जयनगर से सहरसा वाया सुपौल ट्रेन परिचालन से बढ़ेगा कारोबार
जयनगर से सहरसा और सुपौल तक ट्रेन परिचालन से व्यापार में वृद्धि होगी। व्यापारी अपने सामान को ढाई से तीन घंटे में कोसी पार पहुंचा सकेंगे। जयनगर के यात्री अब छह से सात घंटे की यात्रा को घटाकर तीन घंटे...
मधुबनी, हिन्दुस्तान टीम। जयनगर से सहरसा और सुपौल तक ट्रेन परिचालन से कारोबार बढ़ेगा। व्यापारी अपने सामान को लेकर ढाई से तीन घंटे में कोसी उस पार पहुंच जाएंगे । शहर के व्यापारी कैलाश कुमार, सोनू निशांत, संतोष कुमार ने कहा कि कोसी रेल महासेतु का निर्माण मिथिला को कोसी और पूर्वांचल से जोड़ने के लिए किया गया था। लेकिन उसका फायदा जयनगर रेलखंड के यात्रियों को नहीं मिल रहा है। व्यापारियों ने कहा कि जयनगर से सकरी, झंझारपुर, निर्मली, सरायगढ़ होकर सुपौल एवं सहरसा के लिए ट्रेन परिचालन से मछली, मखाना, फल , दवा, किराना आदि का कारोबार चमक सकता है।
जयनगर के यात्रियों को सहरसा जाने में अभी छह से सात घंटे का समय लगता है। महासेतु होकर ट्रेन चले तो यात्री जयनगर से ढाई से तीन घंटे में सहरसा व सुपौल पहुंच जायेंगे। जयनगर मनीहारी जानेवाली 15284 जानकी एक्स. को सहरसा पहुंचने में करीब छह घंटे लगते हैं। जानकी एक्सप्रेस हरदिन जयनगर से सुबह 4.45 बजे खुलती है। मधुबनी, सकरी, दरभंगा, लहेरियासराय, समस्तीपुर, रोसड़ा, खगड़िया, मानसी , कोपरिया, सिमरी बख्तियारपुर होते हुए 11 बजे दिन में सहरसा पहुंचती है। जयनगर के लोग कोसी रेल महासेतु होकर सहरसा व सुपौल के लिए नई ट्रेन की मांग कर रहे हैं। ताकि उन्हे जाने व आने में सुविधा हो सके। एक दिन में काम कर लोग फिर शाम में लौट सके।
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