सहरसा : चेहरे के सत्यापन के बाद ही अब मातृ वंदना योजना का लाभ
सहरसा में आईसीडीएस विभाग ने प्रधानमंत्री मातृ बंदना योजना के तहत चेहरे के सत्यापन के बाद ही लाभार्थियों को सहायता देने का आदेश दिया है। पहली बार शिशु के लिए 5000 और दूसरी कन्या शिशु के लिए 6000 रुपये...

सहरसा । हिन्दुस्तान संवाददाता आईसीडीएस विभाग द्वारा अब एफआरएस के तहत चेहरे के सत्यापन उपरांत ही प्रधानमंत्री मातृ बंदना योजना दिये जाने का आदेश जारी किया है। प्रधानमंत्री मातृ बंदना योजना तहत पहले शिशु (लड़का हो या लड़की) के लिए 5000 रुपए एवं दूसरे कन्या शिशु के लिए 6 हजार रुपए दिया जाता है। इधर चेहरे के सत्यापन के बाद ही पोषाहार वितरण भी किया जा रहा है। हालांकि इसके लिए विभाग वैसे केन्द्र को चिन्हित किया जा रहा है जो चेहरे सत्यापन किये बिना पोषाहार बांट रहा है। जिला के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर हर माह की 15 तारीख को पूरक पोषाहार का वितरण किया जाता है।
इसके अंतर्गत लाभार्थियों को फोर्टिफाइड चावल मूंग दाल, सोयाबीन, आयोडीन युक्त नमक, खाद्य तेल सामग्री दी जाती है। विभाग द्वारा अब लाभार्थियों का पोषण ट्रैकर ऐप के माध्यम से पहचान सत्यापन किया जाएगा। आईसीडीएस डीपीओ कुमारी पुष्पा ने बताया कि पोषण ट्रैकर ऐप के माध्यम से ए-केवाईसी एवं चेहरे का सत्यापन (फेस ऑथेंटिकेशन) कराना जरूरी है। जिसकी पुष्टि के बाद ही पूरक पोषाहार दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी लाभार्थियों का अब आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता बनवाना अनिवार्य है। समेकित बाल विकास सेवाएं आंगनवाड़ी लाभार्थी पंजीकरण, आंगनवाड़ी केंद्रों में प्रदान की जाने वाली सम्पूर्ण सेवाएं जैसे 6 माह से 6 वर्ष के बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं एवं किशोरियों के लिए पोषाहार, 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों के लिए स्कूल पूर्व शिक्षा, इत्यादि प्राप्त करने हेतु नजदीक के आंगनवाड़ी केंद्र में आधार कार्ड के साथ सेविका दीदी के माध्यम से पंजीकरण करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड में मेडिकल रिकॉर्ड संधारित्त रहता है जिसे आप अपने डॉक्टर के साथ साझा कर सकते हैं
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