नल-जल से वंचित हैं लोग, मोटर पड़ा है खराब, नवादा के वार्ड 31 का हाल बुरा
नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। भीषण गर्मी की शुरुआत हो चुकी है। इसके साथ ही पेयजल संकट भी चरम पर पहुंच चुका है। नवादा नगर के वार्ड नम्बर 31 में नल-जल का पानी घरों तक नहीं पहुंच पा रहा है।

नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। भीषण गर्मी की शुरुआत हो चुकी है। इसके साथ ही पेयजल संकट भी चरम पर पहुंच चुका है। नवादा नगर के वार्ड नम्बर 31 में नल-जल का पानी घरों तक नहीं पहुंच पा रहा है। स्थिति इसलिए बुरी बनी पड़ी है क्योंकि नल-जल की आपूर्ति करने वाला मोटर ही खराब पड़ा है। इस कारण वार्ड के लगभग 08 हजार की आबादी को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। निराशाजनक तो यह है कि वार्ड में चापाकल की उपलब्धता भी नगण्य है। हालांकि अभी हाल में तीन नए चापाकल लगाए गए हैं लेकिन इसका व्यापक लाभ इसलिए नहीं मिल पा रहा है क्योंकि वार्ड की आबादी खासी घनी है।
खींचतान इतनी बनी हुई है कि पेयजल का संकट निरंतर बरकरार है। गर्मी बढ़ने के साथ ही हालात और भी खराब होते चले गए हैं, जबकि यह समस्या गर्मी के आने के पूर्व से बनी हुई है। नल-जल जैसी बड़ी समस्या के साथ ही इस वार्ड में जल निकासी की समस्या भी गंभीर है। ऐसे में इस सड़क की स्थिति भी दयनीय हो कर रह गयी है। शरीफ कॉलोनी की सड़क सबसे अधिक खराब है। राहत बस इतना ही है कि अन्य कुछ मोहल्ले में सड़क का निर्माण कराया गया है। विभिन्न बाधाओं और असुविधाओं के कारण नाली निर्माण का कार्य भी निर्बाध नहीं हो पाने से अलग ही दिक्कत बनी हुई है। प्रारंभिक शिक्षा तक के लिए भी कोई व्यवस्था इस वार्ड में नहीं है। उच्च और उच्चतर शिक्षा का तो नितांत अभाव बना हुआ है। वर्तमान में विकास कार्यों का हाल यह है कि वार्ड पार्षद मद की योजनाओं को गति मिल रही है लेकिन राज्य मद वाली योजनाएं बिल्कुल ठप पड़ी हैं। नाली-गली की अहम जरूरत भी उपलब्ध नहीं वार्ड में नाली-गली की समस्या वार्ड वासियों पर भारी पड़ रही है। काफी अहम होने के बावजूद नाली की स्थिति सही नहीं रहने से जल निकासी की समस्या भी वार्डवासियों को झेलनी पड़ रही है। मोहल्ला इस्लाम नगर और शरीफ कॉलोनी आदि में जलनिकासी की समस्या बरकरार है। कस्बाई माहौल वाले इस वार्ड में जलनिकासी की व्यवस्था सही नहीं रहने का खामियाजा भुगत रहे लोग सड़क पर भी जलजमाव की समस्या से सिरदर्द झेलने को बाध्य हैं। इसके लिए कई बार विभागीय स्तर पर पत्राचार किया गया लेकिन इसका स्थायी समाधान निकल नहीं पा रहा है। नालियों के गंदे पानी के बहाव के कारण सड़क पर जमा गंदे पानी से लोगों की परेशानी चरम पर पहुंच गयी है। निरंतर जमा गंदे पानी के कारण यहां की सड़क बुरे हाल तक पहुंचती जा रही है। जर्जर सड़क के गड्ढे के बीच से गुजरने के दौरान कई संकट से गुजरने की नौबत आ जा रही है। शरीफ कॉलोनी की सबसे बुरे हाल में रही सड़क का भी भला नहीं हो पाने से लोगों में गहरी निराशा है। जमीन उपलब्ध लेकिन स्कूल के लिए चयन में बाधा वार्ड में सरकारी स्कूल नहीं है। प्रारंभिक स्तर तक का स्कूल नहीं रहने से निराश लोग इस बात को लेकर और भी उदासीन दिखते हैं कि उच्च स्तर की शिक्षा तो इस वार्ड के लिए दूर की कौड़ी ही है। शिक्षण की व्यवस्था नहीं रहने से छात्र-छात्राओं को संकट झेलने की नौबत है। प्रारंभिक स्तर से लेकर उच्च स्तर के विद्यालय का अभाव वार्डवासियों को काफी खटकता है। वार्डवासी स्थानीय स्तर पर प्रारंभिक से लेकर उच्च स्तरीय विद्यालय की जरूरत को बार-बार उठाते रहे हैं लेकिन इस दिशा में कुछ भी सार्थक नहीं हो पाना निराशाजनक है। आरंभिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक का कहीं कोई आधार ही नहीं बन पाना, वार्डवासियों के लिए घोर निराशाजनक बना हुआ है। इस बीच, वार्डवासी बताते हैं कि सरकारी जमीन उपलब्ध है। ऐसे में स्कूल की व्यवस्था करने में कोई बाधा नहीं है। बस इस दिशा में सार्थक प्रयास करने की आवश्यकता है। स्ट्रीट लाइट नदारद, मोहल्ले अंधेरे में इस वार्ड के हर मोहल्ले में अंधेरा रहता है क्योंकि स्ट्रीट लाइट सारे के सारे खराब हो चुके हैं। समेकित योजना के तहत इस वार्ड में भी स्ट्रीट लाइट लगाए गए थे, लेकिन वर्तमान में हालात बेहद बुरे हैं। इस वार्ड के सम्पूर्ण विकास की आस अब भी लगी हुई है। वार्ड पार्षद शबाना परवीन कहती हैं कि अब तक कई विकास कार्य यहां संपादित कराए जा चुके हैं, लेकिन राज्य मद से पूरी होने वाली विकास योजनाओं को करा पाना मुश्किल हो रहा है। अब तक रूके पड़े अथवा छूटे पड़े कार्य योजना को प्रस्तावित कर सदन में लाया गया है, लेकिन तमाम कारणों से इसे स्वीकृति नहीं मिल पाने से बात बन नहीं पा रही है। तकनीकी बाधा आड़े आ रही है। सूचीबद्ध हुई कई योजनाएं, बेहतरी की है उम्मीद विभिन्न समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए नगर परिषद स्तर पर कुछ प्रस्ताव लिया गया है। यह सूचीबद्ध हो चुके हैं जबकि अब स्वीकृति की प्रतीक्षा जारी है। लेकिन वार्ड पार्षद मद से सारे कार्य कराए जाने से मोहल्लों में सामान्य जरूरतें पूरी हो रही हैं। वार्ड पार्षद शबाना परवीन दावा करती हैं कि बीते दो वर्षों में गली-नाली से लेकर सोलिंग और पेवर ब्लॉक लगाने जैसे कार्य निरंतर कराए जा रहे हैं। कुछ ऐसे कार्य जरूर हैं, जो नगर विकास योजना के फंड से ही संभव हैं लेकिन फंड के अभाव के कारण इन विकास कार्यों में बाधा बनी हुई है। उन्होंने कहा कि जो भी कार्य उनके फंड से संभव है, उसे कराया जा रहा है। लेकन उम्मीद है कि शेष तीन साल में राज्य मद से कराए जाने वाले प्रतीक्षित कार्य भी कराने में सफलता मिलेगी तथा वार्ड का कायाकल्प भी संभव हो जाएगा। स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की मांग जारी वार्ड में स्वास्थ्य सेवा से भी लोग वंचित हैं, जिसकी निराशा सब में दिखती है। यहां कोई अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र नहीं है, जबकि उपेक्षित वार्ड के वाशिन्दे कहते हैं कि इसकी बेहद जरूरत है। इसकी मांग भी लगातार उठती रही है लेकिन इस दिशा में कोई पहल नहीं होना, वार्डवासियों को बुरी तरह से परेशान कर रहा है। मामूली तकलीफ में भी इन्हें इधर-उधर भागदौड़ कर आर्थिक दोहन का शिकार होना पड़ता है। सदर अस्पताल की सुविधाओं का लाभ लेने में दूरी संकट का कारण बन रही है। इमरजेंसी में तो और भी ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है। ऐसे में मिनी स्वास्थ्य केन्द्र की सेवा उपलब्ध कराने की मांग स्थानीय वार्डवासी जोर-शोर से उठा रहे हैं, जो कि सरकार की महती योजना भी है। -------------------------- स्थानीय लोगों की व्यथा: नल-जल की बड़ी समस्या समेत जलनिकासी और जलजमाव के निदान पर नगर परिषद का ध्यान जरूरी है। वर्तमान में वार्ड स्थित जर्जरहाल सड़क समेत नल-जल के खराब मोटर को सही कराने का कार्य बाकी है, जिससे निराशा है। ऐसी सारी दिक्कतों का समाधान निकाला जाना एकदम जरूरी है। सिर्फ वार्ड पार्षद की पहल ही काफी नहीं है। -मो.सलीम उद्दीन, वार्डवासी। नए परिसीमन के बाद नए स्वरूप में गठित इस वार्ड का समग्र विकास अब भी बाकी है। दो साल से अधिक बीत चले हैं। विकास की गति तेज होनाी चाहिए। अब कोई निराशा का कारण समझ से परे है। टैक्स देने वाले वार्डवासियों का हक है कि वह अपनी परेशानी का हल सहजता से पा सकें। वार्ड की पहल को अंजाम तक पहुंचाने में नगर परिषद सहयोग करे।-मो.फिरोज, वार्डवासी। वार्ड में पेयजल की विकट समस्या के समाधान पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। नल-जल का हाल तो बुरा ही है लेकिन चापाकल भी खराब रहना मुश्किलों को बढ़ाने वाला साबित हो रहा है। भीषण गर्मी के महीने में पानी का संकट बेहद परेशानीदायक साबित हो रहा है। इसके अलावा अन्य समस्याओं के समाधान पर भी वार्ड पार्षद का ध्यान रहे, यह जरूरी है। -मो.सोहेल, वार्डवासी। शहर का वार्ड होने का लाभ इस वार्ड को मिलना ही चाहिए। सम्पूर्ण विकास की योजना पर अमल होना बेहद जरूरी है। वार्ड के विभिन्न मोहल्ले में वर्तमान में दिखने वाली छोटी-मोटी समस्याएं लगातार परेशानी का सबब हैं। वार्ड पार्षद के निरंतर प्रयास की बेहद जरूरत तो है ही लेकिन नगर परिषद भी इस वार्ड के साथ सहयोगा करे, ताकि विकास झलके। -मो.अब्दुल सलाम, वार्डवासी। ---------------- क्या कहते हैं जिम्मेदार : वार्ड में विकास के लिए हर स्तर पर प्रयास जारी हैं। लोगों को मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने का भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। अब तक अपने निजी फंड से कई कार्य हुए हैं। आने वाले दिनों में वार्ड का विकास दिखने लगेगा। नल-जल का खराब पड़ा मोटर सुधरवाने की कोशिश की जा रही है जबकि जर्जर सड़क के हाल को भी दुरुस्त कराने का प्रयास जारी है। नाली और गली से जुड़े कार्य फंड मिलने के हिसाब से सही तरीके से जारी हैं। जलनिकासी की समस्या का समाधान राज्य योजना मद से ही कराना संभव है। इस राशि की प्रतीक्षा की जा रही है। जल्द ही कुछ बेहतर हो सकेगा। -शबाना परवीन, वार्ड पार्षद, वार्ड नंबर-31, नवादा नगर परिषद।
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