वित्तीय अधिकार छिनने के बाद कॉलेज में रुका विकास कार्य
कुछ दिनों पूर्व विवि की कमेटी ने की थी जांच कुलपति के आदेश के बाद

भागलपुर, कार्यालय संवाददाता पीबीएस कॉलेज के प्रोफेसर इंचार्ज का वित्तीय अधिकार छीने जाने के बाद विकास कार्यों पर असर पड़ा है। कॉलेजों में काम आगे नहीं बढ़ रहे हैं। दरअसल, अब कॉलेजों में जो भी कार्य होंगे, वित्तीय कार्य का संचालन कुलसचिव और एफओ करेंगे। विवि द्वारा कॉलेज में होने वाले विकास कार्यों के लिए प्रस्ताव और फाइल मांगी जा रही है, लेकिन विवि का कहना है कि वह कॉलेज से नहीं दी जा रही है।
कॉलेज के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. अरविंद साह ने कॉरपस एकाउंट की राशि को फिक्सड डिपॉजिट करने की प्रक्रिया की थी। विवि को इस लेकर प्रस्ताव भेजा गया था। कॉलेज का कहना था कि इस राशि को फिक्सड डिपॉजिट करन के बाद आने वाली राशि के ब्याज से विकास कार्यों को गति दी जाती। तब 3 करोड़ 88 लाख कॉलेज के एकाउंट में थे। इंचार्ज ने 3 करोड़ की राशि को फिक्सड करने की अनुमति दी थी। इसके लिए कॉलेज के कर्मियों ने प्रस्ताव दिया था।
इस जानकारी के बाद ही कॉलेज में कुलपति प्रो. जवाहर लाल के निर्देश पर अधिकारियों की टीम को भेजा गया। उनकी रिपोर्ट के बाद वित्तीय अधिकार ले लिए गए थे। मामले को लेकर कुलसचिव डॉ. रामाशीष पूर्वे ने कहा कि कॉलेज से लंबित विकास कार्यों की फाइल मांगी जा रही है, लेकिन वहां से फाइल नहीं मिल रही है। वहीं इस संबंध में कॉलेज के इंचार्ज डॉ. साह ने बताया कि जो भी फाइलें थी, वह विवि को भेज दी गई है। विवि की अनुमति नहीं मिली तो राशि फिक्सड डिपॉजिट नहीं की गई।
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