भाषा समर कैंप में एक दूसरे की संस्कृति और इतिहास को जाना
केन्द्रीय विद्यालय वन में आयोजित सात दिवसीय भाषा समर कैंप का समापन हुआ। इस कैंप में छठी से आठवीं कक्षा के 60 छात्रों ने भाग लिया। बच्चों ने एक-दूसरे की भाषा, संस्कृति, और इतिहास सीखा। प्राचार्य ने...

भाषा समर कैंप में एक दूसरे की संस्कृति और इतिहास को जाना केन्द्रीय विद्यालय वन में भारतीय भाषा समर कैंप का समापन कैंप में छठी से आठवीं तक के 60 छात्र-छात्राएं हुईं शामिल भाषाई कौशल में रूचि बढ़ाने का है उद्देश्य गया, प्रधान संवाददाता गया जी के पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय वन में सात दिवसीय भाषा समर कैंप का समापन हो गया। कैंप में भाग लेने वाले विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। इस भाषा समर कैंप में बच्चों ने न सिर्फ एक दूसरे की भाषा सीखी। बल्कि एक-दूसरे की संस्कृति, इतिहास और मूल्यों को भी समझा। कैंप में छठी से आठवीं तक के 60 छात्र-छात्राएं शामिल हुईं।
कैंप का मुख्य उद्देश्य भाषाई कौशल में रूचि बढ़ाना है। समापन समारोह में प्राचार्य अशोक कुमार गुप्ता ने कहा कि बच्चों का उत्साह और सीखने की ललक देखकर लगता है कि हमारा प्रयास सफल रहा। उन्होंने शिक्षकों, प्रशिक्षकों,अभिभावकों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में समूह नृत्य, एकल नृत्य, समूह गान, एकल गान जैसे विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। विद्यार्थियों एवं अभिभावकों ने इस सात दिवसीय समर कैंप का अनुभव साझा करते हुए यह कहा कि इस तरह के कार्यक्रम विद्यार्थियों में एक नई चेतना और नवाचार को जन्म देते हैं। नई शिक्षा नीति के तहत हुआ आयोजन केंद्र की नई शिक्षा नीति 2020 के तहत भाषा समर कैंप का आयोजन हुआ। छात्र आराध्या कुमारी ने सात दिवसीय ग्रीष्मकालीन शिविर का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। मंच संचालन ज्ञानदीप एवं अनन्या ने किया। प्राचार्य ने प्रमाण पत्रों का वितरण किया। मौके पर शिक्षक राम रतन पासवान, पंकज सिन्हा, शाहिद हुसैन, श्याम कुमार , उषा कुमारी आदि मौजूद रहे।
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