एनडीए से अब RLJP का कोई नाता नहीं; चुनाव से पहले पशुपति पारस का बड़ा ऐलान, महागठबंधन के साथ जाएंगे?
बिहार चुनाव से पहले रालोजपा के अध्यक्ष पशुपति पारस ने आज बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि आज से एनडीए से आरएलजेपी का कोई नाता नहीं है। विधानसभा चुनाव में जहां हमें सम्मान मिलेगा, उस गठबंधन में हम लोग जाएंगे।
रालोजपा प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने सोमवार को ऐलान किया कि उनकी पार्टी का आज से एनडीए से कोई नाता-रिश्ता नहीं रहेगा। हम राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों पर पार्टी संगठन को मजबूत करेंगे। विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आएगा तब जिस गठबंधन में उचित सम्मान मिलेगा, उसके साथ होंगे। हम नया बिहार बनाएंगे। पारस रालोजपा और दलित सेना की ओर से बापू सभागार में डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर आयोजित संकल्प महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि वह पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को भारत रत्न सम्मान दे। बिहार सरकार से इसकी अनुशंसा केंद्र को भेजने की भी मांग की।
उन्होंने यह भी कहा कि शराबबंदी कानून के तहत करीब छह लाख दलित-गरीब जेलों में बंद हैं, जिन्हें शीघ्र रिहा करे सरकार। साथ ही निजी सेवा में भी आरक्षण लागू करने की मांग की। आगे कहा कि अब-तक मैंने 22 जिलों का दौरा किया है। शेष 16 जिलों में जल्द ही दौरा करेंगे। अधिकतर जिलों में जनता सरकार बदलने के मूड में है। उन्होंने कहा कि पार्टी जनआंदोलन की तैयारी में है और दलितों, पिछड़ों, और समाज के वंचित वर्गों के हितों के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
सम्मेलन में केंद्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह ने कहा कि 2025 चुनाव तक स्व. रामविलास पासवान का परिवार अगर मिल जाए तो अच्छी बात होगी। हम तो रामविलास पासवान के साथ थे, वे देवता थे। हम इस परिवार का बहुत सम्मान करते हैं, यह परिवार हमसे कुछ मत बोलवाए। बोलने के लिए बहुत कुछ है। एक दिन सच्चाई बताएंगे। सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज पासवान ने बिना नाम लिये केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान पर निशाना साधा। कहा कि अपने को दलितों का हितैषी बताने वाले नेता हमारी माता और चाची पर एफआईआर करवा रहे हैं। उन्होंने पूछा कि अगर बड़ी मां की तबीयत खराब थी तो उन्होंने उनका इलाज क्यों नहीं कराया।
मौके पर युवा नेता यश राज पासवान, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल, भूषण कुमार राय, अनिल चौधरी, सुनीता शर्मा, वीरेश्वर सिंह, अंबिका प्रसाद बीनू, प्रमोद सिंह, एलबी जोसेफ, जिया लाल, मो मासूम, हरियाणा के अध्यक्ष मुकेश कुमार, झारखंड के अध्यक्ष राजकुमार राय, दिल्ली के अध्यक्ष विनोद नागर समेत आकाश यादव, कृष्णा राज, कन्हैया सिंह, धनश्याम कुमार दाहा, रंजीत पासवान, उपेंद्र यादव, संजू चंद्रा आदि ने अपनी बात रखी।