केवाईसी की अनिवार्यता से इस गर्मी में विद्यार्थी परेशान
मुजफ्फरपुर में मैट्रिक-इंटर के अंकपत्र लेने के लिए कुशल युवा कार्यक्रम में केवाईसी पंजीकरण कराना अनिवार्य कर दिया गया है। 80 हजार से अधिक छात्र इस प्रक्रिया में शामिल हैं, लेकिन गर्मी और भीड़ के कारण...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। मैट्रिक-इंटर के अंकपत्रों को लेने से पहले इसबार कुशल युवा कार्यक्रम में पंजीयन कराने की अनिवार्यता कर दी गई है। जिले में 80 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं हैं। बच्चे जब स्कूल पहुंच रहे हैं तो उन्हें कहा जा रहा कि पहले केवाईसी रसीद लेकर आइये। इसके बाद ही अंकपत्र समेत अन्य सर्टिफिकेट मिलेंगे। हर दिन 800 से 1500 छात्र-छात्राएं इसे लेकर सिकन्दरपुर स्थित डीआरसीसी में पहुंच रहे हैं। स्थिति यह कि पांच से छह घंटे खड़े रहने के बाद भी बिना केवाईसी के इन्हें लौट जाना पड़ रहा है। डीआरसीसी में बच्चे बिना पानी और पंखा के घंटों खड़े रहने से बेहोश तक हो जा रहे हैं।
इन बच्चों की भीड़ संभालने के लिए अबतक डीआरसीसी में किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था भी नहीं की गई है। काउंटर के पास नहीं है पर्याप्त पंखा औराई, बोचहां समेत विभिन्न प्रखंडों से पहुंचे छात्र-छात्राओं ने कहा कि हॉल में तो पंखा लगा है, मगर काउंटर के पास पर्याप्त पंखा नहीं है। इस गर्मी में हाल बेहाल हो जा रहा है। कई तरह के कागजात लेकर पंजीयन किया जा रहा है। एक काउंटर से दूसरे काउंटर तक पहुंचने में स्थिति खराब हो जा रही है। बच्चों से लेकर अभिभावकों को भी नहीं पता, क्या है केवाइसी अपने पोते को लेकर पहुंची शकुंतला देवी ने कहा कि इसी साल पोते ने मैट्रिक पास किया है। स्कूल में गये तो बताया गया कि केवाईसी कराकर आना है। इसके बाद ही प्रमाणपत्र मिलेगा। हमें तो यह भी नहीं पता कि यह क्यों करवाया जा रहा है या इसका लाभ क्या है। छात्रों ने कहा कि अंकपत्र लेने के लिए यह जरूरी किया गया है, इसलिए करवा रहे हैं। डीआरसीसी प्रबंधक मनोज कुमार ने कहा कि हर दिन 500 से 700 बच्चों का केवाईसी किया जा रहा है।
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