हरित चादर योजना के तहत किसानों के बीच ढैंचा बीज वितरित
हरित चादर योजना के तहत किसानों के बीच ढैंचा बीज वितरित

लखीसराय, एक प्रतिनिधि। सदर प्रखंड के ई-किसान भवन में बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में हरित चादर योजना के तहत किसानों के बीच ढेचा बीज का वितरण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कृषि पदाधिकारी सुबोध कुमार सुधांशु ने की। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार द्वारा खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनमें हरी चादर खाद योजना भी शामिल है। इस योजना के तहत खरीफ सीजन से पहले भूमि की उर्वरकता बढ़ाने हेतु किसानों को ढैंचा की खेती पर 90 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। डीएओ ने बताया कि ढेचा एक दलहनी फसल है, जिसकी हरी खाद से प्रति एकड़ 22 से 30 किलोग्राम नाइट्रोजन मिलता है।
इसके अलावा, यह फसल मिट्टी में कार्बन और जीवांश की मात्रा बढ़ाकर उसे उपजाऊ बनाती है। हरी खाद से भूमि में फास्फोरस, पोटाश, सल्फर, कैल्शियम, मैग्निशियम, लोहा, तांबा, जस्ता, मैग्नीज जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों की आपूर्ति होती है, जिससे रासायनिक खाद पर निर्भरता घटती है। कृषि समन्वयक विकास कुमार ने बताया कि ढेचा की बुआई अप्रैल से जून तक की जाती है, ताकि खरीफ फसलों की बुवाई से पहले खेत की उर्वरकता में वृद्धि की जा सके। उन्होंने कहा कि ऊंचा या मूंग की खेती के साथ-साथ ढैंचा की खेती भी भूमि सुधार का एक कारगर उपाय है।सरकार की इस पहल से किसानों में उत्साह देखा गया और उन्होंने योजना का लाभ लेने का संकल्प जताया।
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