महामारी से निपटने को अस्पताल प्रशासन तैयारी में जुटा
छपरा सदर अस्पताल में 400 ऑक्सीजन सिलेंडर, मास्क और आवश्यक दवाएं उपलब्ध हैं। अस्पताल प्रशासन कोरोना की बढ़ती स्थिति के मद्देनजर पूरी तरह से तैयार है। नई बिल्डिंग का निर्माण चल रहा है और ऑक्सीजन की...

छपरा सदर अस्पताल में 400 ऑक्सीजन सिलेंडर, मास्क व दवाएं उपलब्ध ऑक्सीजन प्लांट को नई बिल्डिंग के आसपास शिफ्ट करने की चल रही है तैयारी फोटो 11- छपरा सदर हॉस्पिटल की इमरजेंसी बिल्डिंग जहां आपातकालीन स्थिति में मरीजों को रखा जा सकता है छपरा हमारे संवाददाता। अस्पताल प्रशासन किसी भी महामारी से निपटने को लेकर पूरी तरह से अलर्ट है। देश में कोरोना के मामले जहां तहां से सामने आ रहे हैं । छपरा सदर अस्पताल में कोरोनो के बढ़ते प्रभाव को लेकर की गयी तैयारी के बारे में सोमवार को पड़ताल की गयी। अस्पताल प्रशासन द्वारा बताया गया कि सदर अस्पताल में 150 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर ,400 ऑक्सीजन सिलेंडर , मास्क व आवश्यक दवाएं उपलब्ध हैं।
अभी पुरानी बिल्डिंग तोड़ के नई बिल्डिंग बनाई जा रही हैं। इस वजह से ऑक्सीजन प्लांट से आपूर्ति नहीं करके बल्कि बड़े वाले ऑक्सीजन सिलेंडर से सभी वार्डों में ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था की गई है । जरूरत पड़ने पर जल्द ही नई बिल्डिंग के आसपास ऑक्सीजन प्लांट शिफ्ट करके जोड़ दिया जाएगा। वैसे सारण में अभी वैसी कोई कोई बात नहीं है फिर भी एहतियात के तौर पर 30 से 35 बेड विशेष रूप से सुरक्षित करके रखा जाता है ताकि जरूरत पड़े तो विकट स्थिति में उसका उपयोग संक्रमण काल में मरीजों के लिए किया जा सके। वैसे लोगों को पैनिक होने की जरूरत भी नहीं है। जानकारी के मुताबिक सरकार जिला प्रशासन और स्वास्थ्य प्रशासन के साथ इसको लेकर पूर्व में भी मीटिंग कर चुकी है। कोरोना से बचने के लिए रेफ़रल अस्पताल बनियापुर अलर्ट 12 रेफ़रल अस्पताल बनियापुर में कोरोना मरीजों के लिए लगाया गया बेड बनियापुर, एक प्रतिनिधि। रेफ़रल अस्पताल बनियापुर में कोरोना मरीजों के लिए दो अलग बेड लगाए गए हैं। सेनेटाइज की व्यवस्था भी की गई है। अस्पताल में ऑक्सीजन सिलिंडर और पर्याप्त दवाएं उपलब्ध हैं। अस्पताल में खांसी, बुखार, सांस लेने में कठिनाई की शिकायत लेकर पहुंचने वाले मरीजों पर विशेष नजर रखी जा रही है। ऑक्सीजन लेवल कम होने जैसे लक्षण दिखने वाले मरीजों का कोरोना वायरस की जांच की व्यवस्था की जा रही है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्र में इस बीमारी का लक्षण अबतक मरीजों में नहीं देखने को मिला है। बावजूद इसके एहतियात बरती जा रही है। चिकित्सा प्रभारी डॉ. एमएम जाफरी ने बताया कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर, उनकी टीम तथा अस्पताल आ रहे मरीजों को बार बार हांथ धोने तथा मास्क का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है। चिकित्सा प्रभारी डॉ. जाफरी ने बताया कि राज्य से राज्य से निर्देश जारी होने के बाद व्यापक समुचित व्यवस्था की जाएगी। कोरोना से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद 4 गड़खा अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लाइन का जायजा लेती चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मेहा कुमारी 8 गड़खा अस्पताल स्थित कोविड वार्ड में तैयार बेड गड़खा, एक संवाददाता। देश में कोरोना एक बार फिर से पांव पसारने लगा है। संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों पर सरकार और स्वास्थ्य विभाग भी गंभीर है। लिहाजा आने वाले दिनों में अगर अपने यहां कोरोना केस बढ़े तो उससे निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद है। अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था, ऐसे मरीजों के इलाज के लिए अन्य व्यवस्था, ऑक्सीजन की उपलब्धता है। सेकंड वेब में अस्पतालों में जो ऑक्सीजन की दिक्कत आई थी उससे सबक लेते हुए स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर काफी पहले से सतर्क है। अस्पताल में ऑक्सीजन का पर्याप्त स्टॉक है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में फिलहाल ऑक्सीजन के 70 छोटे सिलेंडर, 5 बड़े सिलेंडर और 30 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेशन मौजूद हैं। ऑक्सीजन पाइपलाइन भी तैयार है। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मेहा कुमारी के मुताबिक अस्पताल में दवाइयों की भी कमी नहीं है। मास्क भी उपलब्ध है। अगर आने वाले दिनों में यहां भी कोरोना के मामले सामने आते हैं तो इससे निपटने के लिये गड़खा अस्पताल में पर्याप्त व्यवस्था है। यहां कोविड के लिए अलग वार्ड ही बना हुआ है। वार्ड में 20 बेड की व्यवस्था है। ऐसे में आने वाले दिनों में अगर अपने यहां कोरोना केस बढ़े तो उससे निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग सतर्क है। तरैया में कोरोना से निपटने को जांच किट तक नहीं फोटो- 9 तरैया रेफरल अस्पताल के स्टोर में रखे ऑक्सीजन सिलेंडर तरैया , एक संवाददाता। तरैया रेफरल अस्पताल में कोरोना से जूझने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर ही मात्र उपलब्ध है । इस अस्पताल में कोरोना जांच नहीं हो पा रहा है। सर्दी ,खांसी ,तेज बुखार होने पर अस्पताल में उपलब्ध दवा से उपचार होता है लेकिन बाहर से आने वाले ऐसे मरीजों को कोरोना जांच होना आवश्यक है। इस सम्बंध में अस्पताल प्रभारी डॉ आलोक बिहारी शरण ने बताया कि अस्पताल को कोरोना जांच किट भी अब तक नहीं प्राप्त है। सेनेटाइजर नहीं मिला है। तरैया में ऑक्सीजन प्लांट नहीं लगा था। अस्पताल में कोरोना बीमारी में चलने वाले सभी दवाएं उपलब्ध हैं। साथ ही कोरोना जैसे लक्षण वाले मरीजों को आने पर कोरोना जांच के लिए जिले में भेजा जायेगा ।
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