टीएमबीयू में ठंड में लगी एसी, गर्मी में आ रही वायरिग की याद
नवंबर माह में 10 कमरों में लगी है नई एसी गर्मी बढ़ने के बाद भी

भागलपुर, कार्यालय संवाददाता। टीएमबीयू में बिना समन्वय के किस तरह का काम होता है, इसका बड़ा उदाहरण ठंठ के समय अधिकारियों के चैंबर में लगा एसी है। नवंबर के माह में 10 एसी की खरीद हुई, जो उन अधिकारियों के चैंबर में लगाए गए, जहां पूर्व से एसी नहीं था। ठंड के कारण तब इसकी जरूरत नहीं पड़ी, लेकिन ज्यों ही गर्मी आई तो अधिकारियों ने जब एसी के कनेक्शन की बात कही तो इंजीनियरिंग विभाग ने कनेक्शन जोड़ने से मना कर दिया। इसके पीछे उन्होंने कारण बताया कि एसी चलाने के लिए पहले नए सिरे से वायरिंग करनी होगी।
जबकि स्टोर द्वारा एसी लगाने से पूर्व ही इंजीनियरिंग सेक्शन से कहा गया था कि 10 एसी विवि में लगाया जाना है। इसके लिए तैयारी कर ली जाए, लेकिन जब एसी लगा दिया गया तो इंजीनियरिंग विभाग द्वारा कहा गया कि जब तक अलग से वायरिंग नहीं होगी, तब तक उसे शुरू नहीं किया जा सकेगा। इंजीनियरिंग विभाग का कहना है कि अभी के वायरिंग में बिजली जाने के बाद सीधे जेनरेटर पर लोड आएगा। जो जेनरेटर की क्षमता से कहीं ज्यादा होगा। इसी कारण या तो नए जेनरेटर की खरीद की जाए या नए सिरे से वायरिंग की जाए।
जिन कमरों में एसी लगाया गया है। उसमें डीएसडब्ल्यू, सीसीडीसी, आईक्यूएसी, परीक्षा नियंत्रक, डीओ, कुलपति, कॉलेज इंस्पेक्टर, प्रॉक्टर और प्रोवीसी कार्यालय शामिल हैं। इस मामले में विवि इंजीनियर संजय कुमार ने कहा कि विवि में इलेक्ट्रिक के एक्सपर्ट नहीं हैं। इसके लिए पटना में एक्सपर्ट को अनुरोध किया गया है। वे आएंगे तभी आगे की प्रक्रिया होगी। उन्होंने कहा कि नए जेनरेटर के लिए प्रस्ताव दिया गया है।
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