BDO Inspects Special Ward for Heatstroke and Diarrhea Patients Urges Health Workers to Stay Alert चमकी बुखार व लू को लेकर बीडीओ ने की बैठक, Bhabua Hindi News - Hindustan
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चमकी बुखार व लू को लेकर बीडीओ ने की बैठक

भगवानपुर में बीडीओ श्रेया कुमारी ने चमकी बुखार, लू और डायरिया के मरीजों के इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्पेशल वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को मरीजों...

Newswrap हिन्दुस्तान, भभुआMon, 28 April 2025 09:55 PM
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चमकी बुखार व लू को लेकर बीडीओ ने की बैठक

लू के मरीजों को इलाज के लिए स्थापित स्पेशल वार्ड का किया निरीक्षण बीडीओ ने चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों को अलर्ट रहने का दिया निर्देश (पेज चार) भगवानपुर, एक संवाददाता। चमकी बुखार, लू व डायरिया से निपटने को लेकर बीडीओ श्रेया कुमारी ने सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, पीआरआई सदस्य व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बैठक की। उन्होंने चमकी बुखार (एईएस), डायरिया व लू के मरीजों की स्वास्थ्य जांच व इलाज की सुविधा व व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान बीडीओ ने लू व डायरिया से पीड़ित मरीजों को भर्ती कर इलाज करने के लिए स्थापित स्पेशल वार्ड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद उन्होंने चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया। सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से पूछने पर बताया कि एईएस का मतलब एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम होता है, जिसे चमकी बुखार के नाम से भी जाना जाता है। यह एक गंभीर बीमारी है, जो मस्तिष्क में सूजन या जलन पैदा करती है। यह आमतौर पर युवा, बच्चों और किशोरों को प्रभावित करती है। उन्होंने बताया कि इसके मरीज को उच्च बुखार, सिरदर्द, उल्टी, भ्रम, बरामदगी, गर्दन और पीठ में अकड़न, स्मरण शक्ति की हानि, बोलने या सुनने में समस्या, नींद नहीं आने, गंभीर मामलों में पक्षाघात और कोमा में जाने तक की शिकायत रहती है। बैठक में चिकित्सक ने बताया कि यह बुखार वायरस, बैक्टीरिया, कवक, परजीवी, मच्छरों के काटने, खाद्य विषाक्तता, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली आदि के कारण होता है। बुखार को ठीक करने के लिए एंटीबायोटिक्स, एंटीवायरल दवाएं दी जाती है। मरीज की अच्छे से देखरेख करना जरूरी है। उन्होंने बताया कि एईएस के मरीज रोने लगते हैं। अक्सर सोए रहते हैं। चिड़चिड़ापन के शिकार हो जाते हैं। इन्हे भूख भी कम लगती है। ऐसे लक्षण दिखने पर मरीज का शीघ्र उपचार कराना जरूरी होता है। फोटो- 28 अप्रैल भभुआ- 13 कैप्शन- भगवानपुर सीएचसी में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों व कर्मियों के साथ बैठक करतीं बीडीओ श्रेया कुमारी।

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