वारिसलीगंज : लोन के नाम पर ऑनलाइन ठगी मामले में एक गिरफ्तार
नवादा/वारिसलीगंज, हिप्र/निसंनवादा की वारिसलीगंज पुलिस ने एक फायनेंस कम्पनी के नाम पर लोन का झांसा देकर विभिन्न राज्यों के उपभोक्ताओं से लाखों की ऑनलाइन ठगी कर रहे एक साइबर अपराधी को रंगेहाथ गिरफ्तार...

नवादा/वारिसलीगंज, हिप्र/निसं नवादा की वारिसलीगंज पुलिस ने एक फायनेंस कम्पनी के नाम पर लोन का झांसा देकर विभिन्न राज्यों के उपभोक्ताओं से लाखों की ऑनलाइन ठगी कर रहे एक साइबर अपराधी को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। तकनीकी सर्विलांस व मानवीय इंटेलिजेंस की मदद से पुलिस ने शनिवार को वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के बेलधा से मोसमा जाने वाली पक्की सड़क से करीब 50 मीटर पूरब काशी बिगहा गांव के बधार में छापेमारी कर आरोपित को दबोच लिया। छापेमारी के क्रम में वहां मौजूद कई आरोपित पुलिस को देखकर कूद-फांद कर भाग निकले। गिरफ्तार आरोपित की पहचान अजय कुमार के रूप में की गयी।
27 वर्षीय अजय कुमार काशी बिगहा गांव के बालेश्वर चौहान का बेटा बताया जाता है। उसके पास से 03 एंड्रॉयड मोबाइल व 06 पेज कस्टमर डेटाशीट बरामद किया गया। फोन पर झांसा देकर कर रहे थे ठगी वारिसलीगंज थानाध्यक्ष रूपेश कुमार सिन्हा ने रविवार को वारिसलीगंज थाने में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस को बधार में कुछ आरोपितों द्वारा फोन पर ऑनलाइन ठगी करने की सूचना मिली थी। सूचना पर टीम का गठन कर छापेमारी की गयी। गिरफ्तार आरोपित ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे और उसके साथी एक नामी फायनेंस कम्पनी के नाम पर कस्टमर डेटाशीट से मोबाइल नंबर निकाल कर लोगों को फोन कर लोन देने का झांसा देते थे। झांसे में आने के बाद लोगों से उनका आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो, इमेल आईडी व बैंक डिटेल मांगा जाता था। इसके बाद उन्हें लोन स्वीकृत होने का अप्रूवल लेटर भेजा जाता था। इसके बाद लोन प्रोसेसिंग फीस के नाम पर उनसे ठगी की शुरूआत की जाती थी। बाद में उनसे इनकम टैक्स व जीएसटी समेत अन्य मदों के नाम पर लाखों रुपये ठग लिये जाते थे। पश्चिम बंगाल का मिला सिम आरोपित के पास से बरामद किये गये पांच सिम की तकनीकी जांच करायी गयी। आरंभिक जांच में सभी पांच सिम फर्जी पाये गये। इनमें से एक सिम पश्चिम बंगाल का पाया गया। जबकि अन्य सिम भी दूसरी जगहों के दूसरे के नाम पर पाये गये। इनके मोबाइल फोन की जांच में ठगी से संबंधित कई साक्ष्य बरामद किये गये हैं। फायनेंस कम्पनी का फर्जी अप्रूवल लेटर और लेनदेन से जुड़े स्टेटमेंट भी फोन से बरामद किये गये। पुलिस ने सभी साक्ष्यों को जब्त कर लिया और बारीकी से इसकी जांच कर रही है। साथ ही कस्टमर डेटाशीट में पाये गये मोबाइल नंबरों पर फोन कर लोगों से ठगी से संबंधित डिटेल जुटा रही है। आठ के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज इस मामले में आठ साइबर अपराधियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। वारिसलीगंज थाने में 14 जून को दर्ज कांड संख्या- 317/25 में गिरफ्तार आरोपित के अलावा उसके सात अन्य साथी शामिल हैं। पूछताछ के आधार पर इन सात लोगों को इस मामले में नामजद किया गया है। सभी आरोपित वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के बताये जाते हैं। इनके विरुद्ध संगठित होकर लोगों को झांसा देकर धोखाधड़ी करने तथा आईटी एक्ट से संबंधित विभिन्न धाराओं में आरोप लगाये गये हैं। इन्हें रविवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से इन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वर्जन लोन के नाम पर ठगी की गुप्त सूचना पर काशी बिगहा के बधार में छापेमारी की गयी। एक आरोपित गिरफ्तार किया गया। जबकि अन्य भाग निकले। स्वीकारोक्ति बयान पर सभी आरोपितों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। जब्त मोबाइल से कई साक्ष्य बरामद किये गये हैं। अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। ------------- रूपेश कुमार सिन्हा, वारिसलीगंज थानाध्यक्ष।
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