विश्वविद्यालयों में शुरू होगा अप्रेंटिसशिप डिग्री कार्यक्रम
बीआरएबीयू समेत सभी विश्वविद्यालयों में स्नातक छात्रों के लिए अप्रेंटिसशिप डिग्री कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। यूजीसी ने इसके लिए सभी कुलपतियों को पत्र भेजा है। यह कार्यक्रम नई शिक्षा नीति के तहत है...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। बीआरएबीयू समेत सभी विश्वविद्यलायों में स्नातक के छात्रों के लिए अप्रेंटिसशिप डिग्री कार्यक्रम शुरू किया जायेगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने इस संबंध में सभी कुलपतियों को पत्र भेजा है। यूजीसी यह नया कार्यक्रम नई शिक्षा नीति के तहत शुरू कर रहा है। यह कार्यक्रम मुख्यत: वोकेशनल कॉलेज के छात्रों के लिए है, लेकिन सामान्य कोर्स के छात्र भी इसमें शामिल किये जा सकते हैं। विश्वविद्यालयों के छात्रों के प्लेसमेंट के लिए यह कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है।
चार वर्षीय स्नातक में चार सेमेस्टर की मिलेगी ट्रेनिंग
यूजीसी ने विश्वविद्यालयों में स्नातक के छात्रों के लिए ट्रेनिंग की रूपरेखा भी तैयार की है। विश्वविद्यालयों को इस कार्यक्रम का ड्राफ्ट भेज दिया है। अप्रेंटिसशिप डिग्री कार्यक्रम में तीन साल के स्नातक का कोर्स करने वाले छात्रों को तीन सेमेस्टर और चार वर्ष का स्नातक करने वाले छात्रों को चार सेमेस्टर की ट्रेनिंग करनी होगी। बीआरएबीयू के डीएसडब्ल्यू प्रो. आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि यूजीसी के पत्र पर जो कुलपति के निर्देशानुसार काम किया जाएगा।
ट्रेनिंग से पहले कॉलेज, उद्योग और छात्र में होगा करार
यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को भेजे इस कार्यक्रम के ड्राफ्ट में कहा है कि छात्रों की ट्रेनिंग शुरू करने से पहले तीन स्तरीय करार किया जाएगा। करार कॉलेज, छात्र और संबंधित उद्योग के बीच होगा। करार में तीनों की भूमिका तय होगी। यूजीसी का कहना है कि यह कार्यक्रम नेशनल एप्रेंटिसशिप एक्ट के तहत शुरू किया जा रहा है। स्नातक के साथ डिप्लोमा कोर्स करने वाले छात्र भी यह ट्रेनिंग कर सकेंगे।
कक्षा के अनुसार तैयार किया जाएगा ट्रेनिंग कार्यक्रम
कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में अप्रेंटिसशिप कार्यक्रम छात्रों की कक्षा और परीक्षा के अनुसार तैयार किया जाएगा। ट्रेनिंग कार्यक्रम उस समय छात्रों से कराया जाएगा जब विश्वविद्यालय और कॉलेजों में कोई परीक्षा नहीं हो। विवि सूत्रों ने बताया कि छात्रों की ट्रेनिंग पहला सत्र खत्म होने के बाद कराया जाएगा ताकि छात्र उस समय बिना किसी दबाव के ट्रेनिंग कर सकें। यूजीसी ने निर्देश दिया कि इस अप्रेंटिसशिप कार्यक्रम की लगातार निगरानी भी कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रशासन को करनी होगी। यूजीसी ने कहा है कि छात्रों को ट्रेनिंग पूरी करने के बाद इसकी रिपोर्ट भी देनी होगी। अकादमिक सत्र पूरा होने से पहले इस ट्रेनिंग कार्यक्रम को पूरा कर लिया जाना है।
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