खोदावंदपुर में किसानों से 0.16 प्रतिशत हुई गेहूं की खरीद
खोदावंदपुर में सरकारी समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदने की अवधि समाप्त हो गई। निर्धारित लक्ष्य 319 मैट्रिक टन में से केवल 0.16 प्रतिशत यानी 5 क्विंटल गेहूं ही खरीदा जा सका। किसानों का कहना है कि उचित मूल्य...

खोदावंदपुर, निज संवाददाता। सरकारी समर्थन मूल्य पर किसानों से गेहूं खरीदने के लिए सहकारिता विभाग द्वारा निर्धारित की गई अवधि रविवार को समाप्त हो गई। इस अवधि में खोदावंदपुर में निर्धारित लक्ष्य का मात्र 0.16 प्रतिशत ही गेहूं खरीद किया जा सका। खोदावंदपुर प्रखंड में 319 मैट्रिक टन गेहूं खरीद करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिसमें मात्र 5 क्विंटल ही गेहूं ख़रीदा जा सका। प्रखंड सहकारिता अधिकारी अवधेश कुमार ने बताया कि खोदावंदपुर प्रखंड के सभी 8 पैक्सों एवं खोदावंदपुर व्यापार मंडल को गेहूं खरीदने की जिम्मेदारी दी गई थी। उन्होंने बताया कि यहां कुल 319 मैट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य था।
जिसमें बरियारपुर पूर्वी पैक्स द्वारा मात्र 5 क्विंटल गेहूं खरीदा गया। अन्य पैक्सों द्वारा गेहूं खरीद का कार्य शून्य रहा। बी सीओ ने बताया कि गेहूं खरीदने की अंतिम तिथि 15 जून तक ही निर्धारित है। उचित मूल्य नहीं मिलने से किसान रहे उदासीन प्राप्त जानकारी के अनुसार रब्बी विपनन वर्ष 2025-26 में गेहूं का सरकारी समर्थन मूल्य 2 हजार 425 रुपए निर्धारित किया गया। जबकि गेहूं का बाजार मूल्य इससे अधिक है। इसके कारण किसानों ने पैक्स के बदले खुले बाजार में ही अपना गेहूं बेचना ज्यादा लाभदायक समझा। पैक्स को गेहूं बेचने के मामले में किसान उदासीन रहे। इस संदर्भ में कई किसानों ने बताया कि सरकार अनाज उत्पादको को उनके उत्पाद का उचित मूल्य नहीं देती। सरकार किसानों का आर्थिक उत्थान करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का ढिढोरा तो पीटती है परन्तु अपने उत्पादों के मूल्य निर्धारण का अधिकार किसानों को नहीं देती। जिससे किसानों तक सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं पहुंच पाता।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।