्र में जलजमाव की गंभीर समस्या लोगों के लिए सालों से परेशानी का सबब बना है। इसमें मुख्य रूप से वार्ड-4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14 ,15, 16, 17, 18 19, 30, 31 में जलजमाव की अधिक समस्या से मोहल्लेवासी खासे परेशान हैं। दर्जनों लोगों द्वारा बरौनी नगर परिषद कार्यालय पहुंच मुख्य पार्षद संजीव कुमार से मिलकर अपनी समस्याओं को रखा जा चुका है। लोगों ने बताया कि वर्षों से जलजमाव की समस्या से वे लोग परेशान हैं। इससे बेहतर पंचायत राज ही था। इस दौरान कम से कम किसी तरह नाले की साफ सफाई तो की जाती थी लेकिन जबसे नगर बना है जलजमाव की समस्या अधिक बढ़ गई है। मुहल्ले के सड़क पर नाले का गंदा पानी जमा रहता है। इस कारण रास्ते पर चलना मुश्किल हो रहा है। अक्सर लोग गिरकर चोटिल होते रहते हैं। इतना ही नहीं लगातार जलजमाव के कारण पानी सड़ जाने से बदबू भी निकलती रहती है। नतीजतन गंभीर बीमारियों के उत्पन्न होने का खतरा लगातार लोगों के बीच मंडरा रहा है। बरौनी में नहीं शुरू हुई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य बरौनी नगर परिषद में 2024 के जनवरी माह में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य शुरू होने की उम्मीद थी। लेकिन अब 2025 का मार्च माह चल रहा है। विभागीय जानकारी के मुताबिक डीपीआर बनाकर भेजा जा चुका है। हालांकि, 2023 के दिसंबर माह से ही कार्य शुरू होने की बात कही जा रही थी। गत 14 अक्टूबर 2023 को बरौनी वाटिका चौक से बरौनी नगर परिषद के जनप्रनिधियों व अधिकारियों द्वारा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने को लेकर इस्टीमेट बनाने की शुरुआत की गई थी। उस वक्त अधिकारियों ने कहा था कि बरौनी नगर परिषद में सब कुछ ठीक ठाक रहा तो 2024 जनवरी माह में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य शुरू होने की उम्मीद है। इस योजना की शुरुआत होने से पूरे शहर का गंदा पानी सीवरेज के माध्यम से एक जगह पर एकत्रित कर उसका ट्रीटमेंट किया जाएगा और साफ पानी को पीने योग्य व उससे बचे गंदे पानी को सिंचाई के लिए उपयोग में लाया जाएगा। इस योजना को अमलीजामा पहनाने के बाद क्षेत्र के लोगों को जलजमाव की समस्याओं से राहत मिलने की उम्मीद जगी थी। विदित हो कि जलजमाव की समस्या को ध्यान में रखते हुए जनप्रतिनिधियों द्वारा बुडको ऑफिस पटना से संपर्क साध कर नगर परिषद बरौनी को एसटीपी योजना में शामिल करने की मांग की गई थी। अब वह कब तक धरातल पर उतरेगी,यह कहना कठिन साबित हो रहा है। कहते हैं मुख्य पार्षद नप क्षेत्र में जलनिकासी को लेकर मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। इसको लेकर स्थानीय लोगों से भी राय-मशविरा किया जा रहा है। अतिक्रमित गैरमजरूआ गड्ढों की भी छानबीन की जा रही है। इसके अलावा अधिकारियों के साथ बैठक कर जलजमाव की समस्या के स्थायी समाधान के लिए गुप्ता बांध के उस पार लगभग 4 एकड़ जमीन का बंदोबस्त करने को लेकर भी गहन विचार विमर्श किया जा रहा है। संजीव कुमार, मुख्य पार्षद, बरौनी नगर परिषद
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