बिहार में दारोगा-ASI तबादले में बड़ी गड़बड़ी, SP ने लिया ऐक्शन तो लपेटे में आए सार्जेंट
- सूत्रों के अनुसार लाइन बाबू 1 के दफ्तर में तैनात राजू राम ने इमामगंज और पीपरा थानेदार के नाम भी दो वर्षों से अधिक तैनाती वालों की सूची में जोड़ दिया। इस कारण दोनों थानेदारों का तबादला हो गया। हालांकि तुरंत ही यह गलती पकड़ी गई। पता चला कि दोनों थानेदारों का समय पूरा नहीं हुआ।

बिहार की राजधानी पटना में दारोगा-एएसआई तबादले से पहले पुलिस लाइन के एक सार्जेंट राजू राम ने गलत लिस्ट एसएसपी को भेज दी। हालांकि, सार्जेंट की गलती तुरंत ही पुलिस कप्तान अवकाश कुमार ने पकड़ ली। इसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया। राजू राम लाइन बाबू 1 के दफ्तर में तैनात था। हाल ही में एसएसपी ने वैसे दारोगा-एएसआई का तबादला किया है जो दो साल से एक ही थाने में तैनात हैं। इस तबादले से पहले पुलिस कप्तान ने ऐसे अफसरों की लिस्ट तैयार करने के आदेश दिये थे।
सूत्रों के अनुसार लाइन बाबू 1 के दफ्तर में तैनात राजू राम ने इमामगंज और पीपरा थानेदार के नाम भी दो वर्षों से अधिक तैनाती वालों की सूची में जोड़ दिया। इस कारण दोनों थानेदारों का तबादला हो गया। हालांकि तुरंत ही यह गलती पकड़ी गई। पता चला कि दोनों थानेदारों का समय पूरा नहीं हुआ। बावजूद उनका नाम उन पुलिस पदाधिकारियों की सूची में डाल दी गई जो दो वर्षों से अधिक समय से एक स्थान पर तैनात थे। एसएसपी ने जांच के आदेश दिये तो सार्जेंट राजू राम की गलती सामने आई। इसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया।
जल्द से जल्द योगदान देना होगा
जिन दारोगा-एएसआई का तबादला पुलिस कप्तान ने किया है उनका जल्द ही नये थाने में योगदान होगा। पर्व-त्योहार खत्म होने के बाद इतने बड़े स्तर पर तबादले किये गये हैं ताकि नये पुलिस पदाधिकारियों को थाना क्षेत्र समझने का मौका मिल सके।
गलती पकड़ जाने पर दोनों थानेदारों की फिर से तैनाती
गलती पकड़े जाने के बाद एसएसपी कार्यालय से दोनों थानेदारों की तैनाती फिर से उसी थाने में कर दी गई। एसएसपी की इस कार्रवाई के बाद पुलिस लाइन में हड़कंप मचा है। कार्रवाई के जरिये लापरवाह कर्मियों के बीच कड़ा संदेश पुलिस कप्तान ने दिया है।
जल्द ही सिपाहियों का होगा तबादला
एक ही थाने में वर्षों से तैनात सिपाही रैंक के पुलिसकर्मियों का तबादला भी जल्द ही होगा। कई थानों में वर्षों से एक ही मुंशी तैनात हैं। उनकी लिस्ट भी तैयार की जा रही है। इसके अलावा कई वर्षों से एक ही थाने में जमे गश्ती गाड़ियों के चालकों की लिस्ट पुलिस लाइन में बन रही है।