28 से 60 आयु वर्ग की महिलाओं में गर्भाशय कैंसर अधिक
गर्भाशय कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। मुजफ्फरपुर के होमी भाभा कैंसर अस्पताल में रोजाना 15-20 महिलाएं गर्भाशय कैंसर से पीड़ित पाई जा रही हैं। प्रारंभिक लक्षण मिलने पर सफल इलाज संभव है।...

सोमनाथ सत्योम, मुजफ्फरपुर। गर्भाशय कैंसर का दायरा लगातार बढ़ रहा है। होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र में स्क्रीनिंग के लिए रोजाना दर्जनभर से अधिक महिलाएं पहुंच रही हैं। महीने में चार सौ से अधिक महिलाओं की स्क्रीनिंग हो रही है। इसमें 15 से 20 महिलाएं गर्भाशय कैंसर से पीड़ित मिलती हैं। ये 28 से 60 आयु वर्ग की महिलाएं होती हैं।
शुरूआत में लक्षण मिलने पर हो जाता है सफल इलाज :
एसकेएमसीएच स्थित होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के प्रभारी डॉ. रविकांत सिन्हा ने बताया कि गर्भाशय कैंसर का शुरूआती लक्षण मिलने पर सफल इलाज हो रहा है। उन्होंने बताया कि गर्भाशय का कैंसर सर्विक्स का कैंसर है। सर्विक्स गर्भाशय का निचला भाग होता है, जो प्रजजन अंग से जोड़ता है। यह संक्रमण शारीरिक संपर्क में आने पर एचपीवी संक्रमित कर सकता है। जनन अंगों के त्वचा के संपर्क में आने पर वायरस संक्रमित कर सकता है। उन्होंने बताया कि हर महीने स्क्रीनिंग के बाद 15-20 महिलाएं गर्भाशय कैंसर से पीड़ित मिलती हैं।
कोलपोस्कोपी के माध्यम से स्टेज का लगाया जाता है पता :
बताया कि गर्भाशय कैंसर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यह कैंसर धीरे-धीरे बढ़ने वाला होता है। यह कई साल तक प्री-कैंसर की अवस्था में होता है। अगर शुरुआती समय में पता लगा लिया जाए तो इलाज शत प्रतिशत संभव है। कोलपोस्कोपी के माध्यम से बच्चेदानी के मुंह के कैंसर को आरंभिक अवस्था में पता लगाया जा सकता है।
सर्जरी से इलाज के बाद स्वस्थ्य है महिला :
उन्होंने बताया कि एक 40 वर्षीय महिला को पेशाब की समस्या होने पर कोलोनोस्कोपी से जांच की गई। गर्भाशय कैंसर के लक्षण दिखे थे। छह महीने इलाज किया गया। पुनः जांच की गई तो कोई लक्षण नहीं दिखे। 60 वर्षीय महिला को दो वर्ष तक मासिक धर्म बंद होने के बाद रक्तस्राव की समस्या उत्पन्न हो गई थी। स्क्रीनिंग में स्टेज वन कैंसर का पता चला। सर्जरी द्वारा इलाज किए जाने के बाद महिला पूर्ण रूप से स्वस्थ है।
गर्भाशय कैंसर के ये हैं लक्षण :
बताया कि योनि से असामान्य रूप से खून बहना, रजोनिवृत्ति या यौन संपर्क के बाद योनि से रक्तस्त्राव, सामान्य से अधिक लंबे समय तक मासिक धर्म, यौन संसर्ग के दौरान दर्द के बीच रक्तस्राव होना है, ये सब गर्भाशय कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। इसका इलाज सर्जरी, विकिरण, कीमोथेरेपी या तीनों को मिलाकर भी किया जा सकता है।
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