बोले भागलपुर: दक्षिणी क्षेत्र में योजना बनाकर बिजली का पोल गाड़े विभाग
शहरी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति में सुधार हुआ है, लेकिन मेंटेनेंस के नाम पर घंटों बिजली काटी जा रही है। दक्षिणी क्षेत्र में बिना योजना के पोल गाड़े जाने से जाम और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय...
पहले से शहरी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति में सुधार हुआ है। लेकिन मेंटेनेंस के नाम पर घंटों काटी जा रही बिजली और हल्की हवा में आपूर्ति बाधित होने से लोगों में नाराजगी है। शहरके दक्षिणी क्षेत्र में सड़क किनारे पोल गाड़े जा रहे हैं। स्थानीय लोगों की शिकायत है कि बिना योजना के पोल गाड़े जा रहे हैं। पोल गाड़ने में मानक का पालन नहीं हो रहा है। इसके चलते न केवल जाम लग रहा है, बल्कि दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। लोगों का कहना है कि यही हाल रहा तो भोलानाथ पुल के पास रेलवे ओवरब्रिज बनने के बाद मिरजानहाट सड़क पर चलना मुश्किल हो जाएगा। लोगों ने विभाग के पदाधिकारियों से सड़क के दोनों किनारे पोल गाड़ने का आग्रह किया है। ताकि सड़क की चौड़ाई कम न हो।
शहर की बड़ी आबादी दक्षिण क्षेत्र में रहती है। उस क्षेत्र में समस्याएं भी कम नहीं है। भोलानाथ पुल पर ओवरब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है। पुल बनने के बाद उस क्षेत्र में वाहनों का लोड बढ़ जाएगा। स्थानीय लोगों की शिकायत है कि प्रशासन और नगर निगम दक्षिणी क्षेत्र के विकास पर विशेष ध्यान नहीं दे रहा है। लोगों की सबसे अधिक शिकायत बिजली विभाग से है। भीषण गर्मी में बिजली संकट के चलते लोगों की परेशानी काफी बढ़ गयी है। मेंटेनेंस के नाम पर घंटों बिजली काटी जा रही है। ठंड के मौसम में भी मेंटेनेंस का काम किया गया है। दक्षिणी क्षेत्र में नियमित बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क किनारे मानक के अनुसार पोल नहीं गाड़ा जा रहा है। इसके चलते गाड़ियों का आवागमन बाधित हो रहा है। दुर्घटना की भी संभावना बनी रहती है। सभी क्षेत्र के ट्रांसफार्मर और तार को ठीक करना चाहिए।
मोहद्दीनगर दुर्गास्थान समिति के अध्यक्ष राकेश रंजन केसरी ने बताया कि दक्षिणी क्षेत्र में अक्सर मेंटेनेंस के नाम पर तीन से चार घंटे तक बिजली काटी जा रही है। पूर्व में सभी उपभोक्ताओं को बिजली काटने का मैसेज भी नहीं मिल पाता है। सूचना सभी को समय से मिलनी चाहिए। यह व्यवस्था करने की जिम्मेदारी बिजली विभाग की है। बिजली विभाग को मानव बल बढ़ाकर कम समय में मेंटेनेंस का काम कराना चाहिए। ताकि अधिक समय तक बिजली आपूर्ति बाधित न हो सके। उन्होंने बताया कि मिरजानहाट क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट 24 घंटे जलती रहती है। इससे बिजली बर्बाद होती है। सरकार के राजस्व को नुकसान हो रहा है। बिजली विभाग को हर पोल पर स्वीच की व्यवस्था करनी चाहिए। सबौर कॉलेज सबौर के प्रोफेसर डॉ. राजीव कुमार पोद्दार ने बताया कि पूर्व में बिजली बिल जमा करने के बाद भी नियमित बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही है। लो वोल्टेज के चलते फ्रीज, पंखा सहित घर के अन्य उपकरण के जलने का खतरा बना रहता है।
मोहद्दीनगर दुर्गास्थान समिति के सचिव प्रफुल्ल चन्द्र सिंह ने बताया कि गर्मी में ट्रांसफार्मर पर लोड बढ़ रहा है। उसका मेंटेनेंस समय पर नहीं होने से अक्सर बिजली कट रही है। उपभोक्ताओं के बिजली खपत के अनुसार ट्रांसफार्मर लगना चाहिए। उन्होंने बताया कि मिरजानहाट सड़क किनारे अव्यवस्थित तरीके से पोल गाड़ा जा रहा है। जिससे सड़क की चौड़ाई और कम हो गयी है। भोलानाथ पुल पर ओवरब्रिज बनने से बाद इस सड़क पर वाहनों का लोड और बढ़ेगा। सड़क की चौड़ाई कम होने से जाम लगेगा। समाजसेवी विजय साह ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगने से बिजली चोरी पर कुछ हद तक रोक लग गयी है। बिजली बिल भी बकाया नहीं रहता है। लेकिन बिजली विभाग घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं से फिक्स्ड चार्ज ले रहा है। यह उपभोक्ताओं के साथ अन्याय है। उपभोक्ता जितना बिजली का उपयोग करते हैं। उतने का ही बिल लेना चाहिए।
वार्ड 50 के पार्षद पंकज कुमार गुप्ता ने बताया कि शहर में ट्रांसफार्मरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कवर वायर नहीं किया जा रहा है। इससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। मेंटेनेंस के नाम पर पूर्व में घोषित समय से अधिक बिजली आपूर्ति बाधित होती है। इस दौरान कॉल सेंटर पर कॉल करने पर रिसीव नहीं किया जाता है। मानिकपुर दुर्गा मंदिर समिति का अध्यक्ष हरिशंकर सहाय ने बताया कि पोल पर प्रचार के लिए बैनर-पोस्टर टांगा जा रहा है। इसको देखने वाला कोई नहीं है। इसकी जांच कर दोषी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए। हसनगंज रोड में ट्रांसफार्मर पर लोड अधिक है। खपत के अनुसार यहां अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाना चाहिए। दीपक कुमार साह ने कहा कि जिला उपभोक्ता फोरम से पारित आदेश का पालन भी बिजली विभाग द्वारा नहीं किया जाता है। इसकी जांच होनी चाहिए। आदेश का पालन नहीं करने वालों की पहचान करते हुए कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
मेंटेनेंस के लिए मानव बल बढ़ाए विभाग
मोहद्दीनगर दुर्गास्थान समिति के अध्यक्ष राकेश रंजन केसरी ने बताया कि दक्षिणी क्षेत्र में मेंटेनेंस के नाम पर घंटों बिजली काट दी जाती है। इससे गर्मी में लोगों को काफी परेशानी होती है। बिजली काटने की सूचना पूर्व में सभी उपभोक्ताओं को समय पर नहीं मिल पाती है। ताकि वह पानी आदि की व्यवस्था कर ले। बिजली कटने की सूचना सभी उपभोक्ताओं को समय से मिलनी चाहिए। उपभोक्ता बिजली बिल का अग्रिम भुगतान कर रहे हैं। बिजली विभाग को मानव बल बढ़ाकर कम समय में मेंटेनेंस का काम कराना चाहिए। उपभोक्ता बिजली बिल का पूर्व में भुगतान कर रहे हैं तो इसका उन्हें लाभ मिलना चाहिए। मिरजानहाट क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट की भी हालत अच्छी नहीं है। स्ट्रीट लाइट 24 घंटे जलती रहती है। इससे बिजली बर्बाद होती है। बिजली विभाग को हर पोल पर स्वीच की व्यवस्था करनी चाहिए।
उपभोक्ता से फिक्स्ड चार्ज लेने की व्यवस्था खत्म हो
समाजसेवी विजय साह ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगने से बिजली चोरी पर कुछ हद तक रोक लग गयी है। बिजली बिल भी उपभोक्ताओं के पास बकाया नहीं रहता है। इसका लाभ बिजली उपभोक्ताओं को मिलना चाहिए। लेकिन बिजली विभाग घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं से फिक्स्ड चार्ज ले रहा है। यह उपभोक्ताओं के साथ अन्याय है। फिक्स्ड चार्ज की व्यवस्था खत्म होनी चाहिए। इससे उपभोक्ताओं को आर्थिक नुकसान हो रहा है। बिल का भुगतान समय से हो रहा है तो उपभोक्ताओं को नियमित बिजली की आपूर्ति करनी चाहिए। अक्सर देखा जाता है कि किसी प्रकार की आपूर्ति में खराबी आने पर उपभोक्ता शिकायत करते हैं। लेकिन समय पर खराबी ठीक नहीं हो पाती है। खराबी को ठीक कराने के लिए कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है। उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना बिजली विभाग की जिम्मेदारी है।
बिजली पोल पर लग रहे बैनर-पोस्टर पर रोक लगे
मानिकपुर दुर्गा मंदिर समिति के अध्यक्ष हरिशंकर सहाय ने बताया कि बिजली पोल मनमाने ढंग से सड़क किनारे गाड़ा गया है। इससे न सिर्फ आम जनता को परेशानी हो रही है, बल्कि यातायात और सुरक्षा व्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है। कई जगह बिजली का पोल सार्वजनिक स्थानों के पास और गलियों के बीचोबीच गाड़ दिया गया है। जिससे आवाजाही में बाधा उत्पन्न हो रही है। पोलों पर लोग बैनर और पोस्टर लगाकर अतिक्रमण कर रहे हैं। कई जगहों पर पोल पर बैनर, पोस्टर और विज्ञापन सामग्री चिपका दी जाती है, जिससे पोल की स्थिति और खराब हो जाती है। यह सौंदर्यीकरण को प्रभावित करता है। बिजली विभाग इसकी जांच करे और इसके लिए जो भी दोषी हैं उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। पोल से तत्काल बैनर और पोस्टर हटाया जाए।
बिजली कटौती की जानकारी उपभोक्ताओं को मिले
सबौर कॉलेज सबौर के प्रोफेसर डॉ. राजीव कुमार पोद्दार ने बताया कि उपभोक्ताओं को बिल भुगतान और रिचार्ज की जानकारी समय-समय पर दी जाती है। उसी तरह मेंटेनेंस या अन्य कारणों से होने वाली बिजली कटौती की भी पूर्व सूचना उपभोक्ताओं को मिलनी चाहिए। बिजली कटने की जानकारी होने पर उपभोक्ता पूर्व में पानी आदि की व्यवस्था कर लेंगे। अचानक बिजली कटने से लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गर्मी में उपभोक्ताओं की परेशानी और बढ़ जाती है। कई बार लो वोल्टेज के चलते एसी और कूलर आदि चलने में परेशानी होती है। कई बार बिजली के उपकरण के जलने का भी खतरा बना रहता है। विभाग एक मजबूत सूचना प्रणाली विकसित करे ताकि मेंटेनेंस कार्य के दौरान या अनावश्यक कटौती की स्थिति में लोगों को पहले से सूचित किया जा सके। साथ ही बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी सुधारों पर ध्यान देने की जरूरत है।
इनकी भी सुनिए
प्रतिदिन कई घंटे बिजली कटौती हो रही है। जिससे आम जीवन प्रभावित हो रहा है। क्षेत्र में लोड की समस्या लगातार बनी हुई है। सड़क के दोनों ओर आमने-सामने बिजली के खंभे लगाए गए हैं। जिससे ट्रैफिक और राहगीरों को परेशानी होती है।
-प्रफुल्ल चंद्र सिंह
क्षेत्र में प्रीपेड मीटर तो लगा दिया गया है, लेकिन लोड क्षमता के अनुसार बिजली आपूर्ति नहीं हो रही है। गर्मी के मौसम में एसी और अन्य बिजली उपकरणों को चलाने में कठिनाई हो रही है। बार-बार वोल्टेज कम होने और ट्रिपिंग की समस्या से लोग परेशान होते हैं।
-मुकेश साह
प्रीपेड मीटर में रिचार्ज खत्म होने की सूचना तो मिल जाती है, लेकिन लाइन कटने या मरम्मत कार्य के कारण बिजली कटौती की कोई पूर्व सूचना नहीं दी जाती। बिना सूचना के बिजली गुल हो जाने से कई बार परेशानी होती है, जिससे घरेलू कार्य और बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है।
-दीपक प्रसाद
क्षेत्र में एक ट्रांसफार्मर से सैकड़ों घरों को बिजली आपूर्ति की जा रही है, जिससे लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। पंखा, कूलर और अन्य जरूरी उपकरण सही ढंग से काम नहीं करते, जिससे गर्मी में लोगों को काफी दिक्कत होती है। वार्ड 49 में अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने की जरूरत है।
-मनीष कश्यप
सड़क किनारे बिजली के पोल को अव्यवस्थित तरीके से गाड़ा गया है। कोई भी पोल मानक के अनुसार नहीं लगाया गया है। इससे गाड़ियों को आने-जाने में परेशानी होती है। दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। योजना के तहत मानक के अनुसार खंभों को लगाना चाहिए।
-आलोक कुमार
शहर में स्मार्ट मीटर लगाए जाने के बावजूद बिजली व्यवस्था में कोई खास सुधार नहीं दिख रहा है। भले ही मीटर अब स्मार्ट हो गए हैं, लेकिन सुविधाएं अभी भी पहले जैसी ही हैं। जब तक बिजली के संसाधनों को ठीक नहीं किया जाएगा। तब तक केवल मीटर बदलने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
-प्रेम गुप्ता
जब मीटर में या अन्य खराबी होती है, तो उसे ठीक करने के लिए कर्मचारी आते हैं, लेकिन उपभोक्ताओं को यह पता नहीं चलता कि वे विभाग के अधिकृत कर्मी हैं या नहीं। सुरक्षा और पारदर्शिता के लिए जरूरी है कि प्रत्येक कर्मचारी के पास अपनी पहचान के लिए आईडी कार्ड हो। इससे किसी तरह की धोखाधड़ी की आशंका नहीं रहेगी।
-रघुनंदन चौरसिया
क्षेत्र की कई गलियों में अब तक बिजली के पोल नहीं लगाए गए हैं, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। गर्मी में बिजली की खपत बढ़ने के कारण लोड की समस्या अधिक हो जाती है। पोल नहीं होने से तारों की स्थिति भी ठीक नहीं रहती, जिससे बार-बार ट्रिपिंग और लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है।
-पृथ्वी चंद्र साहा
स्ट्रीट लाइट खराब होने की सूचना देने के बावजूद कई बार उसे देखने या ठीक करने कोई नहीं आता। विशेषकर रात के समय जब लाइट बंद जाती है तो रास्ता सुनसान और अंधेरा होने के चलते लोगों को आने-जाने में डर लगता है। इसकी नियमित निगरानी होनी चाहिए।
-डॉ. राजेश
वार्ड संख्या 43 में बिजली के खंभे तो लगे हैं, लेकिन कई जगहों पर तार जोड़ने का काम अधूरा है। कुछ स्थानों पर बिजली आपूर्ति चालू ही नहीं की गई है। जिससे इलाके में लगातार बिजली की समस्या बनी रहती है। विभाग जल्द सभी तार को ठीक कर विद्युत आपूर्ति सुचारू करे, ताकि लोगों को परेशानी से राहत मिल सके।
-बालेश्वर साह
कवरिंग वायर को लेकर कार्य चल रहा है, लेकिन एक ही ट्रांसफार्मर पर कई मोहल्लों की निर्भरता बनी हुई है। इससे लोड बढ़ने पर वोल्टेज की समस्या सामने आती है। पोल पर जंक्शन की दूरी काफी अधिक है, जिससे आपूर्ति प्रभावित होने पर या फॉल्ट को ठीक करने में अधिक समय लगता है।
-पंकज गुप्ता, 50 के वार्ड पार्षद
गलियों में बिजली के पोल की काफी कमी है, जिससे बिजली का लाभ ठीक तरह से नहीं मिल पाता है। बिजली खराब होने पर विभाग को फोन करने पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती, जिससे लोगों को घंटों अंधेरे में रहना पड़ता है।
-नितेश कुमार
शिकायतें
1. मेंटेनेंस के नाम पर घंटों बिजली काट दी जाती है। पूर्व में बिजली काटने की सूचना सभी उपभोक्ताओं को नहीं मिलती है।
2. मिरजानहाट रोड में सड़क किनारे अव्यवस्थित तरीके से बिजली का पोल गाड़ा जा रहा है। इसके चलते अक्सर जाम लगता है।
3. गर्मी में लोड अधिक होने के चलते कई ट्रांसफार्मर हांफने लगा है। इसके चलते बिजली आपूर्ति बाधित होती है।
4. दक्षिणी क्षेत्र के कई मोहल्लों में जर्जर तार के चलते बिजली आपूर्ति बाधित होती है। जिसके चलते लोगों की परेशानी बढ़ जाती है।
5. मिरजानहाट रोड में स्ट्रीट लाइट 24 घंटे जलती रहती है। इसके चलते सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। स्वीच की भी व्यवस्था नहीं है।
सुझाव
1. मेंटनेंस करने के लिए विभाग को मानव बल की संख्या बढ़ाकर कम समय में काम को पूरा करना चाहिए। जिससे लोगों को परेशानी न हो।
2. उपभोक्ताओं को नियमित बिजली आपूर्ति करने की व्यवस्था करनी चाहिए। बिजली विभाग को अपना संसाधन बढ़ाना चाहिए।
3. मिरजानहाट रोड में मानक के अनुसार पोल गाड़ना चाहिए। ताकि सड़क की चौड़ाई कम नहीं हो और लोगों को जाम से राहत मिल सके।
4. मोहल्ले में बिजली खपत के अनुसार ट्रांसफार्मरों की संख्या बढ़ानी चाहिए। जर्जर तारों को बदलने की जरूरत है।
5.उपभोक्ताओं की शिकायतों का समाधान करने के लिए बेहतर समन्वय बनाने की जरूरत है। ताकि समस्याओं का निराकरण हो सके।
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