महिला दिवस पांच मार्च और हिंदी की लिपि ब्राह्मी बताई
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित बीएड प्रवेश परीक्षा की आंसर-की में कई गलतियाँ पाई गई हैं। महिला दिवस की तारीख गलत अंकित की गई है और कुछ उत्तरों में भी गड़बड़ियां हैं। परीक्षार्थियों ने...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता/मृत्युंजय 28 मई को ललित नारायण मिथिला विवि की तरफ से आयोजित बीएड प्रवेश परीक्षा के आंसर-की में कई गड़बड़ियां सामने आई हैं। विश्वविद्यालय की तरफ पोर्टल पर डाली गई आंसर-की में महिला दिवस की तारीख आठ मार्च की जगह पांच मार्च बताई गई है। उत्तर पुस्तिका सेट-डी में यह गलत उत्तर अंकित है। इसके अलावा हिंदी को देवनागिरी की जगह ब्राह्मी लिपि की भाषा बताई गई है। आंसर-की में गलत उत्तर देने से बीएड प्रवेश परीक्षा देने वाले विद्यार्थी परेशान हैं। पोर्टल पर गलत आंसर-की जारी होने के बाद एलएनएमयू को बीएड प्रवेश परीक्षा देने वाले कई विद्यार्थियों ने आपत्ति भेजी है।
एक विद्यार्थी ने बताया कि रिजनिंग में भी एक सवाल का गलत उत्तर आंसर-की में डाला गया है। एक छात्रा ने बताया कि बीएड प्रवेश परीक्षा में पूछा गया था कि ज्ञानपीठ पुरस्कार किससे संबंधित है? इसका उत्तर साहित्य होना चाहिए, जबकि आंसर-की में इसका उत्तर इतिहास दिया गया है। बीएड प्रवेश परीक्षा में चार सेट में सवालों की पुस्तिका तैयार की गई थी। सभी विद्यार्थियों को अलग-अलग सेट के सवाल दिये गये थे। गलत आंसर-की के आधार पर मूल्यांकन की चिंता बीएड प्रवेश परीक्षा देने वाली मोतिहारी की सोनल कुमारी ने बताया कि पोर्टल पर जारी आंसर-की से जब उसने अपने उत्तरों का मिलान किया तो चार से पांच प्रश्नों के जवाब गलत मिले। अब डर लग रहा है कि कहीं उसी आंसर-की के आधार पर कॉपियों का मूल्यांकन तो नहीं कर दिया जायेगा। पोर्टल पर सभी सेट की अलग आंसर-की जारी एलएनएमयू के पोर्टल पर सवालों के सभी सेटों की अलग-अलग आंसर-की जारी की गई है। मिथिला विवि ने चार दिन पहले अपनी वेबसाइट पर छात्रों के लिए आंसर-की जारी की थी। मुजफ्फरपुर सहित पूरे बिहार से 1.23 लाख परीक्षार्थियों ने प्रवेश परीक्षा में हिस्सा लिया था। मुजफ्फरपुर में 16 हजार परीक्षार्थी इस परीक्षा में शामिल हुए थे। 341 कॉलेजों में दाखिला के लिए हुई प्रवेश परीक्षा पूरे बिहार में बीएड के 341 कॉलेज हैं। इन कॉलेजों में 37,300 सीटें हैं। बीएड की सबसे अधिक सीट बीआरएबीयू में है। यहां 57 कॉलेज में 6100 सीटों पर दाखिला लिया जाता है। दो वर्षीय बीएड के अलावा बीआरएबीयू में ही चार वर्षीय बीएड की पढ़ाई विवि के चार बीएड कॉलेजों में होती है। ::बयान:: एक्सपर्ट कमेटी आंसर-की की गहनता से जांच कर रही है। कुछ चीजें मिस प्रिंट भी हुई हैं। परीक्षार्थियों को परेशान होने की बात आई है। आंसर-की जारी करने के बाद आपत्ति मंगवाई गई थी। सभी का निराकरण हो रहा है। पूरी तरह से जांच होने के बाद ही रिजल्ट जारी होगा। -प्रो. अशोक मेहता, नोडल ऑफिसर, बीएड प्रवेश परीक्षा
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