Bribery Scandal District Land Acquisition Clerk Arrested in Shivhar निगरानी के रडार पर विभाग के कई अधिकारी व कर्मी, Sitamarhi Hindi News - Hindustan
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निगरानी के रडार पर विभाग के कई अधिकारी व कर्मी

शिवहर में जमीन के मुआवजे के भुगतान में रिश्वत लेते जिला भू-अर्जन कार्यालय के लिपिक विजय कुमार श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया गया है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने जांच में पाया कि विभाग के कई अन्य अधिकारी भी...

Newswrap हिन्दुस्तान, सीतामढ़ीThu, 19 June 2025 02:47 AM
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निगरानी के रडार पर विभाग के कई अधिकारी व कर्मी

शिवहर। जमीन का मुआवजा भुगतान मामले में रिश्वत लेते जिला भू-अर्जन कार्यालय के लिपिक विजय कुमार श्रीवास्तव की बुधवार हुई गिरफ्तारी के बाद विभाग के अधिकारी एवं अन्य कर्मचारी भी निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के रडार पर हैं। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के अधिकारियों का मानना है कि जमीन का मुआवजा भुगतान में हो रही रिश्वत खोरी में विभाग के वरीय अधिकारी एवं अन्य कर्मी भी शामिल हैं। जिला भू अर्जन कार्यालय के लिपिक विजय कुमार श्रीवास्तव को 70 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किए जाने के बाद निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के डीएसपी सुजीत सागर ने पत्रकारों को बताया कि महज एक लिपिक द्वारा इतनी बड़ी रकम केवल अपने लिए लिया जाना मुमकिन नहीं है।

अब तक के जांच से प्रथम दृष्टया यह पता चलता है कि इसमें विभाग के कनीय पदाधिकारी से लेकर वरीय पदाधिकारी की संलिप्त है। विभाग के अमीन सहित अन्य शामिल हैं। रिश्वतखोरी चैनेलाइज सिस्टम से चल रहा है। विभाग के वरीय अधिकारी की संलिप्तता का रिकॉर्ड भी उपलब्ध हो चुका है। प्रथम दृष्टया कई अन्य की संलिप्तता उजागर हुई है। उन्होंने कहा कि इस मामले की शीघ्र बेहतर ढंग से अनुसंधान कर इस मामले में शामिल अन्य कर्मियों एवं अधिकारियों गिरफ्तार किया जाएगा एवं एफआईआर में नाम दर्ज किया जाएगा। मालूम हो कि लिपिक को रिश्वत की राशि के साथ गिरफ्तार करने के बाद निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम उसे जिला अतिथि गृह ले गई। टीम के सदस्यों ने उससे गहन पूछताछ की। बताया जाता है कि पूछताछ के क्रम में इस मामले में कई और लोगों की संलिप्तता की जानकारी टीम को मिली। पूछताछ के बाद टीम के डीएसपी ने पत्रकारों को घटना से जुड़े अहम जानकारी दी। बताया जाता है कि निगरानी की टीम कई दिनों से इस मामले की छानबीन में लगी थी। निगरानी के डीएसपी ने बताया कि रिश्वत मांगे जाने की शिकायत मिलने के बाद विभाग की टीम शिवहर पहुंचकर मामले की जांच की। जांच में रिश्वत मांगे जाने का मामला सही पाया गया। इसके बाद 17 जून को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा एफआईआर दर्ज किया गया। इसके बाद रिश्वत लेते रंगे हाथों की रफ्तार किया गया।

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