35 वर्षों से बुनियादी सुविधाओं की राह देख रहे शक्तिनगर के निवासी
शक्तिनगर के निवासी बुनियादी सुविधाओं के अभाव से परेशान हैं। यहां अच्छी सड़कें और नाला नहीं हैं, नल-जल योजना अधूरी है। बरसात में जलजमाव और फिसलन के कारण लोग आवागमन में कठिनाई का सामना कर रहे हैं।...
बुनियादी सुविधाओं के अभाव में शक्तिनगर के लोग परेशान हो रहे हैं। यहां के लोग बताते हैं कि न तो अच्छी सड़क है और ना ही नाला। नल-जल योजना भी शुरू नहीं हुई है। बुनियादी सुविधाओं के नाम पर सिर्फ बिजली कनेक्शन ले पाए हैं। लोगों का कहना है कि शक्ति नगर के लिए बारिश आफत के समान है। बादल देखते ही लोग डरकर जरूरत के सामान इकट्ठा करने लगते हैं। यहां के लोगों को मालूम है कि हल्की वर्षा से एक-दो दिन व जोरदार बारिश से चार-पांच दिनों तक बाजार जाना मुश्किल हो जाता है। लोग बताते हैं कि बारिश से कच्ची सड़क पर खतरनाक फिसलन हो जाती है।
ब्रेक लगाते ही बाइक सवार चिकनी मिट्टी पर फिसलकर जख्मी हो जाते हैं। बुजुर्ग व बच्चे तो पैदल जाने में भी फिसल जाते हैं। वहीं, बरसात के मौसम में घुटनेभर पानी में मुख्य और लिंक रोड डूब जाता है। शक्तिनगर के लोग इस स्थिति के लिए सिस्टम को जिम्मेदार करार देते हैं। मायूसी भरे स्वर से पूर्व मुखिया व शिक्षाविद हेमंत झा कहते हैं कि 35 वर्षों से दौड़ रहे हैं, पर कुछ नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि दरभंगा-समस्तीपुर एसएच किनारे शक्तिनगर 1990 में बसा है, जो जिला मुख्यालय से महज डेढ़ किमी की दूरी पर है। इसके बावजूद मोहल्ले का विकास मुखिया, प्रखंड व जिले के अधिकारी नहीं कर रहे हैं, जबकि नई बसावट योजना के तहत शक्ति नगर में आसानी से सड़क बन सकती है। उन्होंने बताया कि नए मोहल्लों के विकास के लिए बिहार व केंद्र सरकार प्रायोजित कई योजनाएं संचालित हैं। ऐसे मोहल्ले के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना संचालित है। साथ ही नई बसावटों को बारहमासी सड़क से जोड़ने का काम ग्रामीण कार्य विभाग की प्राथमिक सूची में शामिल है। फिर भी अधिकारी शक्तिनगर के विकास का प्रपोजल तैयार करने को राजी नहीं हैं। इसके चलते 15000 की आबादी परेशान बनी हुई है। चंदा से हर वर्ष बनाते हैं रास्ता, कराते हैं सफाई : शक्ति नगर बहादुरपुर प्रखंड की खराजपुर पंचायत के वार्ड तीन का हिस्सा है। मोहल्लावासी मनोज कुमार, राजीव श्रीवास्तव, बजरंग महासेठ, योगेंद्र झा, किशोर कुमार, जीतू कुमार, रोहित झा व छात्र नेता प्रभाकर सिंह बताते हैं कि पंचायत की एक भी योजना शुरू नहीं हुई। उन्होंने बताया कि बरसात में जलजमाव से कच्ची मिट्टी बह जाती है। टूटे रास्ते पर मोहल्ले के लोग चंदा कर मिट्टी गिराते हैं। इसके बाद आवागमन सुचारू होता है। उन्होंने बताया कि साफ-सफाई का भी यहीं बंदोबस्त है। महीने में दो बार रविवार को सफाई कार्यक्रम चलता है। किराए पर सफाई कर्मी व ट्रैक्टर आता है। इसका खर्च मोहल्ले के लोग देते हैं। उन्होंने बताया कि सबसे अधिक परेशानी गर्मी के दिनों में पीने के पानी की किल्लत और बरसात में जलजमाव से होती है। बरसात में रोजाना आवाजाही करने वाले कई लोग मोहल्ला छोड़ देते हैं। उन्होंने बताया कि नौकरीपेशा व स्कूल-कॉलेज जाने वाले बच्चों के साथ अभिभावक भी किराए के घर में रहने के लिए चले जाते हैं। यहां की समस्याओं का शीघ्र हल होना चाहिए।
-बोले जिम्मेदार-
शक्तिनगर नई बसावट है। इसके पूर्ण विकास का प्रपोजल तैयार है। इसे पंचायत की बैठक में पास कराकर अधिकारियों के पास भेजेंगे। नल-जल योजना का काम कई हिस्सों में अधूरा है। जलजमाव दूर करने के लिए योजना राशि की जरूरत है। अन्य सुविधाएं जल्द बहाल होंगी
- रीना देवी, मुखिया, खराजपुर पंयायत
शक्तिनगर मोहल्ले की समस्याओं को दूर करने की दिशा में आवश्यक पहल की जाएगी। वहां के लोगों की जो भी समस्याएं हैं, उन्हें ग्राम पंचायत की सभा में प्रस्ताव पारित करने के लिए कहा जाएगा। उससे पारित होने के बाद विभिन्न योजनाओं के माध्यम से काम को पूरा किया जाएगा।
- अश्वनी कुमार, बीडीओ
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।