सृजन घोटालाः CBI के बाद रजनी प्रिया पर कसेगा ED का शिकंजा, नाबालिग बेटे से कराया यह काम
रजनी प्रिया 2015 से मनोरमा देवी के नाम की अचल संपत्तियां बतौर गिफ्ट लेने लगीं, ताकि मुंहबोले बेटे उनकी संपत्ति न हड़प सकें। सच तो यह भी है कि मुंहबोले बेटे को इसकी जानकारी भी नहीं लगी।

बिहार के चर्चित सृजन घोटाला की मुख्य आरोपित रजनी प्रिया पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। सीबीआई की चार्जशीट के आधार पर ईडी ने रजनी प्रिया और अमित कुमार पर शिकंजा कसा था। जांच एजेंसी को चार्जशीट में मनी लांड्रिंग के प्रमाण मिले थे। प्रीवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत दर्ज मुकदमे में ईडी रजनी प्रिया और अमित कुमार से पूछताछ नहीं कर सकी थी। इसके लिए 25 अप्रैल 2019 को पहली बार पटना स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय से सहायक निदेशक (एडी) दौलत कुमार ने रजनी और अमित के भागलपुर स्थित पते पर समन भेजा था। इसके बाद कई मर्तबा समन भेजा गया था, लेकिन दोनों एजेंसी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए थे। इससे कई सवाल अनुत्तरित रह गए थे। अब उन सवालों का जवाब जानने की कोशिश की जाएगी।
सीबीआई की चार्जशीट में दंपती की ज्ञात हुईं संपत्तियां की गई थीं जब्त
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों ने बताया कि सीबीआई की चार्जशीट में रजनी और अमित के नाम की ज्ञात संपत्तियां जब्त की गई थीं। वहीं कई बैंक खातों को सील भी किया गया था। अब पूछताछ के बाद संभव है कि कुछ गुप्त संपत्तियों का भी राज उजागर हो। ईडी ने सीबीआई की चार्जशीट में कोलकाता के बुर्रा बाजार, एमपी के सिंहडोल, झारखंड में जसीडीह और नोएडा में फ्लैट की जानकारी पर जांच के विस्तार का फैसला लिया है। ईडी को शक है कि इन शहरों में भी आरोपियों ने संपत्तियां खरीदी है या किसी बिजनेस में इन्वेस्ट की हुई है। जिसका प्रमाण अबतक की जांच में नहीं मिल पाया है। सूत्र बताते हैं कि सीबीआई की रिमांड अवधि के बाद ईडी रिमांड पर लेकर रजनी प्रिया से पूछताछ करे।
पति के बदले नाबालिग बेटे को बनाया प्रॉपर्टी का पार्टनर
रजनी प्रिया 2015 से मनोरमा देवी के नाम की अचल संपत्तियां बतौर गिफ्ट लेने लगीं, ताकि मुंहबोले बेटे उनकी संपत्ति न हड़प सकें। सच यह भी कि मुंहबोले बेटे को इसकी जानकारी भी नहीं लगी। रजनी की कलह से तंग आकर मनोरमा देवी ने सबसे पहले भीखनपुर की संपत्ति गिफ्ट की। करीब 70 लाख की संपत्ति की रातोंरात मालकिन बनी रजनी की इस प्रॉपर्टी में बेटा मौलिक (नाबालिग) भी साझीदार है। उसने नाबालिग बेटे को भी गुनाह का भागीदार बना दिया।
डीड संख्या 2110 दिनांक 4 मार्च 2015 को भीखनपुर के बेरियाल ग्राउंड रोड और बरहपुरा रोड स्थित जमीन दान में ली। यह जमीन मनोरमा ने 6.56 लाख में खरीदी थी। इस जमीन का डीड संख्या 11924 दिनांक 16 अगस्त 2011 है। रजनी के नाम गिफ्ट रजिस्ट्री में संपत्ति की कीमत 70 लाख 41 हजार 895 बताई गई। जिसमें जमीन का वेल्यू 11.20 लाख, 52.80 लाख कंस्ट्रक्शन कॉस्ट बताया गया। इसकी रजिस्ट्री में 5.12 लाख स्टांप ड्यूटी और एक लाख 29 हजार 895 रुपये रजिस्ट्रेशन चार्ज का खर्च हुआ।