डॉक्टर पर फर्जी इंज्यूरी रिपोर्ट का आरोप लगा जताया आक्रोश
डॉक्टर पर फर्जी इंज्यूरी रिपोर्ट का आरोप लगा जताया आक्रोश डॉक्टर पर फर्जी इंज्यूरी रिपोर्ट का आरोप लगा जताया आक्रोश डॉक्टर पर फर्जी इंज्यूरी रिपोर्ट क

कटिहार, एक संवाददाता नगर थाना क्षेत्र के लाल कोठी निवासी ऑड्री फिलिप्स वेंजामिन( 82) ने सदर अस्पताल के डॉक्टर पर गलत इंज्यूरी रिपोर्ट देने का शिकायत करते हुए सदर अस्पताल में आक्रोश जताया है। शनिवार को सदर अस्पताल परिसर में पहुंचकर विक्टर झा के नेतृत्व में सिविल सर्जन से मुलाकात की और डॉक्टर द्वारा बरती गई लापरवाही के खिलाफ की जानकारी दी। सिविल सर्जन डॉक्टर जितेंद्र नाथ सिंह ने वृद्धा के आवेदन को देखते हुए एक जांच कमेटी का गठन कर दिया है। सिविल सर्जन ने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी होंगे। उनके खिलाफ जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
मामला घरेलू विवाद से जुड़ा मामला है। सिविल सर्जन को दिए आवेदन में उन्होंने बताया है कि मेरे द्वारा गत 16 मई को को नगर थाना में बैठकर एक हस्तलिखित आवेदन प्राथमिकी के लिए दिया था। मेरे पुत्र वेरी वेलेस्की द्वारा कम्प्युटराईज आवेदन दिया गया। जिसका प्राथमिकी पहले और जबकि मेरा आवेदन थाना में पूर्व ही दिया गया जिसका प्राथमिकी बाद में दर्ज किया गया है। प्राथमिकी में जो आरोप मेरे अन्य पुत्रों एवं पुत्री पर लगाया जा रहा है। वह सरासर गलत व आधारहीन है। जहां तक जख्म प्रतिवेदन में जिस बात की जिक्र डॉक्टर द्वारा की गई है । इस तरह की घटना घटित नहीं हुई है तो फिर इस प्रकार का फर्जी रिपोर्ट अस्पताल की चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा 18 मई एवं 19 मई को सदर अस्पताल में संचालित सीटी स्कैन सेंटर के द्वारा दिया गया। वेरी वेलेस्की की पत्नी दिपाली वेलेस्की का इंजरी रिपोर्ट दिया गया। उन्होंने सिविल सर्जन को बताया कि सदर अस्पताल के डॉक्टर द्वारा दिया गया इंजरी रिपोर्ट पूरी तरह से गलत, भ्रामक व फर्जी बनाया गया है। क्योंकि जिनका इंजरी रिपोर्ट बनाया गया उनके रिश्तेदार सदर अस्पताल के विभाग सिविल सर्जन के ऑफिस में कार्यरत है उन्होंने दावा किया कि दिपाली वेलेस्की की गोतनी है जिसके प्रभाव में आकर इस प्रकार का भ्रामक और फर्जी इंजरी उपरोक्त डॉक्टर की मिली भगत से बनाया गया है। जबकि घटना 16 मई का है तथा इंजरी रिपोर्ट दो दिन बाद का दिया गया है। वृद्धा ने उपरोक्त दिपाली वेलेस्की का पुनःमेडिकल शरीरिक जांच किया जाए और इस इंजरी रिपोर्ट को उच्च स्तरीय मेडिकल टीम गठित कर उचित जांच करने का आदेश दिया जाए एवं सीएस कार्यालय के कर्मी और संलिप्त डॉक्टरों पर उचित कानूनी कार्रवाई करने की कृपा की जाए। जिससे न्याययिक व्यवस्था की सुसंगति बधित न हो सकें। इधर सिविल सर्जन डॉक्टर जितेंद्र नाथ सिंह ने बताया कि वृद्ध महिला से आवेदन प्राप्त हुई है । आवेदन के आलोक में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर जेपी सिंह के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है। टीम की रिपोर्ट आने के बाद दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इधर समाज सेवी विक्टर झा ने बताया कि मामले की शिकायत डीएम और पुलिस अधीक्षक से भी की गई है।
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