ईद-उल-अजहा की नमाज अकीदत के साथ अदा की गई
नौतन में सभी ईदगाह और मस्जिदों में शनिवार को ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई। इस मौके पर अमन-चैन और भाईचारे की दुआ मांगी गई। यह त्यौहार त्याग और बलिदान का प्रतीक है और इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार मनाया...

नौतन,एक संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र के सभी ईदगाह एवं मस्जिदों में शनिवार को ईद-उल-अजहा की नमाज अकीदत के साथ अदा की गई। जिसमें देश में अमन-चैन व भाईचारे की सलामती की दुआ मांगी गई। फिरोज अंसारी ने बताया कि ईद उल अजहा ( बकरीद) त्याग, बलिदान और समर्पण का त्यौहार है। मुस्लिम के सबसे बड़े त्यौहारों में से एक है। यह त्यौहार इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार अंतिम महीने की 10 तारीख को मनाया जाता है। जो ईद के 70 दिनों बाद आता है। त्याग व समर्पण के साथ-साथ प्रेम और सद्भावना के त्यौहार ईद उल अजहा (बकरीद) की नमाज पूर्व निर्धारित समय पर ईदगाह व मस्जिदों में अदा की गई।
बाजार से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में नए परिधानों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नमाज अदा कर खुदा से देश में अमन चैन व भाईचारा और खुशहाली की दुआ मांगी। नमाज अदा करने के बाद एक दूसरे से गले मिलकर ईद-उल-अजहा त्यौहार की मुबारकबाद दी। इस दौरान बच्चे, युवा और बुजुर्गों में खासा उत्साह दिखा। वही क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन पुरी तरह से मुस्तैद नजर आई।
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