दीक्षा संस्कार के साथ ही महायज्ञ की हुई पूर्णाहुति
करगहर, एक संवाददाता। शेष मंत्रों के नियम के साथ आध्यात्मिक यात्रा जारी रखता है। बताया कि दीक्षा लेने के बाद व्यक्ति को अपने जीवन में बदलाव लाने

करगहर, एक संवाददाता। थाना क्षेत्र के पटवाडीह गांव में आयोजित श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के अंतिम दिन शुक्रवार को पूर्णाहुति के पूर्व लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज ने 74 शिष्यों को गुरु दीक्षा प्रदान की। इस अवसर पर उपस्थित धार्मिक विद्वानों ने उपस्थित शिष्यों को शुद्धिकरण प्रार्थना,स्तुति और जीवन में गुरु और ईश्वर के प्रति समर्पित होने की जानकारी दी। उन्होंने शिष्यों को बताया कि दीक्षा जैसे धार्मिक संस्कारों से व्यक्ति गुरु ईश्वर या अन्य धार्मिक शक्तियों से संबंध स्थापित करता है। गुरू द्वारा प्रदत्त विशेष मंत्रों के नियम के साथ आध्यात्मिक यात्रा जारी रखता है। बताया कि दीक्षा लेने के बाद व्यक्ति को अपने जीवन में बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए।
दीक्षा लेने के बाद व्यक्ति को अपने जीवन में बदलाव लाने की जरूरत है। इस धार्मिक संस्कार के बाद महायज्ञ की पूर्णाहुति हुई। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया।
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