प्यास बुझाने और सड़कों का दर्द मिटाने वाली योजनाएं फाइलों में अटकीं, जनता परेशान
खत्म करो इंतजार 13.38 करोड़ से शहर में होना है 81 सड़क व नालों

भागलपुर, वरीय संवाददाता। नगर निगम की दो महत्वपूर्ण योजनाएं, जिनसे आम जनता को सीधे तौर पर सुविधा मिलनी थी। वह पिछले कई महीनों से फाइलों में धूल फांक रही है। जहां भीषण गर्मी में शहरवासियों को प्याऊ की कमी खल रही है। वहीं जर्जर सड़कों और नालों से भी लाखों की आबादी जूझ रही है। ये दोनों ही परियोजनाएं निविदा प्रक्रिया में उलझी हुई हैं, जिससे इनके धरातल पर उतरने में लगातार देरी हो रही है। इन दोनों ही महत्वपूर्ण परियोजनाओं का फाइलों में अटकना प्रशासनिक सुस्ती को दर्शाता है। आम जनता, जिन्हें इन योजनाओं से सीधा लाभ मिलना था, अब भीषण गर्मी में प्याऊ के इंतजार में और जर्जर सड़कों पर चलने को मजबूर हैं।
मामले को लेकर प्रभारी नगर आयुक्त कुंदन कुमार ने बताया कि उक्त दोनों परियोजनाओं की फाइल कहां और किन कारणों से फंसी है, इसकी जानकारी ली जायेगी। इसके बाद ही उचित कार्रवाई की जा सकेगी। गर्मी में प्यास बुझाने वाली 102 प्याऊ की योजना ठंडे बस्ते में इस प्रचंड गर्मी में भागलपुर के हर वार्ड में दो-दो, यानी सभी 51 वार्ड में कुल 102 प्याऊ बनाने की नगर निगम की योजना सिर्फ कागजों तक सीमित है। 6.37 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इन प्याऊ का उद्देश्य शहरवासियों को भीषण गर्मी में राहत पहुंचाना था। निविदा प्रक्रिया पूरी न होने से अब यह सपना इस गर्मी में पूरा होता नहीं दिख रहा। बताया जा रहा है कि हर प्याऊ पर करीब 13 लाख रुपये खर्च किए जाने हैं। मार्च माह में ही इसके लिए निविदा जारी की गई थी, लेकिन निविदाएं अब तक खोली नहीं गई हैं। यह फाइलें महीनों से एक टेबल से दूसरी टेबल पर घूम रही हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि नए नगर आयुक्त के छुट्टी से लौटने के बाद ही इन परियोजनाओं को गति मिल पाएगी। इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा है, जिन्हें गर्मी में पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। 81 सड़क और नाला निर्माण की योजना भी अधर में, लाखों की आबादी परेशान इसी तरह, 13.38 करोड़ रुपये की लागत से 81 सड़कों और नालों के निर्माण की एक और महत्वपूर्ण योजना भी कई महीनों से ठंडे बस्ते में पड़ी है। नगर निगम ने इन कार्यों को अत्यंत आवश्यक मानते हुए प्राथमिकता दी थी। खासकर उन इलाकों को चिह्नित किया गया था जहां सड़कें या तो हैं ही नहीं या बेहद जर्जर हो चुकी हैं। तातारपुर के आसानंदपुर स्थित मुस्लिम माइनॉरिटी डिग्री कॉलेज से लेकर यूनिवर्सिटी रोड तक की सड़क, तिलकामांझी के वार्ड संख्या 31 और 32 के बीच शीतला स्थान रोड जैसी कई सड़कें बदहाली का शिकार हैं। बरसात का मौसम नजदीक आ रहा है और अगर सड़कों और नालों का निर्माण समय पर नहीं होता है तो शहरवासियों को जलजमाव और आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
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