Severe Waterlogging and Traffic Jam Issues Plague Sikandra Municipality During Monsoon बोले जमुई, नए नालों का सर्वे कराकर हो निर्माण, मिले साफ पानी, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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बोले जमुई, नए नालों का सर्वे कराकर हो निर्माण, मिले साफ पानी

सिकंदरा नगर पंचायत के विभिन्न क्षेत्रों में जलजमाव और जाम की समस्या आम जनजीवन को प्रभावित कर रही है। हर साल बारिश के मौसम में नगर पंचायत की लापरवाही के कारण सड़कों पर पानी भर जाता है, जिससे लोगों को...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरSun, 15 June 2025 07:03 PM
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बोले जमुई, नए नालों का सर्वे कराकर हो निर्माण, मिले साफ पानी

प्रस्तुति: सुभाष कुमार पांडेय सिकंदरा नगर पंचायत के विभिन्न इलाकों में जलजमाव और मुख्य चौराहे समेत बाजार में जाम की समस्या आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रही है। हर वर्ष बारिश के मौसम में नगर पंचायत की लापरवाही और जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण सड़कों पर पानी भर जाता है। इससे न सिर्फ लोगों को परेशानी होती है बल्कि हादसे का भी डर बना रहता है। बोले जमुई कार्यक्रम के दौरान शहर के लोगों ने हिन्दुस्तान से अपनी परेशानियां साझा की। सिकंदरा नगर पंचायत बनने से जनता को कोई फायदा होता नहीं दिख रहा है।

विकास के मायने में यह नगर निकाय काफी पिछड़ा है। गली व नली में हर जगह गंदा पानी जमा रहता है। वार्ड संख्या चार का हरेक गली बद से बदतर हो गया है। सिकंदरा वार्ड नंबर 4 के नवाब टोली से दर्जी मोहल्ला एवं दर्जी मोहल्ला से जमुई रोड जाने के रास्ते में नाली पर लगाए गए दर्जनों प्लेट टूट चुके हैं। जो कभी भी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकता है। हल्की सी बारिश में सिकंदरा के सभी गली मोहल्ले एवं मुख्य रूप से बाजार रोड का हाल तालाब में तब्दील हो जाता है जहां कई लोग रात के अंधेरे एवं अंजान लोग गिरकर घायल भी हो जाते हैं। सिकंदरा शहीद द्वार से लेकर पूरे 1 किलोमीटर के बाजार की सड़कें इतनी जर्जर है कि वाहन से चलना तो दूर की बात पैदल भी चलना मुश्किल होता है। नाले का पानी सड़क पर बहता रहता है। ऐसी स्थिति में हल्की सी बारिश होने के बाद इस बाजार की सड़क तालाब में तब्दील हो जाता है और लोग कई प्रकार की बातें बोलते हैं। नाली की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण पानी सड़कों पर बहता रहता है। कई स्थानों पर नालियां टूटी हुई हैं और उनका गंदा पानी सीधे सड़क पर आ जाता है, जिससे बदबू और गंदगी का माहौल बन जाता है। लोगों का कहना है कि सड़क के बीचों बीच भी कई जगहों पर पानी जमा रहता है, जिससे दोपहिया वाहन चालकों को विशेष रूप से खतरा रहता है। स्थानीय लोगों का कहना है बारिश होते ही सड़क तालाब बन जाती है। कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकला। शहर के कई अस्पताल और स्कूलों के सामने भी जलजमाव की स्थिति बन जाती है। समय रहते नालियों की सफाई और पानी निकासी की व्यवस्था नहीं की जाती है जिससे हर वर्ष यही स्थिति बनी रहती है। सड़कों पर बसें खड़ी कर दी जाती हैं जिससे कई बार घंटों तक जाम लग जाता है। इस दौरान स्कूल, कॉलेज और ऑफिस जाने वाले लोगों को परेशान होना पड़ता है। ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था भी इस इलाके में दिखती नहीं है। बारिश के मौसम में जलजमाव की गंभीर समस्या उत्पन्न होती है। हल्की से मध्यम बारिश होते ही सड़क पर पानी और कीचड़ भर जाता है। वाहन चालकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। वहीं, पैदल चलने वालों की परेशानी और भी बढ़ जाती है। कीचड़, गंदा पानी और फिसलन के कारण अक्सर लोगों को कपड़े और जूते खराब करने पड़ते हैं। छात्र-छात्राओं को कॉलेज आने-जाने में कठिनाई होती है। नालियों की नियमित सफाई नहीं होने और जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न होती है। लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द सड़क की उंचाई बढ़ाकर और जल निकासी की व्यवस्था कर समस्या का समाधान किया जाए। सिकंदरा बाजार में बारिश अब राहत के बजाय मुसीबत बनती जा रही है। हर वर्ष बारिश के मौसम में जलनिकासी की लचर व्यवस्था और नगर पंचायत की अनदेखी के कारण शहर के कई इलाकों में भारी जलजमाव की स्थिति उत्पन्न होती है। प्रमुख मार्गों पर पानी भर जाता है, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने नगर पंचायत से कई बार शिकायत की, लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं हुआ। हर साल बारिश के मौसम में सड़क पर जलजमाव होने से लोग दुर्घटना का शिकार होते हैं। जल निकासी की ठोस व्यवस्था की जाए स्थानीय लोगों की स्पष्ट मांग है कि सड़कों पर जलजमाव से होने वाली परेशानी का स्थायी समाधान निकालने की दिशा में नगर पंचायत काम करे। नालियों की नियमित सफाई करायी जाए। साथ ही जल निकासी की ठोस व्यवस्था और सड़कों की उंचाई बढ़ाने जैसे उपाय तत्काल जरूरी हैं। बारिश होते ही सड़कें तालाब बन जाती हैं जिससे जनजीवन ठप हो जाता है। लोग बार-बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन हर साल वही हालात दोहराए जाते हैं। जनता चाहती है कि जिम्मेवार मौके पर जाकर निरीक्षण करें और जल्द से जल्द कार्यवाही सुनश्चिति करें ताकि उन्हें हर साल इस परेशानी का सामना न करना पड़े। बीमारी फैलने का खतरा सिकंदरा में हर साल बारिश के मौसम में जलजमाव की समस्या विकराल रूप ले लेती है। प्रमुख इलाकों में पानी भरने से लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। स्कूली बच्चे, मरीज और दैनिक यात्री सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। गंदा पानी सड़कों पर फैल जाता है, जिससे बदबू और बीमारियों का खतरा बढ़ता है। नालियों की साफ-सफाई समय पर नहीं होती जिससे पानी निकलने का रास्ता बंद हो जाता है। बारिश के समय दोनों ओर जलजमाव की समस्या बनी रहती है। नालियों का पानी सड़क पर बहता है और सड़क के बीचों-बीच भी पानी भर जाता है जिससे बाइक और स्कूटी चालकों को फिसलने का डर बना रहता है। टूटी-फूटी नालियों की वजह से सड़कें गंदे पानी से लबालब हो जाती हैं। कई बार स्थानीय लोगों ने शिकायतें कीं, परंतु समाधान नहीं हुआ। लोग कहते हैं कि यह समस्या हर साल बढ़ती जा रही है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मौन हैं। यहां जलजमाव के साथ-साथ अव्यवस्थित रूप से खड़ी बसें जाम को और बढ़ा देती हैं। नागरिकों का कहना है कि यदि बस स्टैंड को व्यवस्थित कर दिया जाए और जल निकासी की व्यवस्था की जाए तो समस्या काफी हद तक हल हो सकती है। वहीं, अस्पताल आने-जाने वाले मरीज और उनके परिजन जलजमाव की वजह से परेशान रहते हैं। यह स्थिति मामूली बारिश में भी बन जाती है। इनकी भी सुनिए जलजमाव की समस्या को गंभीरता से लिया गया है। जल्द ही बड़े नाले व सड़कों की निविदा प्रक्रिया का कार्य प्रारंभ होगा। सभी प्रभावित इलाकों की पहचान कर ली गई है। नालियों की सफाई का काम तेजी से चल रहा है। जनता को जल्द राहत मिलेगी, इसके लिए टीम लगातार काम कर रही है। इस बार बरसात में लोगों को परेशानी नहीं होगी। अनिशा कुमारी कार्यपालक पदाधिकारी सिकंदरा नगर पंचायत 1 बरसात से पहले समस्या का समाधान जरूरी है। बारिश होते ही सड़कें पानी से भर जाती हैं। घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। नगर पंचायत में शिकायतें नहीं सुनी जाती है। आशा देवी 2 स्कूल के सामने हमेशा पानी भर जाता है। ये हाल देखकर लगता है कि बच्चों की सुरक्षा और सुविधा किसी की प्राथमिकता में नहीं है। खासकर नागरिक सुविधा को कोई ख्याल नहीं रखा जाता है। रीणा देवी 3 रोज सुबह स्कूल के रास्ते में घुटनों तक पानी होता है। बच्चे फिसलते हैं, कपड़े गंदे हो जाते हैं। कोई अधिकारी आकर देखता नहीं। सब कुछ जानकार भी जिम्मेदार मौन है। इंदू देवी 4 शहीद द्वार के समीप जाम की स्थिति गंभीर होती है कंट्रोल करने वाला नहीं होता। अगर पुलिस हर समय मौजूद रहे तो आधी समस्या सुलझ जाएगी। नगर पंचायत के वार्डों में विकास का कार्य कराया जाय। उमापति देवी 5 हम रोज सिकंदरा चौक आते हैं। हल्की बारिश में ही सड़क पर कीचड़ और गंदा पानी भर जाता है। लोगों को पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। मुख्य चौक पर पेयजल की समुचित व्यवस्था अब तक नहीं है। गीता देवी 6 सरकार को चाहिए कि वे इस इलाके के लिए विशेष योजना बनाए। जल निकासी और सड़क की उंचाई बढ़ाने का काम प्राथमिकता पर हो। विवाह भवन का निर्माण कराया जाय। गीता देवी-2 7 बारिश के बाद घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। कीचड़ से फिसलने का डर बना रहता है। बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। नालियों की सफाई में तेजी लाया जाय। मंजू देवी 8 जल जमाव से कीचड़ होता है। नगर पंचायत केवल औपचारिकता निभाता है, कोई काम नहीं करता। हम अब परेशान हो चुके हैं। इससे अच्छा तो पंचायत था तो ही विकास का काम होता था। गुड्डू यादव 9 सिकंदरा बाजार में जलजमाव से लोगों को काफी परेशानी होती है। हल्की बारिश में भी रास्ता जल मग्न हो जाता है। जरूरत है नालियों की बड़े पैमाने पर उड़ाही का कार्य हो। दिनेश यादव 10 अस्पताल आने-जाने में सबसे ज्यादा परेशानी होती है। एंबुलेंस भी फंस जाती है। यह स्थिति बहुत चिंताजनक है, लेकिन कोई ध्यान नहीं देता। दुकानदार अपने दुकान के आगे सामान रख देते हैं। हीरा यादव 11 नालियों की स्थिति बेहद खराब है। कई जगहों पर नाली टूटी हुई है व सफाई नहीं होती। बारिश आते ही गंदा पानी सड़क पर बहने लगता है। कई जगह स्लैब भी नहीं दिया हुआ है। कृष्ण कुमार यादव 12 बारिश से पहले ही नगर पंचायत को नालियों की सफाई पर ध्यान देना चाहिए। लेकिन अब तक ऐसा देखने को नहीं मिला है। जब काम शुरू की जाती है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। प्रमोद यादव 13 नालियों की साफ-सफाई कर हर वार्ड में ब्लीचिंग का छिड़काव हो। नालियां जाम रहने से मच्छर का भी प्रकोप रहता है। जिम्मेदार लोगों को इस पर पहल करने की जरूरत है। प्रेमण यादव 14 नए नालियों का निर्माण भी होना चाहिए। जरूरत है पूरे बाजार के नालियों का आकलन कर निर्माण कार्य कराया जाय। सिकंदरा में एक विवाह भवन का होना भी जरूरी है। मुकेश महतो 15 पुराने नाले का स्लैब टूटा पड़ा है। जरूरत है खुले जगहों पर स्लैब डाल दिया जाय। नागरिक सुविधा का ख्याल होना चाहिए। नालियों की उड़ाही का कार्य तेज गति से हो। ब्रहमदेव यादव 16 चौक के समीप एक प्याउ का होना जरूरी है। आने-जाने वाले लोगों को इसका लाभ मिलेगा। नालियों की सफाई तेज गति से हो। प्रशासन को चाहिए कि बाजार वासियों को सुविधा प्रदान कराएं। बाबूलाल यादव शिकायत 1 जिम्मेदार लोग कोई एक्शन नहीं लेते हैं नतीजा है कि नालियां बजबजाती रहती हैं। 2 नालियों में ब्लीचिंग का छिड़काव नहीं होता है। 3 हर दिन सफाई कर्मी सीटी बजाकर कूड़ा घरों से नहीं लेते। 4 जगह-जगह डस्टबीन लगाने का काम नहीं किया गया है। सुझाव 1 बरसात से पूर्व सभी नालियों की सफाई का कार्य खत्म हो। 2 सिकंदरा में विवाह भवन का निर्माण हो। 3 सिकंदरा चौक पर एक प्याऊ की समुचित व्यवस्था हो। 4 नए नाला का सर्वे कराकर निर्माण हो।

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