तिनसुकिया में नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुआ नाजिरगंज का बेटा
असम के तिनसुकिया में नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद हुए हवलदार मिथिलेश सिंह का शव उनके पैतृक गांव नाजिरगंज लाया गया। बेटे की शहादत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया। अंतिम दर्शन के लिए भारी भीड़ जुटी।...

सलाम देर शाम पैतृक गांव लाया गया शव, अंतिम दर्शन को उमड़ी भीड़ बेटे की शहादत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया फोटो संख्या- 26, कैप्सन- शहीद जवान मिथिलेश सिंह। डुमरांव, हमारे प्रतिनिधि। असम के तिनसुकिया में नक्सलियों से मुठभेड़ में कोरानसराय के नाजिरगंज का बेटा मिथिलेश सिंह शहीद हो गया। बुधवार की देर शाम स्पेशल एंबुलेंस से शहीद जवान का शव पैतृक गांव नाजिरगंज गांव लाया गया, जहां उनके अंतिम दर्शन के लिए लोग की भीड़ उमड़ पड़ी। नाजिरगंज निवासी मुन्ना सिंह का 40 वर्षीय पुत्र शहीद जवान मिथिलेश सिंह असम रायफल्स में हवलदार के पद पर तैनात था। पोस्टिंग असम के तिनसुकिया में थी। मंगलवार की सुबह नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए। इस मुठभेड़ में दो-तीन अन्य जवान भी शहीद हुए है। बेटे की शहादत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। पिता मुन्ना सिंह, माता कमला देवी, पत्नी उर्मिला देवी, बड़े पुत्र रंजन, छोटे पुत्र प्रिंस कुमार व बेटी अंशु कुमारी के साथ ही भाईयों फफक-फफक कर रो पड़े। नाते रिश्तेदारों व ग्रामीणों की भीड़ भी जुटी रही। जैसे ही सेना के जवान शव लेकर पैतृक पहुंचे वीर मिथिलेश के नारे से वातावरण गूंज उठा। शव के साथी आएं साथी जवानों ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान मिथिलेश की वीरता के कारण ही कई जवानों की जान बच गई। ग्रामीणों के चेहरे पर मिथिलेश के खोने का गम झलक रहा था। लेकिन उसकी वीरता की दास्तान लोगों को गर्व का अहसास करा रहा था।
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