Lohia Bridge in Bhagalpur Deteriorating Beauty Due to Neglect and Encroachment वीआईपी आगमन पर चमकी लोहिया पुल की सुंदरता पड़ गई फीकी, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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वीआईपी आगमन पर चमकी लोहिया पुल की सुंदरता पड़ गई फीकी

फोटो नीरज जी पोलों पर लगी एलईडी तिरंगा लाइट बंद, मात्र दो पोल पर

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरTue, 27 May 2025 04:47 AM
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वीआईपी आगमन पर चमकी लोहिया पुल की सुंदरता पड़ गई फीकी

भागलपुर, वरीय संवाददाता। शहर के लोहिया पुल (उल्टा पुल) की सुंदरता, जिसे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के हालिया दौरों से पहले दोवारा संवारा गया था, अब फिर से फीकी पड़ गई है। नगर निगम और संबंधित विभागों की अनदेखी के कारण पुल पर लगाई गई सजावटी तिरंगा लाइट्स खराब हो रही हैं। पुल पर अतिक्रमण को रोकने की कवायद ढीली पड़ गई तो डेढ़ साल पहले टूटी रेलिंग अब तक नहीं बनी। नगर निगम ने लोहिया पुल को इस विनाह पर सजाने संवारने की बात कही थी कि शहर में आने वाले लोगों के जेहन में इसे देखकर अच्छी छवि बने। लेकिन तमाम कवायद वीआईपी दौरों तक ही सीमित रह जाती है।

चकाचौंध से बदहाली तक: तिरंगा लाइट्स का दुर्भाग्य लगभग दो साल पहले भागलपुर के लोहिया पुल को एक नया रूप देने के लिए सौंदर्यीकरण परियोजना के तहत स्ट्रीट लैंप के पोल पर आकर्षक तिरंगा एलईडी स्ट्रिप लाइट्स लगाई गई थी। इन लाइट्स ने रात के समय पुल को एक अनूठी पहचान दी थी। हाल में पीएम का दौरा हुआ तो इन लाइट्स को फिर से दुरुस्त किया गया। हर पोल पर आकर्षक तिरंगा एलईडी स्ट्रिप लाइट्स लगायी गयी थी। लेकिन अब सब पुराने ढर्रे पर। वर्तमान में पूरे पुल पर केवल 2 ही लाइट जल रही है, जबकि शेष खराब हो चुकी है। अतिक्रमण और बेतरतीब विज्ञापन: सुंदरता पर दाग लोहिया पुल की खूबसूरती पर केवल खराब लाइट्स ही नहीं, बल्कि अतिक्रमण और बेतरतीब विज्ञापन भी ग्रहण लगा रहे हैं। पुल के ऊपर अनगिनत बैनर और होर्डिंग की भरमार है, जो न केवल पुल के सौंदर्य को बिगाड़ रहे हैं, बल्कि यातायात के लिए भी विचलित करने वाले साबित होते हैं। इन विज्ञापनों पर कोई नियंत्रण नहीं है, जिससे पुल का स्वरूप एक बाजार जैसा दिखने लगा है। इससे भी गंभीर समस्या अतिक्रमण की है। पुल के फुटपाथों पर तो अतिक्रमणकारियों का कब्जा है ही, अब यह अतिक्रमण सड़क तक फैल गया है। दिनभर ठेले-खोमचे वाले और छोटे दुकानदार पुल पर डेरा डाले रहते हैं। यह स्थिति न केवल पैदल चलने वालों के लिए मुश्किल पैदा करती है, बल्कि यातायात जाम का भी एक बड़ा कारण बनती है। टूटी रेलिंग: सुरक्षा और सौंदर्य दोनों को खतरा लोहिया पुल की बदहाली का एक और प्रमुख कारण डेढ़ साल पहले टूटी हुई रेलिंग है। यह टूटी रेलिंग न केवल पुल की सुंदरता पर एक स्थायी धब्बा है, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा करती है। रेलिंग के टूटने से दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है, खासकर रात के समय। इस महत्वपूर्ण सुरक्षा पहलू की अनदेखी संबंधित विभागों की निष्क्रियता को दर्शाती है। कोट: लोहिया पुल पर लगायी गयी एलईडी लाइट्स को ठीक कराया जायेगा। कई कारणों से लाइट में कुछ खराबी आती है, जिसे समय समय पर ठीक कराया जाता है। एक विशेष टीम शहर में घूम कर स्ट्रीट लाइट और अन्य इस तरह की चीजों की निगरानी करती है और उसकी देखरेख करती है। उन्हें इन लाइट्स को भी ठीक कराने के लिए निर्देशित किया जायेगा। - विनय कुमार यादव, नगर प्रबंधक, नगर निगम, भागलपुर।

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