बिजली विभाग की अनदेखी: 4 साल से कनेक्शन, पर खेतों तक नहीं पहुंचे पोल-तार
बिजली विभाग की अनदेखी: 4 साल से कनेक्शन, पर खेतों तक नहीं पहुंचे पोल-तारबिजली विभाग की अनदेखी: 4 साल से कनेक्शन, पर खेतों तक नहीं पहुंचे पोल-तारबिजली विभाग की अनदेखी: 4 साल से कनेक्शन, पर खेतों तक...

बिजली विभाग की अनदेखी: 4 साल से कनेक्शन, पर खेतों तक नहीं पहुंचे पोल-तार जान जोखिम में डालकर फसल सींच रहे किसान बांस के सहारे सिंचाई की मजबूरी, विभाग दे रहा सिर्फ आश्वासन करायपरसुराय, निज संवाददाता। सरकार की किसान-हितैषी योजनाओं को स्थानीय बिजली विभाग की लापरवाही किस तरह पलीता लगा रही है, इसकी बानगी करायपरसुराय प्रखंड में देखी जा सकती है। यहां के सैकड़ों किसान तीन से चार साल पहले अपने खेतों में सिंचाई के लिए कृषि बिजली कनेक्शन ले चुके हैं, लेकिन आज तक उनके बोरिंग तक बिजली के पोल और तार नहीं पहुंचे हैं। नतीजा यह है कि किसान हर दिन अपनी जान जोखिम में डालकर बांस के सहारे या जमीन पर तार बिछाकर सिंचाई करने को मजबूर हैं।
हर दिन जान का खतरा: प्रखंड के करायपरसुराय, डियावां, सांध और मकरौत समेत कई पंचायतों के किसानों की यह आम समस्या है। किसान अनिल कुमार, मनोज कुमार, शैलेन्द्र कुमार और ताराकांत कुमार बताते हैं कि कनेक्शन लिए हुए लगभग चार साल हो गए। हर बार जरूरत पड़ने पर बांस के खंभों पर या सीधे जमीन पर कवर वाला तार बिछाकर बोरिंग तक ले जाना पड़ता है। सिंचाई के बाद सारा सामान समेटकर वापस घर लाना होता है। इस जुगाड़ व्यवस्था में न सिर्फ समय और पैसा बर्बाद होता है, बल्कि करंट लगने या किसी बड़ी दुर्घटना का खतरा भी हर पल बना रहता है। अधिकारी दे रहे सिर्फ आश्वासन: किसानों का कहना है कि वे इस समस्या को लेकर कई बार बिजली विभाग के स्थानीय अधिकारियों से मिल चुके हैं, लेकिन पिछले तीन सालों से उन्हें सिर्फ खोखले आश्वासन ही मिल रहे हैं। किसान मनोज प्रसाद और अवधेश सिंह ने कहा कि एक तरफ सरकार किसानों को सुविधा देने का दावा करती है, वहीं दूसरी ओर विभाग की लापरवाही के कारण मुख्यमंत्री की योजनाएं भी जमीन पर दम तोड़ती दिख रही हैं। विभाग के रवैये से किसानों का सब्र अब जवाब दे गया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही उनके खेतों तक पोल-तार नहीं पहुंचाए गए, तो वे एकजुट होकर जिलाधिकारी से मिलेंगे और आने वाले विधानसभा चुनाव में इस अनदेखी का जवाब देंगे।
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