मुजफ्फरपुर रेप-मर्डर पर बोले राज्यपाल, दुष्कर्म पर राजनीति न हो; राहुल गांधी, माायवती भी हैं ऐक्टिव
राज्यपाल ने कहा कि ऐसी घटनाओं पर समाज को खड़ा होना पड़ेगा। नैतिकता किसी भी कानून से बड़ी होती है। ऐसे गुनाह करने वाले लोगों को समाज तिरस्कृत करने लगे तो उनके रवैये में सुधार आ जाएगा।

बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां ने कहा है कि दुष्कर्म जैसी घटना का राजनीतिक इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। यह राजनीतिक विषय नहीं है। यह केवल मानवता का विषय है। मुजफ्फरपुर में नाबालिग के साथ हुई घटना सिर्फ महिला के ही खिलाफ नहीं, बल्कि समाज के खिलाफ हुई घटना है। मुजफ्फरपुर में दलित समाज की नौ साल की बेटी के साथ दुष्कर्म और गला काटकर हत्या मामले में उन्होंने यह बात कही। इस घटना पर राहुल गांधी, यूपी की पूर्व सीएम मयावती तक बयान दे चुके हैं। पीड़ित परिवार से मिलने वाले नेताओं का तांता लगा है जिनमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी शामिल हैं।
राज्यपाल बुधवार को विधान परिषद के परिसर में एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी घटनाओं पर समाज को खड़ा होना पड़ेगा। नैतिकता किसी भी कानून से बड़ी होती है। ऐसे गुनाह करने वाले लोगों को समाज तिरस्कृत करने लगे तो उनके रवैये में सुधार आ जाएगा। ऐसी घटना को लेकर कानून भी उतना ही आवश्यक है पर समाज में चेतना पैदा करनी चाहिए। हमारी पूरी हमदर्दी उस पीड़ित परिवार के साथ है।
परिवार को दी गई आर्थिक मदद
मुजफ्फरपुर में दुष्कर्म पीड़िता किशोरी की मौत के बाद राज्य सरकार ने परिवार की आर्थिक मदद दी है। पहली किस्त के तौर पर चार लाख 12 हजार 650 रुपये परिजन के खाते में भेजी गई है।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बुधवार को यह जानकारी दी। कहा कि सरकार पीड़ित परिवार के अधिकारों की रक्षा, परिवार के पुनर्वास और गैंग रेप के दोषियों को सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार बेटियों-महिलाओं की रक्षा और पीड़ित परिवार के पुनर्वास में सदा तत्पर रहेगी। उन्होंने कहा कि उक्त अनुग्रह राशि के अतिरिक्त जिला पदाधिकारी ( मुजफ्फरपुर) की ओर से मृतका के परिवार को ₹7,750 रुपये प्रतिमाह पेंशन की स्वीकृत दी गई है। 27 से 31 मई तक की पेंशन राशि ₹1,250 का भुगतान चार जून तक कर दिया गया है। जून की पेंशन पांच जुलाई तक प्रदान की जाएगी।
चिराग पासवान ने सीएम को पत्र लिखा
लोजपा( रामविलास ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर मुजफ्फरपुर की दलित बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म व हत्या एवं पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल की लापरवाही पर कठोर कार्रवाई की मांग की। बुधवार को जारी पत्र में उन्होंने इस घटना को ह्रदय विदारक घटना बताया। कहा कि यह घटना राज्य की कानून व्यवस्था, सामाजिक चेतना और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की गहन विफलता को भी उजागर करती है।
उन्होंने पत्र में बताया कि हम पार्टी के प्रतिनिधियों के रूप में पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें हरसंभव न्याय दिलाने का भरोसा दिला चुके हैं। लेकिन जबतक शासन और प्रशासन दोनों स्तरों पर इस घटना से जुड़े हर दोषी पर सख्त और पारदर्शी कार्रवाई नहीं होती तबतक न्याय अधूरा और अस्वीकार्य रहेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि इस अपराध में शामिल सभी दुष्कर्मियों को जल्द गिरफ्तार कर उन्हें कठोरतम सजा दिया जाए। पीएमसीएच अस्पताल प्रशासन, डॉक्टरों और स्टाफ की भूमिका की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। वहीं, इलाज में जानबूझकर देरी और अमानवीयता दिखाने वाले कर्मियों के विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज कर तुरंत सेवा से निलंबन और कठोर विभागीय कार्रवाई की जाए। उन्होंने उम्मीद जताई की त्वरित, निर्णायक और उदाहरण पेश करने वाली कार्रवाई