जिले में हर दिन 100 से अधिक डॉग बाइट के आ रहे मामले
जिले में हर दिन 100 से अधिक डॉग बाइट के आ रहे मामले जिले में हर दिन 100 से अधिक डॉग बाइट के आ रहे मामलेजिले में हर दिन 100 से अधिक डॉग बाइट के आ रहे म

कटिहार- मोना कश्यप कटिहार में कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। जिले में हर दिन 100 से अधिक मामले डॉग बाइट के आ रहे है। सदर अस्पताल सहित 16 प्रखंडों के अस्पताल को मिलाकर प्रतिदिन 200 से अधिक लोग एंटी रेबिज टीका लेने पहुंच रहे हैं। इनमें से 75 फीसदी नए मरीज होते है। अलग-अलग अस्पतालों में पहुंच रहे पीड़ितों और एंटी रेबिज वैक्सीन की खपत के आंकलन से यह सामने आया है। सबसे अधिक वैक्सीन की खपत अक्टूबर से दिसंबर और मई से जुलाई के बीच होती है। सदर अस्पताल सहित अन्य सभी प्रखंड अस्पतालों, पीएचसी में एंटी रेबिज लेने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है।
सदर अस्पताल के ओपीडी एवं दवा वितरण केंद्र के बगल वाले रूम में एंटी रेबीज के वैक्सीन देने वाली नर्स ने बताया कि पिछले 15 दिनों से कुत्तों के काटने के मामले बढ़े हैं। पहले जहां 50 से 60 लोग एआरबी वैक्सीन लेने आते थे, अब यह 100 के आसपास हो गई है। पंचायतों में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में रोज सात से दस लोग कुत्ता काटने से पीड़ित होकर वैक्सीन लेने आते हैं। आसपास के इलाके में सबसे ज्यादा कुत्ते का आतंक शहर में ही है। सड़क चलते लोगों पर हो रहा आक्रमक शुक्रवार को सुई लेने आए सुरेंद्र कुमार ने बताया कि काली बाड़ी पूजा करने गए थे। कुत्तों के झुंड ने हमें नोच कर लहू लुहान कर दिया। वही हृदयगंज निवासी सुमित कुमार ने बताया कि ओवरब्रिज से पैदल आ रहे थे । मछली बाजार के समीप बैठे तीन कुत्ते ने धाबा बोल दिया। अनियंत्रित होकर जमीन पर गिर गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां के कुत्ते काफी हिंसक है आने जाने वाले राहगीर को दौड़ाते रहते हैं। दिन भर में कई लोगों को काट भी लेता है। यहां आस पास मीट, मछली और मुर्गा की दुकानें रहने के कारण आसपास कुत्ता मंडराता रहता है। सदर अस्पताल में प्रतिदिन 70 से 100 मरीज पहुंचते हैं वैक्सीन लेने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और ग्रामीण अस्पतालों में कुत्ता काटने के पीड़ितों की संख्या बढ़ी है। वहीं सदर अस्पताल में यह संख्या सामान्य बनी हुई है। स्टोर के हेड नवीन कुमार ने बताया कि औसत 70 से 100 मरीज रोज वैक्सीन लेने यहां आते हैं। महीने का खपत 3 हजार से 4 हजार के बीच है। पिछले साल बरसात के समय में मई, जून में रोज औसत 100 लोग आते थे। वहीं यह संख्या अभी औसत 100 के आस पास ही है। पांच साल में 3 लाख लोग हुए कुत्ते के शिकार जिले में कुत्ता काटने की घटना बढ़ी है। पांच-छह वर्षों में तीन लाख लोगों को कुत्ते ने शिकार बनाया है। सदर अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार एक पीड़ित कम से कम तीन टीका लेता है। सिविल सर्जन कार्यालय के अनुसार, 2020 से अबतक 3 लाख एंटी रेबीज वैक्सीन की डोज की खपत हुई है। पिछले वर्षों में 92 हजार लोग एंटी रेबिज वैक्सीन के लिए आए थे । 2021-22 में 47934 एंटी रेबीज वैक्सीन की खपत हुई। इस वित्तीय वर्ष के दो महीने अप्रैल और मई में 12 हजार लोगों ने एंटी रेबीज वैक्सीन के टीके लिए। --------------------------- डाटा जिले में एंटी रेबीज की खपत वर्ष खपत 2021-22 25080 2022-23. 47934 2023-24. 70555 2024-25 92031 2025-26 12002 वर्जन भूख-प्यास और गर्मी के कारण हिंसक हो रहे गली के कुत्ते को कोई खाना नहीं दे रहा है। बच्चे हो रहे हैं वे ट्रैफिक दुर्घटना में मारे जा रहे हैं। वे अपने को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। गर्मी बढ़ने से उनमें बेचैनी भी बढ़ी है। भूख-प्यास और असुरक्षा के कारण उनका गुस्सा बढ़ रहा है और वे दौड़ा-दौड़ाकर काट रहे हैं। स्ट्रीट डॉग के लिए खाने-पीने, उनके बच्चों के लिए शेल्टर की व्यवस्था हो तो ये घटनाएं कम होंगी। लोगों से मेरी अपील है कि कुत्ते के काटने के बाद अस्पताल में जल्द से जल्द एंटी रेबीज वैक्सीन की सुई जरूर लगा ले । अगर किसी पालतू जानवर को कुत्ते ने काट लिया हो तो तुरंत जिला पशु अस्पताल से संपर्क करके अपने पशु को भी एंटी रेबीज वैक्सीन मुफ्त में लगवा सकते हैं । रेबीज बहुत जानलेवा होता है । इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है। दिलीप कुमार झा, पशु शल्य चिकित्सक, जिला पशु अस्पताल, कटिहार फोटो कैप्शन। कटिहार- 08 सदर अस्पताल की फोटो
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