Meesho भी IPO लाने की तैयारी में, बैंकर्स की खोज हुई पूरी! दिवाली के आस-पास हो सकता है लॉन्च
- Meesho IPO: ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म इस साल के अंत या फिर अगले साल के शुरुआत में आईपीओ ला सकता है। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी आईपीओ के जरिए 1 बिलियन डॉलर जुटाने की प्रयास कर सकती है।

Meesho IPO: शेयर बाजार में आने वाले समय में एक और दिग्गज कंपनी का आईपीओ दस्तक दे सकता है। हम बात कर रहे हैं सॉफ्टबैंक के निवेश वाली कंपनी Meesho की। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म इस साल के अंत या फिर अगले साल के शुरुआत में आईपीओ ला सकता है। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी आईपीओ के जरिए 1 बिलियन डॉलर जुटाने की प्रयास कर सकती है।
Flipkart के IPO से होगी सीधी टक्कर?
रिपोर्ट के अनुसार कंपनी में आईपीओ के लेकर चर्चा खूब तेजी के साथ हो रही है। Meesho ने मॉर्गन स्टेनले, कोटक महिंद्रा कैपिटल और सिटी को आईपीओ के लिए के एडवाइजर नियुक्त किया है। अगर मीशो इस साल के अंत में आईपीओ लाता है तो फ्लिपकार्ट से उसकी सीधी टक्कर देखने को मिल सकती है। वालमार्ट के निवेश वाली कंपनी Flipkart भी आईपीओ के लिए प्रयासरत है। कंपनी अपनी अमेरिकी पैरेंट कंपनी से आईपीओ की टाइमलाइन को लेकर लगातार चर्चा में है।
10 बिलियन डॉलर हो सकता है वैल्यूएशन
चर्चा है की Meesho का आईपीओ 10 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन पर आ सकता है। आने वाले हफ्तों में Meesho की तरफ से सेबी के पास आईपीओ के लिए ड्राफ्ट जमा करवाया जा सकता है। संभावना है कि कंपनी का आईपीओ दिवाली के आस-पास आ सकता है। अगर इस साल नहीं आया तो कंपनी अगले साल के शुरुआत में भी आईपीओ लॉन्च कर सकती है। बता दें, इस पूरे मसले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
मीशो को आईपीओ के लिए सबसे पहले अपने हेडक्वार्टर को अमेरिका से भारत में ट्रांसफर करना होगा। इस बारे भी प्रक्रिया काफी एडवांस स्तर पर है। कंपनी 300 मिलियन डॉलर टैक्स के तौर पर भुगतान करने के लिए तैयार नजर आ रही है।
घाटे में चल रही है कंपनी
मीशो की ई-कॉमर्स सेक्टर में एंट्री काफी देरी के साथ हुई थी। कंपनी ने 2015 में डेब्यू किया था। लेकिन उसके बाद से इस प्लेटफॉर्म ने तेजी के साथ विस्तार किया है। फ्लिपकार्ट और अमेजन को कड़ी टक्कर देने में सफल रहा है। रेवन्यू की बात करें तो मीशो ने 2024 के वित्त वर्ष में 7615 करोड़ रुपये कमाए थे। हालांकि, इसके बाद भी कंपनी घाटे में ही है। बीते वित्त वर्ष तक कंपनी का नेट लॉस 305 करोड़ रुपये था।