जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में सावधानी बरतना जरूरी
बीडीओ ने पंचायत सचिव और कार्यपालक सहायकों के साथ की बैठक बीडीओ ने पंचायत सचिव और कार्यपालक सहायकों के साथ की बैठक

बीडीओ ने पंचायत सचिव और कार्यपालक सहायकों के साथ की बैठक (पेज चार) रामपुर, एक संवाददाता। प्रखंड के बहुउद्देशीय भवन में मंगलवार को बीडीओ दृष्टि पाठक ने पंचायत सचिव व कार्यपालक सहायकों के साथ बैठक की। उन्होंने कई बिंदुओं पर समीक्षा की और निर्देश दिया कि जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में सावधानी बरती जानी चाहिए। छोटी चूक से बड़ी गलती हो सकती है। अगर कोई गलती होती है तो उसका जवाबदेह आपलोग स्वयं होंगे। ऐसा करें कि ऐसी नौबत ही न आए। उन्होंने बताया कि जन्म प्रमाण पत्र बनाते समय माता-पिता की उम्र, बच्चे का जन्म स्थल चाहे वह किसी स्वास्थ्य केंद्र या घर पर हुआ हो आदि का ध्यान रखें।
मृत्यु प्रमाणपत्र बनाते समय इसका कारण, स्थान, उम्र का ध्यान रखें। अगर एक्सिडेंटल है तो उसकी एफआईआर की प्रति जरूर लें। सरकार का उद्देश्य इसके माध्यम से जानना है कि प्रसव अधिक सरकारी या गैरसरकारी संस्थान में हो रहा है। वहीं मृत्यु का कारण जानना चाहती है कि लोग किसी रोग से या सामान्य जीवन यापन कर या किसी नशा करने से मृत्यु हो रही है। इस प्रकार जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई।
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